रूबेन ने उनको उत्तर दिया, ‘क्या मैंने तुम लोगों से नहीं कहा था कि लड़के के विरुद्ध पाप न करो! परन्तु तुम लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी। अब हमसे उसके रक्त का प्रतिशोध लिया जाएगा।’
भजन संहिता 51:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हे परमेश्वर, मेरे उद्धार के परमेश्वर, मुझे रक्तपात के दोष से मुक्त कर, तब मैं अपने मुंह से तेरी धार्मिकता का जयजयकार करूंगा। पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, तू मुझे हत्या का दोषी कभी मत बनने दें। मेरे परमेश्वर, मेरे उद्धारकर्ता, मुझे गाने दे कि तू कितना उत्तम है Hindi Holy Bible हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के अपराध से छुड़ा ले, तब मैं तेरे धर्म का जयजयकार करने पाऊंगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के अपराध से छुड़ा ले, तब मैं तेरे धर्म का जयजयकार करने पाऊँगा। नवीन हिंदी बाइबल हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के दोष से मुक्त कर, तब मैं अपने मुँह से तेरी धार्मिकता का जय जयकार करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर, मेरे छुड़ानेवाले परमेश्वर, मुझे रक्तपात के दोष से मुक्त कर दीजिए, कि मेरी जीभ आपकी धार्मिकता का स्तुति गान कर सके. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के अपराध से छुड़ा ले, तब मैं तेरी धार्मिकता का जयजयकार करने पाऊँगा। |
रूबेन ने उनको उत्तर दिया, ‘क्या मैंने तुम लोगों से नहीं कहा था कि लड़के के विरुद्ध पाप न करो! परन्तु तुम लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी। अब हमसे उसके रक्त का प्रतिशोध लिया जाएगा।’
जो कोई मनुष्य का रक्त बहाएगा, उसका भी रक्त मनुष्य द्वारा बहाया जाएगा; क्योंकि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप में बनाया है।
पर तूने मुझ-प्रभु के वचन का तिरस्कार क्यों किया? जो कार्य मेरी दृष्टि में बुरा है, उसको तूने क्यों किया? तूने तलवार से ऊरियाह हित्ती की हत्या करवा दी, और उसकी पत्नी को छीनकर अपनी पत्नी बना लिया। तूने अम्मोनी सैनिकों की तलवार से ऊरियाह का वध कर दिया।
दाऊद के राज्य-काल में लगातार तीन वर्ष तक अकाल पड़ा। दाऊद ने प्रभु से इसका कारण पूछा। प्रभु ने कहा, ‘शाऊल और उसके राज-परिवार पर हत्या का दोष है, क्योंकि उसने गिबओनी जाति के लोगों का वध किया था।’
कुछ समय पश्चात् दाऊद ने यह सुना। उसने कहा, ‘मैं और मेरा राज्य अब्नेर बेन-नेर की हत्या के लिए प्रभु की दृष्टि में सदा निर्दोष रहेंगे।
‘हमारे दुष्कर्मों, हमारे बड़े-बड़े अधर्म के कामों के कारण हम पर विपत्तियां आईं, पर तूने हमारे अपराधों की तुलना में हमें कम ही दण्ड दिया, और हमारी कौम के कुछ लोगों को नष्ट होने से बचा लिया।
तो भी हम पर जो कष्ट आए हैं, उनके विषय में तेरा व्यवहार न्यायसंगत ही था। तूने हमारे साथ सत्य के अनुरूप व्यवहार किया, फिर भी हम दुष्टतापूर्ण व्यवहार करते रहे।
अपने सत्य पथ पर मुझे ले चल और मुझे सिखा; क्योंकि तू ही मेरा उद्धार करने वाला परमेश्वर है, दिन भर मैं तेरी प्रतीक्षा करता हूँ।
परमेश्वर, तू उन्हें विनाश के गर्त्त में डालेगा; रक्त-पिपासु और कपटी मनुष्य आधी आयु भी व्यतीत न कर पाएंगे। पर मैं तुझ पर ही भरोसा करूंगा।
हमारा परमेश्वर मुक्ति प्रदान करनेवाला परमेश्वर है; प्रभु-स्वामी के पास ही मृत्यु से मुक्ति है।
“देखो, प्रभु परमेश्वर ही मेरा उद्धारकर्ता है; मुझे उसपर पूर्ण भरोसा है, मैं डरूंगा नहीं; क्योंकि प्रभु ही मेरा बल, और मेरी रक्षा है। वह मेरा उद्धारकर्ता बन गया है।”
किन्तु प्रभु ने अपने शाश्वत उद्धार से इस्राएली राष्ट्र को बचा लिया; अब वह अनन्तकाल तक लज्जित और आतंकित नहीं होगा।
यदि मैं दुर्जन से कहूंगा, “ओ दुर्जन, तू निस्सन्देह मरेगा” , और यदि तू दुर्जन को सावधान नहीं करेगा कि वह अपना बुरा मार्ग छोड़ दे, तो ओ मानव-पुत्र, वह दुर्जन तो अपने अधर्म में मरेगा ही, किन्तु मैं उसकी मौत का जिम्मेदार तुझे ठहराऊंगा, और उसके खून का लेखा तुझ से लूंगा।
स्वामी, अपने धर्ममय आचरण के अनुरूप अपना क्रोध और प्रकोप यरूशलेम से हटा ले। प्रभु, यरूशलेम नगर तेरा ही पवित्र पहाड़ी नगर है। हमारे पूर्वजों के पापमय और हमारे ही अधर्ममय आचरण के कारण यरूशलेम नगर और तेरे निज लोग आसपास के राष्ट्रों में बदनाम हो गए हैं।
हे स्वामी, केवल तू ही धार्मिक है, और हमारा सिर शर्म से झुका हुआ है। आज भी हम, यहूदा प्रदेश के निवासी, यरूशलेम नगर के रहने वाले, वस्तुत: समस्त इस्राएली कौम के लोग जो दूर और नजदीक के देशों में प्रवास कर रहे हैं, जहाँ तूने उनको अपने प्रति विश्वासघाती आचरण के कारण रहने को विवश किया है, शर्म के कारण अति लज्जित हैं।
यहाँ लोग झूठी शपथ खाते हैं। वे धोखा देते हैं। वे हत्यारे, चोर और व्यभिचारी हैं। वे व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन करते हैं, यहाँ हत्या के बाद हत्या होती है।
किन्तु जब वे लोग पौलुस का विरोध करने और निन्दा करने लगे, तो उन्होंने अपने वस्त्र की धूल झाड़ कर उनसे यह कहा, “तुम्हारा रक्त तुम्हारे सिर पड़े! मेरा अन्त:करण शुद्ध है। मैं अब से गैर-यहूदियों के पास जाऊंगा।”
वे उस धार्मिकता को नहीं जानते, जिसे परमेश्वर चाहता है, और अपनी धार्मिकता की स्थापना करने में लगे रहते हैं। इसलिए उन्होंने परमेश्वर द्वारा निर्धारित धार्मिकता के अधीन रहना अस्वीकार किया;