भजन संहिता 58:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनमें सर्प के विष जैसा विष है; वे बहरे नाग के समान हैं जो अपने कान बंद कर लेता है, पवित्र बाइबल वे उस भयानक साँप और नाग जैसे होते हैं जो सुन नहीं सकता। वे दुष्ट जन भी अपने कान सत्य से मूंद लेते हैं। Hindi Holy Bible उन में सर्प का सा विष है; वे उस नाम के समान हैं, जो सुनना नहीं चाहता; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन में सर्प का सा विष है; वे उस नाग के समान हैं, जो सुनना नहीं चाहता; नवीन हिंदी बाइबल उनमें सर्प का सा विष है, वे बहरे नाग के समान हैं, जो अपने कान बंद कर लेता है; सरल हिन्दी बाइबल उनका विष विषैले सर्प का विष है, उस बहरे सर्प के समान, जिसने अपने कान बंद कर रखे हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनमें सर्प का सा विष है; वे उस नाग के समान है, जो सुनना नहीं चाहता; |
जब प्रभु को अग्निबलि की सुखद सुगन्ध मिली तब उसने अपने हृदय में कहा, ‘अब मैं मनुष्य के कारण भूमि को कभी शाप न दूंगा। बचपन से ही मनुष्य के मन के विचार बुराई के लिए होते हैं। जैसा मैंने अभी किया है वैसा जीवित प्राणियों का पुन: विनाश न करूंगा।
जूफा की डाली से मुझे शुद्ध कर; तब मैं पवित्र हो जाऊंगा। मुझे धो तो मैं हिम से अधिक श्वेत बनूंगा।
दूध पीता शिशु करैत सांप के बिल पर खेलेगा, दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में अपना हाथ डालेगा।
और देखो, प्रभु कहता है, ‘मैं तुम्हारे बीच में नाग और सर्प भेजूंगा, जिन पर मंत्र न चलेगा; वे तुमको डस लेंगे।’
बहुत से फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा के लिए आते देख कर योहन ने उन से कहा, “साँप के बच्चो! किसने तुम लोगों को परमेश्वर के आने वाले कोप से भागने के लिए सचेत कर दिया?
उनका गला खुली हुई कबर है; उनकी वाणी में छल कपट है और उनके होंठों के तले साँप का विष है।
किन्तु कोई मनुष्य अपनी जीभ को वश में नहीं कर सकता। वह एक ऐसी बुराई है, जो कभी शान्त नहीं रहती और प्राणघातक विष से भरी हुई है।