वे चलते-चलते बातें कर रहे थे। सहसा एक अग्निमय रथ और अग्निमय अश्वों ने उन्हें अलग कर दिया। एलियाह बवण्डर पर सवार होकर स्वर्ग को जाने लगे।
भजन संहिता 68:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर के रथ हजारों हैं, हजारों-हजार है; स्वामी सीनय पर्वत से पवित्र स्थान में आया। पवित्र बाइबल यहोवा पवित्र पर्वत सिय्योन पर आ रहा है। और उसके पीछे उसके लाखों ही रथ हैं Hindi Holy Bible परमेश्वर के रथ बीस हजार, वरन हजारों हजार हैं; प्रभु उनके बीच में है, जैसे वह सीनै पवित्र स्थान में है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर के रथ बीस हज़ार, वरन् हज़ारों हज़ार हैं; प्रभु उनके बीच में है, जैसे सीनै पवित्रस्थान में है। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर के रथ हज़ारों लाखों हैं। प्रभु जैसे अपनी पवित्रता में सीनै पर्वत पर था, वैसे ही उनके मध्य है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर के रथ दस दस हजार, और हजारों हजार हैं; प्रभु अपनी पवित्रता में उनके मध्य हैं, जैसे सीनायी पर्वत पर. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर के रथ बीस हजार, वरन् हजारों हजार हैं; प्रभु उनके बीच में है, जैसे वह सीनै पवित्रस्थान में है। |
वे चलते-चलते बातें कर रहे थे। सहसा एक अग्निमय रथ और अग्निमय अश्वों ने उन्हें अलग कर दिया। एलियाह बवण्डर पर सवार होकर स्वर्ग को जाने लगे।
प्रभु पीड़ित को स्मरण रखता है। वह उसकी आह नहीं भूलता है। क्योंकि वह हत्या का प्रतिशोध लेने वाला प्रभु है!
प्रभु ने कहा, ‘निकट मत आ। पैरों से जूते उतार; क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है, वह पवित्र भूमि है।’
आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्व के पर्वतों में उच्चतम स्थान पर, गौरवमय स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्य उच्चतम स्थान ग्रहण करेगा; विश्व के राष्ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।
उसने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, यह मेरे सिंहासन का स्थान है। यही मेरे चरणों की चौकी है। इसी स्थान में मैं युग-युगांत इस्राएली लोगों के मध्य निवास करूंगा। अब इस्राएल के वंशज मेरे पवित्र नाम को अपवित्र नहीं करेंगे: न वे और न उनके राजा दूसरे देवताओं का अनुसरण कर मेरे प्रति विश्वासघात करेंगे, और न अपने मृत राजाओं की समाधि बना कर मेरे पवित्र नाम को अपवित्र करेंगे।
अब वे विश्वासघात करना बन्द करें, मेरे पवित्र भवन के पास से मृत राजाओं की समाधियां दूर करें; तब मैं उनके बीच युग-युगांत निवास करूंगा।
उसके सामने से अग्नि-ज्वाला निकल रही थी, उसके सम्मुख लपटें निकल रही थीं। हजारों-हजार सेवक उसकी परिचर्या कर रहे थे; और लाखों-लाख लोग उसके सम्मुख हाथ-जोड़े खड़े थे। न्याय करने के लिए दरबार लगा था; और संविधान के ग्रंथ खुले थे।
प्रभु, तू अपने अश्वों पर, अपने विजयी रथों पर क्यों सवार है? क्या तेरा कोप सरिताओं के प्रति है? क्या तू नदियों से नाराज है? क्या तू समुद्र से क्रुद्ध है?
क्या तुम यह समझते हो कि मैं अपने पिता से सहायता नहीं माँग सकता? क्या वह इसी क्षण मेरे लिए स्वर्गदूतों की बारह से भी अधिक सेनाएँ नहीं भेज देगा?
मूसा ने कहा, ‘प्रभु सीनय पर्वत से आया, वह सेईर देश से हम पर उदित हुआ, वह पारन पर्वत से प्रकाशवान हुआ। वह लाखों पवित्र प्राणियों के मध्य से आया। उसके दाहिने हाथ में ज्वालामय अग्नि थी।
मैंने पुन: देखा, और सिंहासन, प्राणियों और धर्मवृद्धों के चारों ओर खड़े बहुत-से स्वर्गदूतों की आवाज सुनी − उनकी संख्या लाखों और करोड़ों में थी।