तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
भजन संहिता 36:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरी धार्मिकता उच्च पर्वतों के समान महान है; तेरे न्याय-सिद्धान्त अथाह सागर के सदृश गहरे है; प्रभु, तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है। पवित्र बाइबल हे यहोवा, तेरी धार्मिकता सर्वोच्च पर्वत से भी ऊँची है। तेरी शोभा गहरे सागर से गहरी है। हे यहोवा, तू मनुष्यों और पशुओ का रक्षक है। Hindi Holy Bible तेरा धर्म ऊंचे पर्वतों के समान है, तेरे नियम अथाह सागर ठहरे हैं; हे यहोवा तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरा धर्म ऊँचे पर्वतों के समान है, तेरे नियम अथाह सागर ठहरे हैं; हे यहोवा, तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है। नवीन हिंदी बाइबल तेरी धार्मिकता ऊँचे पर्वतों के समान है, तेरे न्याय गहरे सागर के समान हैं। हे यहोवा, तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है। सरल हिन्दी बाइबल आपकी धार्मिकता विशाल पर्वत समान, तथा आपकी सच्चाई अथाह महासागर तुल्य है. याहवेह, आप ही मनुष्य एवं पशु, दोनों के परिरक्षक हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरा धर्म ऊँचे पर्वतों के समान है, तेरा न्याय अथाह सागर के समान हैं; हे यहोवा, तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है। |
तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
एज्रा ने कहा, ‘प्रभु, केवल तू ही प्रभु है! तूने ही आकाश को, सर्वोच्च आकाश को, नक्षत्रों और तारों को बनाया है। तूने पृथ्वी और सागर को, तथा उनमें जो कुछ है, उन-सब को रचा है। तू उनका पालन-पोषण भी करता है। प्रभु, स्वर्ग की सेना तेरी वन्दना करती है।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर को कौन पा सकता है? वह अत्यन्त सामर्थी और न्यायप्रिय है। वह पूर्ण धार्मिक है, वह अत्याचार नहीं कर सकता।
‘ओ मनुष्य पर पहरा देनेवाले, यदि मैं पाप करता हूं, तो इससे तेरा क्या बिगड़ता है? तूने अपने तीर का निशाना मुझे क्यों बनाया है? मैं तेरे लिए क्यों भार बन गया हूं?
तू उन्हें अपनी उपस्थिति की छाया में मनुष्यों के षड्यन्त्र से छिपा लेता है; तू अपने आश्रय में उन्हें कलह-प्रिय जीभ से सुरक्षित रखता है।
तेरा सामर्थ्य और तेरी धार्मिकता, हे परमेश्वर, आकाश तक व्यापत है। तूने महान् कार्य किए हैं; हे परमेश्वर, तेरे समान और कौन ईश्वर है?
प्रभु से निवेदन करो। मेघों की गरज के साथ ओलों की अत्यधिक वर्षा हो चुकी है। मैं तुम्हें जाने दूंगा, तुम और अधिक नहीं रुकोगे।’
क्या तुम नहीं जानते? क्या तुमने नहीं सुना? प्रभु शाश्वत परमेश्वर है, वह समस्त पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है। वह न निर्बल है, और न थकता है। उसकी समझ अगम है!
मैंने किसी गुप्त स्थान में, या कहीं अंधकारमय क्षेत्र में नहीं कहा; मैंने याकूब के वंशजों से यह नहीं कहा, “मुझे निर्जन स्थान में ढूंढ़ना।” मैं प्रभु हूं, मैं केवल सच बोलता हूं; मैं उचित बात बताता हूं।’
मैं तुझसे क्यों वाद-विवाद करूं? क्योंकि तू धार्मिक है, और तेरा न्याय सच्चा है। फिर भी, हे प्रभु, मैं तेरे सम्मुख अपनी शिकायत पेश करूंगा; दुर्जन अपने काम में सफल क्यों होते हैं? विश्वासघाती सुख-चैन से क्यों रहते हैं?
सुन, इस महानगर नीनवे में एक लाख बीस हजार से ज्यादा अबोध बच्चे हैं, जो अपने दाएं-बाएं हाथ का भी अन्तर नहीं पहचानते। इसके अतिरिक्त निर्दोष पशु भी हैं। तब क्या मुझे इस महानगर के लिए दु:खी नहीं होना चाहिए?’
अहा! कितना अगाध है परमेश्वर का वैभव, बुद्धि और ज्ञान! कितने दुर्बोध हैं उसके निर्णय! कितने रहस्यमय हैं उसके मार्ग!
परमेश्वर ने चाहा कि येशु अपना रक्त बहा कर पाप का प्रायश्चित करें, जिसका फल विश्वास द्वारा प्राप्त होता है। परमेश्वर ने इस प्रकार अपनी धार्मिकता का प्रमाण दिया; क्योंकि उसने अपनी सहनशीलता के अनुरूप पिछले युगों के पापों को अनदेखा कर दिया था।
‘प्रभु चट्टान है। उसका शासन-कार्य सिद्ध है; क्योंकि उसके समस्त मार्ग न्यायपूर्ण हैं। वह सच्चा परमेश्वर है, उसमें पक्षपात नहीं, वह निष्पक्ष न्यायी और निष्कपट है।
अत: तू जान ले कि तेरा प्रभु परमेश्वर ही परमेश्वर है। वह विश्वस्त परमेश्वर है। वह विधान का पालन करने वाला है। जो लोग उससे प्रेम करते हैं और उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं, उन पर वह हजार पीढ़ियों तक करुणा करता है।
यही कारण है कि हम परिश्रम करते रहते और संघर्ष में लगे रहते हैं; क्योंकि हमने जीवन्त परमेश्वर पर भरोसा रखा है, जो सब मनुष्यों का और विशेष रूप से विश्वासियों का उद्धारकर्ता है।
पलिश्ती पड़ाव और गाँवों के समस्त लोगों में आतंक छा गया। चौकी के सैनिक और छापामार सैनिक आतंक के कारण थरथर काँपने लगे। पृथ्वी काँप उठी। वस्तुत: यह परमेश्वर का आतंक था।