भजन संहिता 65:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू अपने मंगलमय वरदानों से वर्ष को मुकुट पहिनाता है, तेरे रथ-मार्गों के किनारे खेत लहलहाते हैं। पवित्र बाइबल तू नये साल का आरम्भ उत्तम फसलों से करता है। तू भरपूर फसलों से गाड़ियाँ भर देता है। Hindi Holy Bible अपनी भलाई से भरे हुए वर्ष पर तू ने मानो मुकुट धर दिया है; तेरे मार्गों में उत्तम उत्तम पदार्थ पाए जाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपनी भलाई से भरे हुए वर्ष पर तू ने मानो मुकुट रख दिया है; तेरे मार्गों में उत्तम उत्तम पदार्थ पाए जाते हैं। नवीन हिंदी बाइबल तूने वर्ष को मानो अपनी भलाई का मुकुट पहनाया है, तेरे मार्गों में भरपूरी पाई जाती है। सरल हिन्दी बाइबल आप वर्ष को विपुल उपज के द्वारा गौरवान्वित करते हैं, जिससे अन्न उत्तम-उत्तम पदार्थ से भंडार परिपूर्ण पाए जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरी भलाइयों से, तू वर्ष को मुकुट पहनता है; तेरे मार्गों में उत्तम-उत्तम पदार्थ पाए जाते हैं। |
तूने अपने निवास-स्थान को उपरले जल पर स्थित किया है। तू मेघों को अपना रथ बनाता है; तू पवन के पंखों पर सवारी करता है।
जो प्रभु के विधान और साक्षी को मानते हैं, उनके लिए प्रभु के समस्त मार्ग करुणामय तथा सत्य हैं।
वे तेरे घर के विभिन्न व्यंजनों से तृप्त होते हैं। तू उन्हें अपनी सुख-सरिता से जल पिलाता है।
प्रभु, तू धार्मिक मनुष्य को आशिष देता है, तू ढाल के सदृश उसको अपनी कृपा से घेरे रहता है।
तेरा रेवड़ देश में बस गया; हे परमेश्वर, तूने अपनी भलाई के कारण, पीड़ित प्रजा की व्यवस्था की।
कौन जानता है, प्रभु लौटे और पछताए, और अपने पीछे आशिष छोड़ जाए? तब तुम अपने प्रभु परमेश्वर को अन्नबलि और पेयबलि चढ़ा सकोगे।
क्या बीज अब तक बखार में है? क्या अंगूर, अंजीर, अनार और जैतून के वृक्षों में फल नहीं लगे? आज के दिन से मैं तुम्हें आशिष देता रहूंगा।’
‘मेरे भण्डार-गृह में पूर्ण दशमांश लाओ, जिससे मेरे भवन में भोजन-वस्तु रहे। तब मुझे परखो कि मैं आकाश के झरोखे खोलकर तुम्हारे लिए वर्षा करता हूँ कि नहीं, मैं तुम पर आशिष की वर्षा करता हूँ कि नहीं।’
यदि कुछ डालियाँ तोड़ कर अलग कर दी गयी हैं और तुम, ओ गैर-यहूदियो! जो जंगली जैतून हो, उनकी जगह पर कलम लगाये गये और जैतून की जड़ तथा उसके रस-भंडार के भागीदार बने,
तुम्हारा प्रभु परमेश्वर उस देश की देखभाल करता है। तुम्हारे प्रभु परमेश्वर की आंखें वर्ष के आरम्भ से वर्ष के अन्त तक उस पर लगी रहती हैं।