अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
भजन संहिता 68:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर अपने पवित्र निवास स्थान में है; वह अनाथ बच्चे का पिता, और विधवाओं का रक्षक है। पवित्र बाइबल परमेश्वर अपने पवित्र मन्दिर में, पिता के समान अनाथों का और विधवाओं का ध्यान रखता है। Hindi Holy Bible परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर अपने पवित्र निवासस्थान में है, वह अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर अपने पवित्र आवास में अनाथों के पिता तथा विधवाओं के रक्षक हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है। |
अन्त में पुरोहित और उप-पुरोहित उठे, और उन्होंने सब लोगों को आशिष दी। उनके आशिष के वचन तथा उनकी प्रार्थना को प्रभु परमेश्वर ने स्वर्ग में अपने पवित्र निवास-स्थान से सुना।
किन्तु मैंने तेरे लिए एक भव्य भवन बनाया; ऐसा स्थान बनाया कि तू उसमें सदा-सर्वदा निवास करे।’
पर तू देखता है, निश्चय ही तूने दु:खों और कष्टों पर ध्यान दिया है; तू उन्हें अपने हाथ में लेगा। अभागा मनुष्य स्वयं को तुझपर छोड़ देता है, क्योंकि तू अनाथों का नाथ है।
प्रभु परदेशी का रक्षक है, वह अनाथ एवं विधवा का सहारा है; पर वह दुर्जनों के मार्ग को कुटिल बनाता है।
वह उस स्थान से, जहां वह सिंहासन पर विराजमान है, धरती के समस्त निवासियों पर दृष्टिपात करता है।
कि वह तेरी प्रजा का धार्मिकता से शासन करे, तेरे पीड़ित लोगों का निष्पक्षता से न्याय करे।
वह प्रजा के पीड़ित लोगों का न्याय करे; वह दरिद्र की सन्तान की रक्षा करे, और अत्याचारियों का दमन करे।
परमेश्वर ने मूसा से यह भी कहा, ‘इस्राएली लोगों से यह कहना, “तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर, अब्राहम के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर और याकूब के परमेश्वर, प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।” सदा के लिए यही मेरा नाम है। इसी नाम से मुझे पीढ़ी से पीढ़ी स्मरण किया जाएगा।
तेरे शासक कानून के विरोधी हैं, वे चोरों के साथी हैं। वे-सब रिश्वत के लोभी हैं। वे उपहारों के पीछे दौड़ते हैं। वे अनाथों का न्याय नहीं करते, और न विधवाओं का मुकदमा उन तक पहुंच ही पाता है।
उस दिन तुम यह कहोगे, “प्रभु को धन्यवाद दो, उसके नाम से प्रार्थना करो। राष्ट्रों में उसके महान कार्य प्रकट करो; यह घोषित करो कि उसका नाम महान है।
सर्वोच्च और महान परमेश्वर, जिसका नाम पवित्र है, जो अनन्तकाल तक जीवित है, यह कहता है : ‘मैं उच्च और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, पर मैं उसके साथ भी विद्यमान रहता हूं जिसकी आत्मा विदीर्ण और विनम्र है। मैं उस विनम्र व्यक्ति की आत्मा को संजीव करता हूं, और उसके विदीर्ण हृदय को पुनर्जीवित।
प्रभु यों कहता है : ‘आकाश मेरा सिंहासन है और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है! तब तुम मेरे लिए कैसा घर बनाओगे? वह स्थान कहाँ है, जहाँ मैं विश्राम कर सकता हूं?’
‘ओ ददान के निवासियो! अपने पितृहीन बच्चों को, मेरे पास छोड़ जाओ, मैं उनके जीवन की रक्षा करूंगा; तुम्हारी विधवाएं मुझ पर भरोसा करें।’
वे मोटे हो गए हैं, उनके शरीर पर चर्बी चढ़ गई है। उनके लिए दुष्कर्म करने की कोई सीमा नहीं है वे निष्पक्ष होकर न्याय नहीं करते। वे अनाथों के न्याय की उपेक्षा कर अपना उल्लू सीधा करते हैं। वे गरीबों के हक की रक्षा नहीं करते।
असीरिया हमें बचा नहीं सकता; युद्ध जीतने के लिए अब हम अश्वों पर भरोसा नहीं करेंगे। हाथों से बनाई गई मूर्तियों को अब हम “अपना ईश्वर” नहीं मानेंगे। प्रभु, तू ही हम अनाथों पर दया करता है।’
वह पितृहीन और विधवा का न्याय करता है। वह तुम्हारे देश में रहने वाले प्रवासी व्यक्ति से प्रेम करता है, उसको भोजन-वस्त्र देता है।
तू अपने पवित्र निवास स्थान से, स्वर्ग से हम पर दृष्टि कर। अपने निज लोग इस्राएलियों को, इस देश की भूमि को, जो तूने हमें दी है, दूध और शहद की नदियों वाले हमारे इस देश को, जो तूने हमारे पूर्वजों से खायी हुई शपथ के अनुसार हमें प्रदान किया है आशिष दे।”