ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




भजन संहिता 49:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उनकी कबर ही उनका स्‍थायी घर है। वह पीढ़ी-दर-पीढ़ी के लिए उनका निवास- स्‍थान है, चाहे वे अपनी भूमि-क्षेत्रों को अपने नाम से संबोधित करें।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

कब्र सदा सर्वदा के लिए हर किसी का घर बनेगा, इसका कोई अर्थ नहीं कि वे कितनी धरती के स्वामी रहे थे।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

वे मन ही मन यह सोचते हैं, कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे; इसलिये वे अपनी अपनी भूमि का नाम अपने अपने नाम पर रखते हैं।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

वे मन ही मन यह सोचते हैं कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे; इसलिये वे अपनी अपनी भूमि का नाम अपने अपने नाम पर रखते हैं।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

वे मन ही मन सोचते हैं कि उनके घर सदा बने रहेंगे, और उनका निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहेगा। इसलिए सब अपने नाम पर अपनी-अपनी भूमि का नाम रखते हैं।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

उनकी आत्मा में उनका विचार है, कि उनके आवास अमर हैं, तथा उनके निवास सभी पीढ़ियों के लिए हो गए हैं, वे तो अपने देशों को भी अपने नाम से पुकारने लगे हैं.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

वे मन ही मन यह सोचते हैं, कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा, और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे; इसलिए वे अपनी-अपनी भूमि का नाम अपने-अपने नाम पर रखते हैं।

अध्याय देखें



भजन संहिता 49:11
13 क्रॉस रेफरेंस  

काइन ने अपनी पत्‍नी के साथ सहवास किया। वह गर्भवती हुई और उसने हनोक को जन्‍म दिया। काइन ने एक नगर बसाया, और उसका नाम अपने पुत्र के नाम पर ‘हनोक नगर’ रखा।


जब अबशालोम जीवित था तब उसने अपने लिए एक स्‍तम्‍भ खड़ा कराया था। यह स्‍तम्‍भ राजघाटी में है। अबशालोम का यह विचार था, ‘मेरे नाम को जीवित करने वाला मेरा कोई पुत्र नहीं है।’ अत: उसने स्‍तम्‍भ का नाम अपने नाम पर रखा। आज तक उसको ‘अबशालोम का स्‍तम्‍भ’ कहते हैं।


वह अपने हृदय में यह सोचता है, “मैं अटल हूँ। मैं पीढ़ी से पीढ़ी तक संकट में नहीं पड़ूंगा।”


“अब स्‍वामी, मैं किस की प्रतीक्षा करूँ? मेरी आशा तो तुझ पर लगी है।


उनके मुंह में सत्‍य नहीं है, उनका हृदय विनाश है, उनका गला खुली कबर है, वे अपनी जीभ से ठकुर-सुहाती करते हैं।


उन्‍होंने दुष्‍कर्मों की योजना बनाई है उन्‍होंने सोच-समझ कर कुचक्र रचा है। मनुष्‍य का अन्‍त:करण और हृदय गहन- गंभीर है!


बुद्धिमान व्यक्‍ति के सिर में उसकी आंखें होती हैं, और वह देखकर चलता है, किन्‍तु मूर्ख मनुष्‍य अन्‍धकार में टटोलता है। तो भी मुझे यह अनुभव हुआ कि मूर्ख और बुद्धिमान दोनों एक ही गति को प्राप्‍त होते हैं।


कभी ऐसा भी होता है कि मनुष्‍य बुद्धि, ज्ञान और कौशल से परिश्रम करता है किन्‍तु वह उसका फल उस व्यक्‍ति के द्वारा भोगने के लिए छोड़ जाता है, जिसने उसके लिए कुछ भी परिश्रम नहीं किया। यह भी व्‍यर्थ है और बहुत बुरा है।


‘स्‍वामी-प्रभु यों कहता है: ओ गोग, उस दिन तेरे मन में ये विचार उत्‍पन्न होंगे, और तू यह दुष्‍कर्म करने की योजना बनाएगा।


प्रभु ने उससे कहा, “तुम फरीसी लोग कटोरों और थालियों को बाहर से तो माँजते हो, परन्‍तु तुम्‍हारे भीतर लालच और दुष्‍टता भरी है।


तू अपने इस पाप के लिए पश्‍चात्ताप कर और प्रभु से प्रार्थना कर, जिससे वह तेरा यह दुर्विचार क्षमा कर दे।


मनश्‍शे के पुत्र याईर ने अर्गोब का समस्‍त क्षेत्र, अर्थात् गशूरी और मआकाती राज्‍यों की सीमा तक बाशान देश लिया था और अपने नाम पर इन गांवों का नाम हब्‍बोत-याईर रखा, जैसा आज तक है।)


वह सबेरे शाऊल से भेंट करने के लिए उठा। परन्‍तु शमूएल को यह बताया गया : ‘शाऊल कर्मेल नगर को गए थे। उन्‍होंने वहाँ एक विजय-स्‍तम्‍भ स्‍थापित किया है। वह वहाँ से मुड़कर आगे बढ़ गए और अब गिलगाल की ओर चले गए हैं।’