भजन संहिता 68:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब परमेश्वर, तेरी उपस्थिति से भूमि कांपने लगी और आकाश बरसने लगा था। यह सीनय पर्वत भी, परमेश्वर, इस्राएल के परमेश्वर की उपस्थिति से थर्राने लगा था। पवित्र बाइबल इस्राएल का परमेश्वर जब सिय्योन पर्वत पर आया था, धरती काँप उठी थी, और आकाश पिघला था। Hindi Holy Bible तब पृथ्वी कांप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के साम्हने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हां इस्राएल के परमेश्वर के साम्हने कांप उठा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब पृथ्वी काँप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के सामने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हाँ इस्राएल के परमेश्वर के सामने काँप उठा। नवीन हिंदी बाइबल तब पृथ्वी काँप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के सामने टपकने लगा। परमेश्वर, हाँ इस्राएल के परमेश्वर के सामने सीनै पर्वत भी काँप उठा। सरल हिन्दी बाइबल पृथ्वी कांप उठी, आकाश ने वृष्टि भेजी, परमेश्वर के सामने, वह जो सीनायी पर्वत के परमेश्वर हैं, परमेश्वर के सामने, जो इस्राएल के परमेश्वर हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब पृथ्वी काँप उठी, और आकाश भी परमेश्वर के सामने टपकने लगा, उधर सीनै पर्वत परमेश्वर, हाँ इस्राएल के परमेश्वर के सामने काँप उठा। (इब्रा. 12:26, न्या. 5:4,5) |
परमेश्वर अपने पवित्र स्थान में भयप्रद है; इस्राएल का परमेश्वर ही अपनी प्रजा को शक्ति और सामर्थ्य प्रदान करता है; परमेश्वर धन्य है!
तेरे गर्जन का शब्द बवण्डर में सुनाई पड़ा; विद्युत से भूमण्डल आलोकित हो उठा; पृथ्वी कंपित होकर डोल उठी।
इसलिए परमेश्वर उनको घुमा-फिराकर निर्जन प्रदेश के मार्ग से लाल सागर की ओर ले गया। इस्राएली मिस्र देश से अस्त्र-शस्त्र से सज्जित होकर निकले थे।
तीसरे दिन के प्रात:काल मेघ-गर्जन हुआ, विद्युत चमकी। एक सघन मेघ पहाड़ पर उतरा और नरसिंगे का इतना घोर स्वर सुनाई दिया कि वे लोग भी कांप उठे जो तम्बुओं के भीतर थे।
सीनय पर्वत धुएं से आच्छादित था, क्योंकि प्रभु अग्नि में उस पर उतरा था। सहसा भट्ठे के धुएँ के सदृश उसका धुआँ ऊपर उठा और सारा पहाड़ बहुत कांपने लगा।
मैं तुझे अंधकार में छिपा हुआ खजाना, गुप्त स्थानों में गड़ा हुआ धन दूंगा। तब तुझे ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं। मैं ही इस्राएल का परमेश्वर हूं और मैंने ही तुझे अपना अभिप्राय पूरा करने के लिए बुलाया है।
तूने ऐसे भयानक काम किए हैं जिनकी हमने आशा भी नहीं की थी! सचमुच जब तू स्वर्ग से नीचे उतर आया तब तेरी उपस्थिति से पहाड़ भी थर्रा उठे।
तू अपने निज लोगों के उद्धार के लिए, अपने अभिषिक्त की मुक्ति के निमित्त निकला है। तूने दुर्जन का सिर कुचला, उसे सिर से पैर तक नग्न कर दिया। (सेलाह)
उस समय उसकी वाणी ने पृथ्वी को हिला दिया था; किन्तु अब वह यह घोषित करता है, “मैं एक बार और न केवल पृथ्वी को, बल्कि आकाश को भी हिलाऊंगा।”
तब स्वर्ग में परमेश्वर का मन्दिर खुल गया और मन्दिर में परमेश्वर के विधान की मंजूषा दिखाई पड़ी। बिजलियाँ, वाणियाँ एवं मेघगर्जन उत्पन्न हुए, भूकम्प हुआ और भारी ओला-वृष्टि हुई।
दबोराह ने बारक से कहा, ‘उठ! आज वह दिन है, जब प्रभु तेरे हाथ में सीसरा को सौंप देगा। निस्सन्देह प्रभु तेरे आगे-आगे युद्ध करने आया है।’ अत: बारक ताबोर पर्वत से नीचे उतरा। उसके पीछे-पीछे दस हजार सैनिक उतरे।