वह मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है; मैं उसकी शरण में आता हूँ। वह मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़, मेरा आश्रय-स्थल है। प्रभु, हिंसा से तू मुझे बचाता है।
भजन संहिता 31:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अपने कान मेरी ओर लगा, प्रभु, अविलंब मुझे बचा। मेरे निमित्त आश्रय की चट्टान और मुझे बचाने के लिए दृढ़ गढ़ बन। पवित्र बाइबल हे यहोवा, मेरी सुन, और तू शीघ्र आकर मुझको बचा ले। मेरी चट्टान बन जा, मेरा सुरक्षा बन। मेरा गढ़ बन जा, मेरी रक्षा कर! Hindi Holy Bible अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले! नवीन हिंदी बाइबल अपना कान मेरी ओर लगा; मुझे तुरंत छुड़ा ले! तू मेरे लिए शरण की चट्टान और मुझे बचाने के लिए दृढ़ गढ़ बन! सरल हिन्दी बाइबल मेरी पुकार सुनकर, तुरंत मुझे छुड़ा लीजिए; मेरी आश्रय-चट्टान होकर मेरे उद्धार का, दृढ़ गढ़ बनकर मेरी रक्षा कीजिए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले! (भज. 102:2) |
वह मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है; मैं उसकी शरण में आता हूँ। वह मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़, मेरा आश्रय-स्थल है। प्रभु, हिंसा से तू मुझे बचाता है।
क्या यह तेरा धर्म नहीं है कि तू मेरे अपराध को क्षमा करे, मेरे अधर्म को दूर करे? मैं शीघ्र ही कबर में सो जाऊंगा; तू मुझे ढूंढ़ेगा, पर मैं तुझे नहीं मिलूंगा!’
मेरे संकट के दिन अपना मुख मुझ से न छिपा! अपने कान मेरी ओर कर; जिस समय मैं पुकारूं, मुझे अविलम्ब उत्तर दे।
हे प्रभु, अविलम्ब मुझे उत्तर दे, मेरी आत्मा मिटने पर है, अपना मुख मुझसे न छिपा अन्यथा मैं कबर में जानेवालों के समान मृत हो जाऊंगा।
हे मेरे परमेश्वर, मैंने तुझ पर ही भरोसा रखा है; मुझे लज्जित न होने देना, मेरे शत्रु मुझ पर विजयी न होने पाएं।
मैं पीड़ित और दरिद्र हूँ; फिर भी तू, स्वामी, मेरी चिन्ता करता है। तू मेरा सहायक, मेरा मुक्तिदाता है; हे मेरे परमेश्वर, विलम्ब न कर।
परमेश्वर पर ही मेरा उद्धार और सम्मान आधारित है, मेरी दृढ़ चट्टान और शरण-स्थल परमेश्वर ही है।
ऐसा न हो कि वे सिंह के समान मुझे पकड़ लें, मेरे टुकड़े-टुकड़े करें, और मुझे बचानेवाला कोई न हो।
हे परमेश्वर, तेरे अधिकार क्षेत्र में विधर्मी घुस आए हैं; उन्होंने तेरे पवित्र भवन को अपवित्र कर दिया है; उन्होंने यरूशलेम को खंडहर बना दिया है।
विद्वानों के ये वचन हैं : मेरी ओर कान लगाओ और ध्यान से मेरी बातें सुनो, ज्ञान की बातों पर मन लगाओ, जो मैं तुमसे कहूंगा।
ये कार्य करनेवाला व्यक्ति उच्चस्थान पर निवास करेगा, उसके रक्षा-स्थान चट्टानी किले होंगे; उसे भोजन सदा मिलता रहेगा, उसे जल का अभाव कभी न होगा।
मैं तुम से कहता हूँ, वह शीघ्र ही उनके लिए न्याय करेगा। परन्तु जब मानव-पुत्र आएगा, तब क्या वह पृथ्वी पर विश्वास पाएगा?”
हमारी “चट्टान” के सदृश उनकी चट्टान नहीं है, चाहे हमारे शत्रु हमारे न्यायकर्ता क्यों न हों!
परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा। यदि हम एक दूसरे से प्रेम करते हैं, तो परमेश्वर हम में निवास करता है और हम में उसका प्रेम परिपूर्णता तक पहुंच जाता है।