सेवक ने कहा, ‘हे प्रभु, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर! मुझे आज सफलता प्रदान कर। मैं विनती करता हूँ। मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर।
भजन संहिता 37:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अपना जीवन-मार्ग प्रभु को सौंप दो; उस पर भरोसा करो तो वही कार्य करेगा। पवित्र बाइबल यहोवा के भरोसे रह। उसका विश्वास कर। वह वैसा करेगा जैसे करना चाहिए। Hindi Holy Bible अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। नवीन हिंदी बाइबल अपने मार्ग की चिंता यहोवा पर छोड़ दे; उस पर भरोसा रख, और वह सब कुछ पूरा करेगा। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह को अपने जीवन की योजनाएं सौंप दो; उन पर भरोसा करो और वे तुम्हारे लिए ये सब करेंगे: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। |
सेवक ने कहा, ‘हे प्रभु, मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर! मुझे आज सफलता प्रदान कर। मैं विनती करता हूँ। मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर।
जिस बात का तुम निश्चय करोगे, वह तुम्हारे द्वारा सफलतापूर्वक पूरी होगी। तुम्हारा मार्ग प्रकाश से आलोकित होगा।
“यह प्रभु पर निर्भर रहा, वही इसे मुक्त करे। वही इसको छुड़ाए; क्योंकि प्रभु में यह हर्षित होता है।”
अपना भार प्रभु पर डाल दो; वह तुम्हें सहारा देगा; वह धार्मिक मनुष्य को कभी विचलित न होने देगा!
मैंने इन सब बातों को जांचा-परखा और मन से गम्भीरतापूर्वक विचार किया। तब मुझे ज्ञात हुआ कि धार्मिक और बुद्धिमान व्यक्ति और उनके सत्कर्मों का फल परमेश्वर के हाथों में है। मनुष्य यह नहीं जानते कि परमेश्वर उनके कार्य से प्रसन्न है अथवा उसे उनके कार्य से घृणा है। अत: उनके सम्मुख सब व्यर्थ है।
“मैं तुम लोगों से कहता हूँ, चिन्ता मत करो − न अपने जीवन-निर्वाह की, कि हम क्या खायें अथवा क्या पीयें और न अपने शरीर की, कि हम क्या पहनें। क्या जीवन भोजन से बढ़ कर नहीं? और क्या शरीर कपड़े से बढ़ कर नहीं?
येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “इसलिए मैं तुम लोगों से कहता हूँ, चिन्ता मत करो−न अपने जीवन-निर्वाह की, कि हम क्या खाएँगे और न अपने शरीर की, कि हम क्या पहनेंगे;
तुम लोगों को यह कहना चाहिए, “यदि प्रभु की इच्छा होगी, तो हम जीवित रहेंगे और यह अथवा वह काम करेंगे”।
लोगों ने कहा, ‘आपने न हमारा दमन किया और न हम पर अत्याचार किया। आपने किसी भी व्यक्ति के हाथ से घूस नहीं ली।’