वह मार्ग का सांप, पथ का नाग होगा, जो अश्वों की एड़ी को डंसता है, और अश्वारोही पीछे गिर पड़ता है।
भजन संहिता 49:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्यों मैं संकटकाल में डरूं? जब मैं अपने विरोधियों के अत्याचार से घिर जाऊं, पवित्र बाइबल ऐसा कोई कारण नहीं जो मैं किसी भी विनाश से डर जाऊँ। यदि लोग मुझे घेरे और फँदा फैलाये, मुझे डरने का कोई कारण नहीं। Hindi Holy Bible विपत्ति के दिनों में जब मैं अपने अड़ंगा मारने वालों की बुराइयों से घिरूं, तब मैं क्यों डरूं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) विपत्ति के दिनों में जब मैं अड़ंगा मारनेवालों की बुराइयों से घिरूँ, तब मैं क्यों डरूँ? नवीन हिंदी बाइबल विपत्ति के दिनों में जब मैं अपने विरोधियों के अधर्म से घिरूँ तो क्यों डरूँ? सरल हिन्दी बाइबल क्या आवश्यकता है विपत्ति के समय मुझे भयभीत होने की, जब दुष्ट धोखेबाज मुझे आ घेरते हैं; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 विपत्ति के दिनों में मैं क्यों डरूँ जब अधर्म मुझे आ घेरे? |
वह मार्ग का सांप, पथ का नाग होगा, जो अश्वों की एड़ी को डंसता है, और अश्वारोही पीछे गिर पड़ता है।
कुत्तों ने मुझे घेर लिया है; कुकर्मियों की भीड़ ने चारों ओर घेरा डाला है; उन्होंने मेरे हाथ-पैर बेध डाले हैं।
यद्यपि मैं घोर अंधकारमय घाटी से गुजरता हूँ, तो भी अनिष्ट से नहीं डरता, क्योंकि हे प्रभु, तू मेरे साथ है। तेरी सोंठी, तेरी लाठी मुझे सहारा देती हैं।
दुर्जन व्यक्ति अपने दुष्कर्मों के जाल में फंसता है; वह अपने पापों के बन्धन में बन्ध जाता है।
किन्तु वे अपने हृदय में यह नहीं विचारते, कि मैं उनके समस्त कुकर्मों को स्मरण रखता हूं। अब उनके कर्मों ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया है; उनके कर्म मेरे सम्मुख हैं।
बिल्आम ने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने गाया : ‘बालाक ने, मोआब के राजा ने मुझे सीरिया देश से, पूर्वी पहाड़ियों से बुलाया : “आओ, मेरे लिए याकूब को श्राप दो, आओ, इस्राएल की भत्र्सना करो।”
मुझ से कहा, ‘पौलुस, डरिए नहीं। आप को रोमन सम्राट के सामने उपस्थित होना ही है। और देखिए, परमेश्वर ने आपके सब सहयात्री आपको दे दिये हैं।’
और विरोधियों से तनिक भी नहीं डरते। आपकी यह दृढ़ता परमेश्वर का वरदान है और यह विरोधियों के लिए विनाश का, किन्तु आपके लिए मुक्ति का संकेत है।
अब, प्रभु की उपस्थिति से दूर अन्य देश की भूमि पर मेरा रक्त न बहाया जाए। इस्राएली राष्ट्र का राजा मेरे प्राण की खोज में निकला है, जैसे शिकारी पहाड़ों पर तीतर का शिकार करता है।’