अत: दाऊद ने अपने दरबारियों को जो उसके साथ यरूशलेम में थे, यह आदेश दिया, ‘तैयार हो जाओ, हम अविलम्ब भाग चलें। अन्यथा हम अबशालोम के आने पर भाग न सकेंगे। शीघ्र चलो। ऐसा न हो कि वह अचानक हमें आ घेरे, हमारा अनिष्ट करे और नगरवासियों को तलवार से मौत के घाट उतारे।’
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के जहर-बुझे तीरों ने मुझे बेधा है, मेरी आत्मा उनका विष-पान कर रही है, परमेश्वर का आतंक मेरे विरुद्ध आक्रमण के लिए पंिक्तबद्ध खड़ा है।
उन्होंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए कमर में टाट के वस्त्र पहिन लिये हैं। आतंक ने उनको ढक लिया है। उनके चेहरे से ग्लानि टपक रही है। उन्होंने पश्चात्ताप के कारण अपने सिरों को मूंड़ लिया है।