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भजन संहिता 55:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

कंपन और भय मुझ में समा गये हैं, और आतंक ने मुझे वश में कर लिया है।

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पवित्र बाइबल

मैं बहुत डरा हुआ हूँ। मैं थरथर काँप रहा हूँ। मैं भयभीत हूँ।

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Hindi Holy Bible

भय और कंपकपी ने मुझे पकड़ लिया है, और भय के कारण मेरे रोंए रोंए खड़े हो गए हैं।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

भय और कँपकँपी ने मुझे पकड़ लिया है, और भय के कारण मेरे रोंए रोंए खड़े हो गए हैं।

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नवीन हिंदी बाइबल

भय और कँपकँपी ने मुझे जकड़ लिया है, और डर ने मुझे धर दबोचा है।

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सरल हिन्दी बाइबल

भय और कंपकंपी ने मुझे भयभीत कर लिया है; मैं आतंक से घिर चुका हूं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

भय और कंपन ने मुझे पकड़ लिया है, और भय ने मुझे जकड़ लिया है।

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भजन संहिता 55:5
12 क्रॉस रेफरेंस  

अत: दाऊद ने अपने दरबारियों को जो उसके साथ यरूशलेम में थे, यह आदेश दिया, ‘तैयार हो जाओ, हम अविलम्‍ब भाग चलें। अन्‍यथा हम अबशालोम के आने पर भाग न सकेंगे। शीघ्र चलो। ऐसा न हो कि वह अचानक हमें आ घेरे, हमारा अनिष्‍ट करे और नगरवासियों को तलवार से मौत के घाट उतारे।’


जब मैं विचार करता हूँ तब मैं घबरा जाता हूँ, मेरा शरीर थर-थर काँपने लगता है।


सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के जहर-बुझे तीरों ने मुझे बेधा है, मेरी आत्‍मा उनका विष-पान कर रही है, परमेश्‍वर का आतंक मेरे विरुद्ध आक्रमण के लिए पंिक्‍तबद्ध खड़ा है।


प्रभु, तेरे भय से मेरा शरीर कांपता है; तेरे न्‍याय-सिद्धान्‍तों से मैं डरता हूं।


मैंने संकट में प्रभु को पुकारा, मैंने अपने परमेश्‍वर की दुहाई दी। उसने अपने मंदिर से मेरी वाणी सुनी, मेरी दुहाई उसके कानों में पहुँची।


मेरे हृदय में प्राण व्‍याकुल है। यर्दन और हेर्मोन प्रदेश से, मिसार पर्वत से मैं तुझ को स्‍मरण करता हूँ।


जब मेरा हृदय डूबने लगता है, तब मैं पृथ्‍वी के सीमान्‍त से तुझ को पुकारता हूँ। मुझे ऊपर उठा और चट्टान पर बैठा, जो मेरी अपेक्षा ऊंची है;


मेरा हृदय धड़कता है, मैं अत्‍यन्‍त भयभीत हूं। जिस संध्‍या की मैं प्रतीक्षा कर रहा था, वह मेरी घबराहट का कारण बन गई।


उन्‍होंने पश्‍चात्ताप प्रकट करने के लिए कमर में टाट के वस्‍त्र पहिन लिये हैं। आतंक ने उनको ढक लिया है। उनके चेहरे से ग्‍लानि टपक रही है। उन्‍होंने पश्‍चात्ताप के कारण अपने सिरों को मूंड़ लिया है।


येशु प्राणपीड़ा में पड़ने के कारण और भी एकाग्र हो कर प्रार्थना करते रहे और उनका पसीना रक्‍त की बूंदों की तरह धरती पर टपकता रहा।]