योआश परमेश्वर के भवन में अपने लोगों के यहां छ: वर्ष तक छिपा रहा। इस अवधि में अतल्याह यहूदा प्रदेश पर राज्य करती रही।
भजन संहिता 27:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु संकट के दिन मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह अपने शिविर के भीतर मुझे आश्रय देगा; वह मुझे चट्टान पर ऊंचा उठाएगा। पवित्र बाइबल जब कभी कोई विपत्ति मुझे घेरेगी, यहोवा मेरी रक्षा करेगा। वह मुझे अपने तम्बू मैं छिपा लेगा। वह मुझे अपने सुरक्षित स्थान पर ऊपर उठा लेगा। Hindi Holy Bible क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्तस्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। नवीन हिंदी बाइबल विपत्ति के दिन वह मुझे अपने मंडप में छिपा लेगा; वह मुझे अपने तंबू के गुप्त स्थान में छिपा लेगा; वह मुझे चट्टान पर चढ़ा देगा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि वही हैं जो संकट काल में मुझे आश्रय देंगे; वही मुझे अपने गुप्त-मंडप के आश्रय में छिपा लेंगे और एक उच्च चट्टान में मुझे सुरक्षा प्रदान करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। (भज. 91:1, भज. 40:2, भज. 138:7) |
योआश परमेश्वर के भवन में अपने लोगों के यहां छ: वर्ष तक छिपा रहा। इस अवधि में अतल्याह यहूदा प्रदेश पर राज्य करती रही।
प्रभु, यद्यपि मैं संकटमय मार्ग पर चलता हूं, तो भी तू मेरी जीवन-रक्षा करता है। तू मेरे शत्रुओं के क्रोध से मेरी रक्षा के लिए अपना हाथ बढ़ाता है, तेरा दाहिना हाथ मुझे बचाता है।
वह मेरे पैरों को हिरनी के पैरों जैसी गति प्रदान करता है। वह पहाड़ी गुफाओं में मुझे सुरक्षित रखता है।
तू उन्हें अपनी उपस्थिति की छाया में मनुष्यों के षड्यन्त्र से छिपा लेता है; तू अपने आश्रय में उन्हें कलह-प्रिय जीभ से सुरक्षित रखता है।
प्रभु ने मुझे अंध-कूप से, कीच-दलदल से ऊपर खींचा है; उसने मेरे पैर चट्टान पर दृढ़ किए हैं; मेरे कदमों को स्थिर किया है।
प्रभु ने मुझे एक नया गीत सिखाया है, कि हम अपने परमेश्वर की स्तुति में गाएं! अनेक जन यह देखकर भयभीत होंगे; और वे प्रभु पर भरोसा करेंगे।
हे परमेश्वर, मुझ पर कृपा कर; मुझ पर कृपा कर; क्योंकि मैं तेरी ही शरण में आया हूँ। जब तक विनाश की आंधी चली न जाए, मैं तेरे पंखों की छाया में रहूंगा।
जब मेरा हृदय डूबने लगता है, तब मैं पृथ्वी के सीमान्त से तुझ को पुकारता हूँ। मुझे ऊपर उठा और चट्टान पर बैठा, जो मेरी अपेक्षा ऊंची है;
संकट के दिन मैं स्वामी को खोजता हूँ, रात भर मेरे हाथ बिना थके उसकी ओर फैले रहे; मेरा प्राण धैर्य धारण करने में असमर्थ है।
वे तेरी प्रजा के विरुद्ध षड्यन्त्र रच रहे हैं; उन्होंने तेरे शरणागतों के प्रति परस्पर सम्मति की है।
ओ सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में रहने वाले, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की छाया में निवास करने वाले,
जब वह मुझे पुकारेगा, मैं उसे उत्तर दूंगा; संकट में मैं उसके साथ रहूंगा; मैं उसे मुक्त करूंगा और उसे महिमान्वित करूंगा।
प्रभु का नाम मानो मजबूत किला है, जिसमें धार्मिक मनुष्य भागकर शरण लेते हैं और सुरक्षित रहते हैं।
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
ओ मेरे निज लोगो, अपने-अपने कक्ष में जाओ, और भीतर से दरवाजा बन्द कर लो। जब तक क्रोध शान्त न हो जाए, इस थोड़े समय तक अपने को छिपाए रखो।
राजा और प्रशासक जनता के लिए मानो आंधी से छिपने का आश्रय-स्थल तूफान से बचने का आड़-स्थल होंगे। वे मानो निर्जल प्रदेश में जल के झरने उत्तप्त भूमि में विशाल चट्टान की छाया होंगे।
“ओ यरूशलेम नगरी! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती है और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को वैसे ही एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।