प्रभु प्यासे प्राण को तृप्त करता है, वह भूखे व्यक्ति को भली वस्तु से सन्तुष्ट करता है।
भजन संहिता 132:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं इस नगर की भोजन-व्यवस्था को आशिष दूंगा; मैं इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूंगा। पवित्र बाइबल भरपूर भोजन से मैं इस नगर को आशीर्वाद दूँगा, यहाँ तक कि दीनों के पास खाने को भर—पूर होगा। Hindi Holy Bible मैं इस में की भोजन वस्तुओं पर अति आशीष दूंगा; और इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं इस में की भोजनवस्तुओं पर अति आशीष दूँगा; और इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूँगा। नवीन हिंदी बाइबल मैं इसकी भोजन वस्तुओं पर बहुत आशिष दूँगा; मैं इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूँगा। सरल हिन्दी बाइबल उसके लिए मेरी आशीष बड़ी योजना होगी; मैं इसके दरिद्रों को भोजन से तृप्त करूंगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं इसमें की भोजनवस्तुओं पर अति आशीष दूँगा; और इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूँगा। |
प्रभु प्यासे प्राण को तृप्त करता है, वह भूखे व्यक्ति को भली वस्तु से सन्तुष्ट करता है।
वह तेरी सीमाओं पर शान्ति रखता, वह तुझे प्रचुर मात्रा में उत्तम गेहूं से तृप्त करता है।
विनम्र व्यक्ति भोजन कर तृप्त होंगे, प्रभु को खोजने वाले प्रभु की स्तुति करेंगे। उनका हृदय सदा धड़कता रहे!
वे तेरे घर के विभिन्न व्यंजनों से तृप्त होते हैं। तू उन्हें अपनी सुख-सरिता से जल पिलाता है।
तू केवल अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करना। मैं तेरे अन्न-जल पर आशिष दूंगा। तेरे मध्य से रोग को दूर करूँगा।
ये कार्य करनेवाला व्यक्ति उच्चस्थान पर निवास करेगा, उसके रक्षा-स्थान चट्टानी किले होंगे; उसे भोजन सदा मिलता रहेगा, उसे जल का अभाव कभी न होगा।
मैं अपने पुरोहितों को उत्तम भोजन-वस्तुओं से तृप्त करूंगा, मैं अपनी भलाई के कारण अपने निज लोगों को उत्तम वस्तुएं दूंगा, और वे सन्तुष्ट होंगे।’
तुमने बहुत बोया, पर काटा थोड़ा। तुम खाते हो, पर तृप्त नहीं होते। पानी पीते हो, पर प्यास नहीं बुझती। तुम कपड़े पहिनते हो, पर उससे तुम्हारी ठण्ड दूर नहीं होती। मजदूर कमाता है, पर अपनी कमाई को ऐसी थैली में रखता है, जिसमें छेद है।’
तुमने फसल अधिक पाने की आशा की थी, पर वह तुम्हें मिली थोड़ी। जब तुम फसल घर में लाए तब मैंने उसे फूंक दिया। क्यों? सुनो, मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु तुमसे यह कह रहा हूं: मैंने अपने भवन के कारण यह किया है। मेरा भवन ध्वस्त पड़ा है, और तुम सब अपना-अपना घर बनाने में व्यस्त हो।
यदि तुम मेरी यह बात नहीं सुनोगे, मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दोगे, तो मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, यह कहता हूं: मैं तुम पर शाप प्रेषित करूंगा। मैं तुम्हारे वरदानों को शापों में बदल दूंगा। निस्सन्देह मैंने उन्हें शाप में बदल दिया है, क्योंकि तुमने मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दिया।
तब लेवीय जन, क्योंकि तेरे साथ उसका कोई अंश अथवा पैतृक सम्पत्ति नहीं है, तथा प्रवासी, पितृहीन और विधवा, जो तेरे नगर के भीतर रहते हैं, आएंगे और उसको खाकर तृप्त होंगे। तेरे इस कार्य के करण तेरा प्रभु परमेश्वर तेरे सब काम-धन्धों पर आशिष देगा।