तूने सन्देशवाहकों के द्वारा मुझ-स्वामी का उपहास किया। तूने यह कहा, ‘मैंने अपने अनेक रथों पर पहाड़ों की ऊंचाई नाप ली है; मैं लबानोन की चोटी को चूम चुका हूं। मैं लबानोन के जंगलों के ऊंचे-से-ऊंचे देवदार वृक्षों को, उसके सुन्दर-से-सुन्दर सनोवर वृक्षों को काट चुका हूं! मैं लबानोन के दूरस्थ कोनों में उसके वन-प्रान्तर में प्रवेश कर चुका हूं।
तब राजा आसा ने प्रभु परमेश्वर की दुहाई दी। उसने कहा, ‘हे प्रभु, निर्बल की सहायता करने वाला तेरे समान और कौन ईश्वर है? जब बलवान और निर्बल में लड़ाई होती है, तब तू निर्बल की सहायता करता है। हे प्रभु परमेश्वर, हमारी सहायता कर; क्योंकि हमने तुझ पर भरोसा किया है। हम तेरे नाम में ही शत्रु की इस विशाल सेना का सामना करने के लिए आए हैं। हे प्रभु, तू ही हमारा परमेश्वर है। कोई भी मनुष्य तुझ पर प्रबल न हो!’
यात्रा के दौरान शत्रुओं से अपनी रक्षा के लिए सम्राट से सिपाहियों का दल और घुड़सवार मांगना मुझे अच्छा नहीं लगा; क्योंकि हमने सम्राट से यह कहा था, ‘परमेश्वर का वरदहस्त उसके भक्तों पर रहता है, पर उसका क्रोध उन लोगों पर भड़क उठता है, जो उसको छोड़ देते हैं।’
ओ मेरी बैरिन! मेरे पतन से आनन्दित मत हो। यदि मेरा पतन हुआ है, तो मेरा उत्थान भी होगा। यद्यपि मैं अन्धकार में पड़ी हूं, तो भी प्रभु मेरी ज्योति होगा।
दाऊद ने पलिश्ती योद्धा को उत्तर दिया, ‘तू तलवार, भाला और नेजा के साथ मुझसे लड़ने आया है। पर मैं स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, इस्राएली सैन्यदलों के परमेश्वर के नाम से जिसको तूने चुनौती दी है, तुझसे लड़ने आया हूँ।