मैं प्रभु शरण में आया हूँ। फिर तुम मेरे प्राण से कैसे कह सकते हो, “पंछी, अपने पर्वत को उड़ जा!
भजन संहिता 55:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने कहा, “भला होता कि मेरे कपोत-सदृश पंख होते; और मैं उड़ जाता और शान्ति पाता। पवित्र बाइबल ओह, यदि कपोत के समान मेरे पंख होते, यदि मैं पंख पाता तो दूर कोई चैन पाने के स्थान को उड़ जाता। Hindi Holy Bible और मैं ने कहा, भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मैं ने कहा, “भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता! नवीन हिंदी बाइबल तब मैंने कहा, “भला होता कि कबूतर के समान मेरे भी पंख होते, और मैं उड़ जाता, और विश्राम पाता। सरल हिन्दी बाइबल तब मैं विचार करने लगा, “कैसा होता यदि कबूतर समान मेरे पंख होते! और मैं उड़कर दूर शांति में विश्राम कर पाता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मैंने कहा, “भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता! |
मैं प्रभु शरण में आया हूँ। फिर तुम मेरे प्राण से कैसे कह सकते हो, “पंछी, अपने पर्वत को उड़ जा!
मेरा हृदय धड़कता है, मैं अत्यन्त भयभीत हूं। जिस संध्या की मैं प्रतीक्षा कर रहा था, वह मेरी घबराहट का कारण बन गई।
परन्तु महिला को विशालकाय गरुड़ के दो पंख मिले, जिससे वह निर्जन प्रदेश में अपने उस आश्रय-स्थान को उड़ जाये, जहाँ उसे, सर्प की पहुँच से परे, साढ़े तीन वर्ष तक भोजन मिलनेवाला था।