देखो, परमेश्वर मुझे मार डालेगा, मेरे बचने की आशा नहीं है; फिर भी मैं उसके सम्मुख अपने आचरण का बचाव करूँगा।
भजन संहिता 42:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ मेरे प्राण, तू क्यों व्याकुल है? क्यों तू हृदय में अशांत है? ओ मेरे प्राण, तू परमेश्वर की आशा कर; मैं अपने उद्धार को, अपने परमेश्वर को पुन: सराहूंगा। पवित्र बाइबल मैं इतना दुखी क्यों हूँ? मैं इतना व्याकुल क्यों हूँ? मुझे परमेश्वर के सहारे की बाट जोहनी चाहिए। मुझे अब भी उसकी स्तुति का अवसर मिलेगा। वह मुझे बचाएगा। हे मेरे परमेश्वर, मैं अति दुखी हूँ। इसलिए मैंने तुझे यरदन की घाटी में, हेर्मोन की पहाड़ी पर और मिसगार के पर्वत पर से पुकारा। Hindi Holy Bible हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूँगा। नवीन हिंदी बाइबल हे मेरे मन, तू निराश क्यों है? तू भीतर ही भीतर व्याकुल क्यों है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; मैं तो उसकी स्तुति करूँगा जो मेरा उद्धारकर्ता और मेरा परमेश्वर है। सरल हिन्दी बाइबल मेरे प्राण, तुम ऐसे खिन्न क्यों हो? क्यों मेरे हृदय में तुम ऐसे व्याकुल हो गए हो? परमेश्वर पर भरोसा रखो, क्योंकि यह सब होने पर मैं पुनः उनकी उपस्थिति के आश्वासन के लिए उनका स्तवन करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूँगा। (मत्ती 26:38, मर. 14:34, यूह. 12:27) |
देखो, परमेश्वर मुझे मार डालेगा, मेरे बचने की आशा नहीं है; फिर भी मैं उसके सम्मुख अपने आचरण का बचाव करूँगा।
मेरी यह भावना थी मानो वह मेरा आत्मीय हो, मेरा भाई हो। मैंने सिर झुकाकर मातृशोक जैसा विलाप किया था।
प्रभु के समक्ष शान्त रहो, और उत्सुकता से उसकी प्रतीक्षा करो; उस व्यक्ति के कारण स्वयं को परेशान न करो, जो अपने कुमार्ग पर फलता-फूलता है, जो बुरी युिक्तयां रचता है।
ओ मेरे प्राण, तू क्यों व्याकुल है? क्यों तू हृदय में अशांत है? ओ मेरे प्राण, तू परमेश्वर की आशा कर; मैं अपने उद्धार को, अपने परमेश्वर को पुन: सराहूँगा।
ओ मेरे प्राण, तू क्यों व्याकुल है? क्यों तू हृदय में अशान्त है? ओ मेरे प्राण, तू परमेश्वर की आशा कर; मैं अपने उद्धार को, अपने परमेश्वर को पुन: सराहूंगा।
हमारे पूर्वजों ने तलवार से धरती पर अधिकार नहीं किया था, और न अपने भुजबल से विजय प्राप्त की थी, वरन् तेरे दाहिने हाथ ने, तेरी भुजा ने, तेरे मुख की ज्योति ने; क्योंकि तब तू उनसे प्रसन्न था।
जब मेरा हृदय डूबने लगता है, तब मैं पृथ्वी के सीमान्त से तुझ को पुकारता हूँ। मुझे ऊपर उठा और चट्टान पर बैठा, जो मेरी अपेक्षा ऊंची है;
मैं परमेश्वर का स्मरण कर विलाप करता हूँ, ध्यान करते-करते मेरी आत्मा थक जाती है। सेलाह
जैसे पवित्र पर्व की रात में तुम गीत गाते हो, वैसे ही तुम उस दिन गीत गाओगे। जैसे प्रभु के पर्वत, इस्राएल की चट्टान पर आनेवाला तीर्थयात्री मार्ग में बांसुरी बजाता हुआ आनन्द मनाता है, वैसे ही तुम हृदय से आनन्द मनाओगे।
तुममें कौन ऐसा व्यक्ति है, जो प्रभु की श्रद्धा-भक्ति करता है, जो प्रभु के सेवक के वचन का पालन करता है, जिसके साथ दीपक का प्रकाश नहीं है, और अन्धकार में चलता है, वह प्रभु के नाम पर भरोसा करे, वह परमेश्वर का सहारा ले!
“देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र को जन्म देगी, और उसका नाम ‘इम्मानुएल’ रखा जाएगा” − जिसका अर्थ है, “परमेश्वर हमारे साथ है।”
और उन से बोले, “मैं अत्यन्त व्याकुल हूँ मानो मेरे प्राण निकल रहे हों! तुम यहाँ ठहरो और मेरे साथ जागते रहो।”
मैंने तुम्हें जो-जो आदेश दिये हैं, उन सबका पालन करना उन्हें सिखाओ। देखो, मैं संसार के अन्त तक सदा तुम्हारे साथ हूँ।”
दाऊद अत्यन्त संकट में था। उसके लोग उसे पत्थरों से मार डालने का विचार कर रहे थे। उनके हृदय में कटुता उत्पन्न हो गई थी; क्योंकि प्रत्येक सैनिक का पुत्र अथवा पुत्री बन्दी बना ली गई थी। दाऊद ने प्रभु परमेश्वर से साहस प्राप्त किया।