भजन संहिता 39:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “ हे प्रभु, मेरी प्रार्थना सुन, मेरी दुहाई पर ध्यान दे। मेरे आंसुओं के प्रति उदासीन न हो। मैं कुछ समय के लिए तेरा अतिथि हूँ; मैं अपने पूर्वजों के समान प्रवासी हूँ। पवित्र बाइबल हे यहोवा, मेरी विनती सुन! मेरे शब्दों को सुन जो मैं तुझसे पुकार कर कहता हूँ। मेरे आँसुओं को देख। मैं बस राहगीर हूँ, तुझको साथ लिये इस जीवन के मार्ग से गुजरता हूँ। इस जीवन मार्ग पर मैं अपने पूर्वजों की तरह कुछ समय मात्र टिकता हूँ। Hindi Holy Bible हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दोहाई पर कान लगा; मेरा रोना सुनकर शांत न रह! क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री की नाईं रहता हूं, और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दोहाई पर कान लगा; मेरा रोना सुनकर शांत न रह! क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री के समान रहता हूँ, और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूँ। नवीन हिंदी बाइबल “हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दुहाई पर कान लगा। मेरे आँसुओं को देखकर चुप न रह, क्योंकि मैं तेरे साथ रहनेवाला एक परदेशी हूँ, और अपने सब पूर्वजों के समान यात्री हूँ। सरल हिन्दी बाइबल “याहवेह, मेरी प्रार्थना सुनिए, मेरी सहायता की पुकार पर ध्यान दीजिए; मेरे आंसुओं की अनसुनी न कीजिए. मैं अल्पकाल के लिए आपका परदेशी हूं, ठीक जिस प्रकार मेरे समस्त पूर्वज प्रवासी थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन, और मेरी दुहाई पर कान लगा; मेरा रोना सुनकर शान्त न रह! क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री के समान रहता हूँ, और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूँ। (इब्रा. 11:13) |
याकूब ने फरओ को उत्तर दिया, ‘मेरे प्रवास की अवधि कुल एक सौ तीस वर्ष हुई है। मेरे जीवन के दिन थोड़े हैं और वे बुरे बीते हैं। अभी मैंने अपने जीवन के उतने दिन व्यतीत नहीं किए हैं जितने मेरे पूर्वजों ने अपने प्रवास काल में बिताए थे।’
कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’
‘लौट, और मेरे निज लोगों के अगुए, राजा हिजकियाह से यह कह : “तेरे पूर्वज दाऊद का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी, और तेरे आंसू देखे। देख, मैं तुझे स्वस्थ करूंगा। तू तीसरे दिन मेरे भवन को जाएगा।
हम अपने पूर्वजों के समान तेरे सम्मुख विदेशी और प्रवासी हैं। पृथ्वी पर हमारी आयु छाया के समान है। हमारा यहां स्थायी निवास-स्थान नहीं है।
मैं जर्जर हूँ, और सड़ी गली वस्तु के समान नष्ट हो रहा हूँ! मैं कीड़ा खाया हुआ वस्त्र हूँ!
मृत्यु के पाश ने मुझे लपेटा था; मृतक-लोक के फन्दों ने मुझे फंसा लिया था; मुझे संकट और शोक सहना पड़ा।
तूने मेरे मारे-मारे फिरने का विवरण रखा है; हे परमेश्वर, मेरे आंसुओं को अपने पात्र में रखना। निस्सन्देह वे तेरी पुस्तक में लिखे हुए हैं।
भूमि को स्थायी रूप से नहीं बेचा जाएगा; क्योंकि भूमि मेरी है। मेरे यहां तुम प्रवासी और अतिथि हो।
इसलिए हम सदा ही परमेश्वर पर भरोसा रखते हैं। हम यह जानते हैं कि हम जब तक इस शरीर में हैं, तब तक हम प्रभु से दूर, परदेश में निवास करते हैं;
प्रतिज्ञा का फल पाये बिना ये सब विश्वास करते हुए मर गये। परन्तु उन्होंने उसको दूर से देखा और उसका स्वागत किया। वे अपने को पृथ्वी पर परदेशी तथा प्रवासी मानते थे।
मसीह ने इस पृथ्वी पर रहते समय पुकार-पुकार कर और आँसू बहा-बहा कर परमेश्वर से, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थना और अनुनय-विनय की। श्रद्धाभक्ति के कारण उनकी प्रार्थना सुनी गयी।
यदि आप उसे “पिता” कह कर पुकारते हैं, जो पक्षपात किये बिना प्रत्येक मनुष्य का उसके कर्मों के अनुसार न्याय करता है, तो जब तक आप यहाँ परदेश में रहते हैं, तब तक उस पर श्रद्धा रखते हुए जीवन बितायें।
प्रिय भाइयो एवं बहिनो, आप परदेशी और प्रवासी हैं, इसलिए मैं आप से अनुरोध करता हूँ कि आप अपनी शारीरिक वासनाओं का दमन करें, जो आत्मा के विरुद्ध संघर्ष करती हैं।