भजन संहिता 17:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने अपना हृदय पत्थर बना लिया है, वे अपने मुंह से धृष्ट वचन निकालते हैं। पवित्र बाइबल दुष्ट जन अभिमान के कारण परमेश्वर की बात पर कान नहीं लगाते हैं। ये अपनी ही ढींग हाँकते रहते हैं। Hindi Holy Bible उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुंह से घमंड की बातें निकलती हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुँह से घमंड की बातें निकलती हैं। नवीन हिंदी बाइबल उन्होंने अपने हृदयों को कठोर कर लिया है; उनके मुँह से घमंड की बातें निकलती हैं। सरल हिन्दी बाइबल उनके हृदय कठोर हो चुके हैं, उनके शब्द घमंडी हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुँह से घमण्ड की बातें निकलती हैं। |
झूठ बोलने वाले ओंठ बन्द हो जाएं; जो तिरस्कार एवं अहंकार में धृष्ठता से धार्मिकों के विरुद्ध बोलते हैं।
शत्रु ने कहा, “मैं पीछा करूंगा, मैं उन्हें पकड़ूंगा, मैं लूट के माल को बाटूंगा, उससे मेरे प्राण तृप्त होंगे। मैं अपनी तलवार खीचूंगा, मेरा हाथ उन्हें नष्ट करेगा।”
फरओ ने कहा, ‘यह प्रभु कौन है जिसकी बात सुनकर मैं इस्राएलियों को जाने दूं? मैं इस प्रभु को नहीं जानता। मैं इस्राएलियों को नहीं जाने दूंगा।’
इन लोगों की समझ पर पत्थर पड़ गए हैं; इनके कान बहरे हैं, और आंखें अंधी! अत: ये अपने कानों से सुन नहीं सकते, और न आंखों से इन्हें दिखाई देता है। इनका हृदय समझ नहीं पाता है; अन्यथा ये पश्चात्ताप करते, और मैं इनको स्वस्थ कर देता।’
क्योंकि इन लोगों की बुद्धि मारी गयी है। ये कानों से ऊंचा सुनने लगे हैं; इन्होंने अपनी आँखें बन्द कर ली हैं; जिससे कहीं ऐसा न हो कि ये आँखों से देखें, कानों से सुनें, बुद्धि से समझें और मेरी ओर लौट आएँ और मैं इन्हें स्वस्थ कर दूँ। ’
क्योंकि इन लोगों का मन मोटा हो गया है। ये कानों से ऊंचा सुनने लगे हैं। इन्होंने अपनी आँखें बन्द कर ली हैं। कहीं ऐसा न हो कि ये आँखों से देखें, कानों से सुनें, मन से समझें और मुझ-प्रभु की ओर अभिमुख हो जायें, और मैं इन्हें स्वस्थ कर दूँ।’
‘पर तू, यशूरून! मोटा होकर लात मारने लगा! तू मोटा हुआ, हृष्ट-पुष्ट हुआ! तेरी देह पर चर्बी चढ़ गई! तब तूने परमेश्वर को छोड़ दिया, जिसने तुझे बनाया था, अपने उद्धार की चट्टान के साथ मूर्खतापूर्ण व्यवहार किया।
जो लोग अभी-अभी भ्रान्ति का जीवन बिताने वालों से अलग हुए हैं, वे उन्हें व्यर्थ शब्दाडम्बर और शरीर की घृणित वासनाओं द्वारा लुभाते हैं।
अब गर्व के बोल मत बोलो। तुम्हारे मुँह से धृष्ट वचन न निकलें; क्योंकि प्रभु सर्वज्ञ परमेश्वर है, वही कर्मों को तौलता है।