ओ मेरे प्राण! उनकी गुप्त बैठक में भाग मत ले, ओ मेरी आत्मा! उनकी सभा से सहयोग मत कर। क्योंकि वे अपने क्रोध में मनुष्यों की हत्या करते हैं। वे अपनी असंयमित इच्छा के कारण बैलों को लंगड़ा बनाते हैं।
भजन संहिता 30:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिससे मेरी आत्मा तेरी स्तुति करे, और चुप न रहे। हे प्रभु, मेरे परमेश्वर! युग-युगांत मैं तेरा गुणगान करूंगा। पवित्र बाइबल हे यहोवा, मैं तेरा सदा यशगान करुँगा। मैं ऐसा करुँगा जिससे कभी नीरवता न व्यापे। तेरी प्रशंसा सदा कोई गाता रहेगा। Hindi Holy Bible ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूंगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूँगा। नवीन हिंदी बाइबल ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सदा-सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूँगा। सरल हिन्दी बाइबल कि मेरा हृदय सदा आपका गुणगान करता रहे और कभी चुप न रहे. याहवेह, मेरे परमेश्वर, मैं सदा-सर्वदा आपके प्रति आभार व्यक्त करता रहूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ताकि मेरा मन तेरा भजन गाता रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूँगा। |
ओ मेरे प्राण! उनकी गुप्त बैठक में भाग मत ले, ओ मेरी आत्मा! उनकी सभा से सहयोग मत कर। क्योंकि वे अपने क्रोध में मनुष्यों की हत्या करते हैं। वे अपनी असंयमित इच्छा के कारण बैलों को लंगड़ा बनाते हैं।
यहूदी लोगों पर नई ज्योति का उदय हुआ। वे हर्षित और प्रसन्न हुए। उन्हें सम्मान प्राप्त हुआ।
क्योंकि इन दिवसों पर यहूदियों ने अपने शत्रुओं से छुटकारा पाकर चैन की सांस ली थी। इस महीने में उनका दु:ख, सुख में; और उनका शोक, हर्ष में बदल गया था। अत: यहूदियों को चाहिए कि वे इन दिनों को सामूहिक भोज और आनन्द-उत्सव के दिन मानें। वे इन दिनों में अपने सर्वोत्तम भोजन का कुछ अंश एक-दूसरे को भेजें तथा गरीबों को दान दें।
हम निरन्तर तुझ-परमेश्वर पर गर्व करते हैं, हम तेरे नाम की स्तुति सदा करते रहेंगे। सेलाह
जब मैं तेरा स्तुतिगान करूंगा, तब मेरे ओंठ, मेरे प्राण जिनका तूने उद्धार किया है, जयजयकार करेंगे।
प्रभु ने मुझे इसलिए भेजा है कि मैं सियोन में शोक करनेवालों को राख नहीं, वरन् विजय-माला पहनाऊं; विलाप नहीं, बल्कि उनके मुख पर आनन्द का तेल मलूं, उन्हें निराशा की आत्मा नहीं, वरन् स्तुति की चादर ओढ़ाऊं, ताकि वे धार्मिकता के बांज वृक्ष कहलाएँ; वे प्रभु के पौधे कहलाएँ और उनसे प्रभु की महिमा हो।
परन्तु येशु ने उत्तर दिया, “मैं तुम से कहता हूँ, यदि वे चुप रहे, तो पत्थर ही चिल्ला उठेंगे।”
“आमेन! हमारे परमेश्वर को युगानुयुग तक स्तुति, महिमा, प्रज्ञ, धन्यवाद, सम्मान, सामर्थ्य और शक्ति! आमेन!”