जब आप युद्ध में विजय प्राप्त करते हैं, तब आपकी प्रजा स्वेच्छा से स्वयं को अर्पित करती है। आप पवित्रता से सुशोभित हैं। उषा कल के गर्भ से ओस की बूंद के सदृश तरुणाई आपको प्राप्त होती है।
भजन संहिता 144:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह मेरी शक्ति और मेरा गढ़ है; वह मेरा शरण-स्थल और मेरा मुक्तिदाता है। वह मेरी ढाल है, मैं उसकी शरण में आता हूं। वह जातियों को मेरे अधीन करता है। पवित्र बाइबल यहोवा मुझसे प्रेम रखता है और मेरी रक्षा करता है। यहोवा पर्वत के ऊपर, मेरा ऊँचा सुरक्षा स्थान है। यहोवा मुझको बचा लाता है। यहोवा मेरी ढाल है। मैं उसके भरोसे हूँ। यहोवा मेरे लोगों का शासन करने में मेरा सहायक है। Hindi Holy Bible वह मेरे लिये करूणानिधान और गढ़, ऊंचा स्थान और छुड़ाने वाला है, वह मेरी ढ़ाल और शरण स्थान है, जो मेरी प्रजा को मेरे वश में कर देता है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह मेरे लिये करुणानिधान और गढ़, ऊँचा स्थान और छुड़ानेवाला है, वह मेरी ढाल और शरणस्थान है, जो मेरी प्रजा को मेरे वश में कर देता है। नवीन हिंदी बाइबल वह मेरे लिए करुणामय और मेरा दृढ़ गढ़ है, वह मेरी चट्टान और मेरा छुड़ानेवाला है; वह मेरी ढाल और मेरा शरणस्थान है, जो मेरी प्रजा को मेरे अधीन कर देता है। सरल हिन्दी बाइबल वह मेरे प्रेमी परमेश्वर, मेरे किला हैं, वह मेरे लिए दृढ़ गढ़ तथा आश्रय हैं, वह मेरे उद्धारक हैं, वह ऐसी ढाल है जहां मैं आश्रय के लिए जा छिपता हूं, वह प्रजा को मेरे अधीन बनाए रखते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह मेरे लिये करुणानिधान और गढ़, ऊँचा स्थान और छुड़ानेवाला है, वह मेरी ढाल और शरणस्थान है, जो जातियों को मेरे वश में कर देता है। |
जब आप युद्ध में विजय प्राप्त करते हैं, तब आपकी प्रजा स्वेच्छा से स्वयं को अर्पित करती है। आप पवित्रता से सुशोभित हैं। उषा कल के गर्भ से ओस की बूंद के सदृश तरुणाई आपको प्राप्त होती है।
हे प्रभु, मेरी चट्टान! तू ही मेरा शरण-स्थल और मुक्तिदाता है। तू मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है, मैं तेरी शरण में आया हूँ। तू मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़ है।
वह प्रतिशोधी परमेश्वर है; उसने मेरे लिए प्रतिशोध लिया; उसने कौमों को मेरे अधीन कर दिया।
प्रभु से यह कह, “तू मेरा शरण-स्थल और गढ़ है, तू मेरा परमेश्वर है, तुझ पर मैं भरोसा करता हूँ।”
प्रभु का नाम मानो मजबूत किला है, जिसमें धार्मिक मनुष्य भागकर शरण लेते हैं और सुरक्षित रहते हैं।
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।