‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
भजन संहिता 6:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे शत्रु लज्जित और बहुत बेचैन होंगे, वे पीठ दिखाएंगे और क्षण-भर में उनका अपयश होगा। पवित्र बाइबल मेरे सभी शत्रु व्याकुल और आशाहीन होंगे। कुछ अचानक ही घटित होगा और वे सभी लज्जित होंगे। वे मुझको छोड़ कर लौट जायेंगे। Hindi Holy Bible मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत घबराएंगे; वे लौट जाएंगे, और एकाएक लज्जित होंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत ही घबराएँगे; वे लौट जाएँगे, और एकाएक लज्जित होंगे। नवीन हिंदी बाइबल मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत घबरा जाएँगे। वे लौट जाएँगे और क्षण भर में लज्जित होंगे। सरल हिन्दी बाइबल मेरे समस्त शत्रु लज्जित किए जाएंगे, वे पूर्णतः निराश हो जाएंगे; वे पीठ दिखाएंगे और तत्काल ही लज्जित किए जाएंगे! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत ही घबराएँगे; वे पराजित होकर पीछे हटेंगे, और एकाएक लज्जित होंगे। |
‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
सच्चाई की ओर लौटो, और विचार करो, जिससे मेरे साथ अन्याय न हो। कृपया पुन: सच्चाई से सोचो, मैंने अपने पक्ष में जो कहा है, वह सच है।
दुर्जन यह देखकर क्रोधित होता है; वह दांत पीसता और गल-गलकर मर जाता है। अत: दुर्जन की इच्छा का विनाश होता है।
उन्हें भी लज्जित न होने देना, जो तेरी प्रतीक्षा करते हैं, परन्तु वे लज्जित हों, जो अकारण विश्वासघात करते हैं।
जो लोग मेरी विपत्ति पर हंसते हैं, उन्हें पूर्णत: लज्जित और अपमानित कर। जो व्यक्ति मेरे विरुद्ध शक्ति संचित करते हैं, उन्हें लज्जा और अनादर से ढांप दे।
परमेश्वर, उनको अपराधी घोषित कर, उनको अपनी ही सम्मति के कारण गिरने दे, उनके अपराधों की अधिकता के कारण उन्हें बाहर निकाल दे; क्योंकि उन्होंने तुझसे विद्रोह किया है।
हे प्रभु, रोष से उठ! मेरे शत्रुओं के क्रोधोन्माद के विरुद्ध खड़ा हो! हे मेरे परमेश्वर, जाग! तूने न्याय का आदेश दिया है।
जो मेरे प्राण के खोजी हैं, वे लज्जित हों और नष्ट हो जाएं; जो मेरी बुराई का प्रयत्न करते हैं, वे निन्दा और अपमान में गड़ जाएं।
मैं भी निरन्तर तेरी धार्मिकता का पाठ करूंगा, क्योंकि जो लोग मेरी बुराई का प्रयत्न करते थे, वे लज्जित और अपमानित हुए हैं।
अपनी भलाई का चिह्न प्रकट कर, कि मेरे बैरी उसे देख कर लज्जित हों। हे प्रभु, तू ही ने मेरी सहायता की है, मुझे सांत्वना प्रदान की है।
जो मनुष्य बार-बार डांटे जाने पर भी अपना हठ नहीं छोड़ता, उसका अचानक सर्वनाश होगा, और वह फिर नहीं सुधर सकेगा।
प्रभु, न्याय करने के लिए तेरा हाथ उठा हुआ है; पर वे उसे नहीं देख रहे हैं। वे तेरे निज लोगों के प्रति तेरा उत्साह देखें, और तब वे लज्जित हों। शत्रुओं के प्रति तेरी क्रोधाग्नि उन्हें भस्म कर दे।
किन्तु, प्रभु, तू मानो आतंकमय योद्धा है। तू मेरे साथ है। अत: मुझे सतानेवाले, मेरे बैरी, मुंह के बल गिरेंगे; वे मुझ पर प्रबल न होंगे। वे अपनी पराजय के कारण अत्यन्त लज्जित होंगे। उनका यह अपमान सदा बना रहेगा, और कभी भुलाया न जा सकेगा।
तुम धार्मिक और अधार्मिक में पुन: भेद पहचानोगे; तुम जानोगे कि कौन व्यक्ति मुझ-परमेश्वर की सेवा करता है, और कौन व्यक्ति मेरी सेवा नहीं करता।’
जब लोग यह कहेंगे, “अब तो शान्ति और सुरक्षा है”, तभी विनाश, गर्भवती की प्रसव-पीड़ा की तरह, उन पर अचानक आ पड़ेगा और वे उससे नहीं बच सकेंगे।