हदद-एजेर ने दूत भेजे, और जो सीरियाई सैनिक फरात नदी के उस पार थे, उन्हें बुला लिया। वे हेलाम नगर में आए। हदद-एजेर की सेना का सेनापति शोबख था। वह उनके आगे-आगे था।
भजन संहिता 60:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हे परमेश्वर, तूने हमें त्याग दिया; तूने हमें छिन्न-भिन्न कर दिया; तू क्रोधित था; अब हमें पुन: स्थापित कर। पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, तूने हमको बिसरा दिया। तूने हमको विनष्ट कर दिया। तू हम पर कुपित हुआ। तू कृपा करके वापस आ। Hindi Holy Bible हे परमेश्वर तू ने हम को त्याग दिया, और हम को तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हम को ज्यों का त्यों कर दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे परमेश्वर, तू ने हम को त्याग दिया, और हम को तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हम को ज्यों का त्यों कर दे। नवीन हिंदी बाइबल हे परमेश्वर, तूने हमें त्याग दिया है, और हमें तोड़ डाला है; तू हम पर क्रोधित हुआ है। अब हमें फिर से स्थापित कर। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर, आपने हमें शोकित छोड़ दिया, मानो आप हम पर टूट पड़े हैं; आप हमसे क्रोधित हो गए हैं. अब हमें पुनः अपना लीजिए! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे परमेश्वर, तूने हमको त्याग दिया, और हमको तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हमको ज्यों का त्यों कर दे। |
हदद-एजेर ने दूत भेजे, और जो सीरियाई सैनिक फरात नदी के उस पार थे, उन्हें बुला लिया। वे हेलाम नगर में आए। हदद-एजेर की सेना का सेनापति शोबख था। वह उनके आगे-आगे था।
अत: दाऊद बअल-परासीम में आया। वहाँ उसने पलिश्तियों को पराजित कर दिया। तब दाऊद ने यह कहा, ‘जैसे जल बांध को तोड़ देता है, वैसे ही प्रभु ने मेरे सम्मुख मेरे शत्रुओं की व्यूह-रचना तोड़ दी।’ इस कारण उस स्थान का नाम ‘बअल-परासीम’ पड़ गया।
उसने समस्त एदोम राज्य की सीमा में प्रशासक नियुक्त किए। तत्पश्चात् वह लौट गया। सब एदोमी लोग दाऊद के अधीन हो गए। जहाँ-जहाँ दाऊद गया, प्रभु ने उसे विजय प्रदान की।
जब रहोब का पुत्र और सोबाह राज्य का राजा हदद-एजेर फरात नदी के समीप अपना राज्य-विस्तार करने गया, तब दाऊद ने उसे पराजित कर दिया।
अमस्याह ने लवण घाटी में दस हजार एदोमी सैनिकों को पराजित कर दिया, और युद्ध में सेला नगर को जीत लिया। उसने सेला का नाम योक्तएल नगर रखा। आज भी उसका यही नाम है।
जब सोबाह राज्य का राजा हदद-एजेर फरात नदी के समीप, हमात नगर की ओर, अपना राज्य-विस्तार करने गया, तब दाऊद ने उसे पराजित किया।
‘ओ मेरे पुत्र सुलेमान, अपने पिता के परमेश्वर का अनुभव कर, और अपने सम्पूर्ण हृदय और प्रसन्न चित्त से उसकी सेवा कर। प्रभु हृदय को परखता है। वह हर एक योजना और विचार को जानता है। यदि तू उसको खोजेगा तो वह तुझको प्राप्त होगा। परन्तु यदि तू उसको त्याग देगा, तो वह तुझे सदा के लिए त्याग देगा।
राजा अमस्याह ने साहस किया। उसने अकेले ही अपने सैनिकों का नेतृत्व किया। वह लवण घाटी में आया, और वहाँ उसने सेईर के दस हजार सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया।
हे परमेश्वर, क्या तूने हमारा परित्याग नहीं किया है? हे परमेश्वर, तू हमारी सेना के साथ क्यों नहीं जाता?
हे मेरे परमेश्वर, मेरे शत्रुओं से मुझे मुक्त कर; मेरे विरुद्ध खड़े होने वालों से मेरी रक्षा कर।
क्या तू उनका वध नहीं करेगा? ऐसा न हो कि मेरी प्रजा भूल जाए; हे स्वामी, हमारी ढाल! उन्हें अपनी सेना द्वारा छिन्न-भिन्न कर दे, उनका पतन कर दे।
हे परमेश्वर, क्या तूने हमारा परित्याग नहीं किया है? हे परमेश्वर, तू हमारी सेना के साथ क्यों नहीं जाता?
हे परमेश्वर, क्यों तूने हमें सदा के लिए त्याग दिया? क्यों तेरी क्रोधाग्नि तेरे चारागाह की भेड़ों के प्रति भड़क उठी?
हे प्रभु, कब तक? क्या तू निरंतर क्रोध करता रहेगा? कब तक तेरी ईष्र्या अग्नि जैसी जलती रहेगी?
हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, अपने नाम की महिमा के लिए हमारी सहायता कर; अपने नाम के निमित्त हमें मुक्त कर, और हमारे पापों को ढांप दे।
हे इस्राएल के मेषपाल, सुन! रेवड़ के समान यूसुफ का नेतृत्व करनेवाले, हे करूबों पर विराजनेवाले, प्रकाशवान हो!
तूने पुर्वकाल में अपने भक्त से दर्शन में यह कहा था, ‘मैंने शक्तिशाली पुरुष के सिर पर मुकुट रखा है; मैंने प्रजा में से एक पुरुष को चुना और उसको उन्नत किया है।
तूने यह कहा है, ‘मैंने अपने मनोनीत राजा के साथ विधान स्थापित किया है, मैंने अपने सेवक दाऊद से यह शपथ खाई है:
प्रभु, अब तूने उसे त्याग दिया, तूने उसको अस्वीकार कर दिया; तू अपने अभिषिक्त राजा से अति क्रुद्ध है।
परमेश्वर पवित्र सन्तों की सभा में भयप्रद है, वह अपने चारों ओर रहनेवालों में महान और भयावह है।
प्रभु कहता है : ‘मैं यहूदा के वंशजों को बल प्रदान करूंगा, मैं यूसुफ के वंश को बचाऊंगा। मैंने उन पर दया की है, अत: मैं उन्हें वापस लाऊंगा। वे ऐसे रहेंगे मानो मैंने उन्हें कभी छोड़ा न था। मैं उनका प्रभु परमेश्वर हूँ, मैं उन्हें निस्सन्देह उत्तर दूंगा।
शमूएल ने कहा, ‘तुमने यह क्या किया?’ परन्तु शाऊल ने उत्तर दिया, ‘मैंने देखा कि लोग मुझे छोड़कर बिखरने लगे हैं, और आप निश्चित अवधि में नहीं आए। उधर पलिश्ती सेना मिकमाश में एकत्र हो रही थी
समाचार लाने वाले व्यक्ति ने उत्तर दिया, ‘इस्राएली पलिश्तियों के सम्मुख से भाग गए हैं। इस्राएली सेना का महा संहार हुआ है। आप के दोनों पुत्र, होफ्नी और पीनहास भी मारे गए हैं। पलिश्तियों ने परमेश्वर की मंजूषा छीन ली है।’