भजन संहिता 125:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जनों का राजदण्ड धार्मिकों की भूमि पर टिका न रहेगा, ऐसा न हो कि भक्त अन्याय की ओर अपने हाथ बढ़ाएं। पवित्र बाइबल बुरे लोग सदा धरती पर भलों के ऊपर शासन नहीं करेंगे, यदी बुरे लोग ऐसा करने लग जायें तो संभव है सज्जन भी बुरे काम करने लगें। Hindi Holy Bible क्योंकि दुष्टों का राजदण्ड धर्मियों के भाग पर बना न रहेगा, ऐसा न हो कि धर्मी अपने हाथ कुटिल काम की ओर बढ़ाएं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि दुष्टों का राजदण्ड धर्मियों के भाग पर बना न रहेगा, ऐसा न हो कि धर्मी अपने हाथ कुटिल काम की ओर बढ़ाएँ। नवीन हिंदी बाइबल दुष्टों का राजदंड धर्मियों के भाग पर बना न रहेगा, ताकि धर्मी अपने हाथ अधर्म के कार्यों की ओर न बढ़ाएँ। सरल हिन्दी बाइबल धर्मियों को आवंटित भूमि पर दुष्टों का राजदंड स्थायी न रहेगा, कहीं ऐसा न हो कि धर्मियों के हाथ बुराई की ओर बढ़ जाएं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दुष्टों का राजदण्ड धर्मियों के भाग पर बना न रहेगा, ऐसा न हो कि धर्मी अपने हाथ कुटिल काम की ओर बढ़ाएँ। |
जो मनुष्य अन्याय के बीज बोता है, वह विपत्ति की फसल काटता है; उसके क्रोध की छड़ी टूट जाती है।
प्रभु ने कहा था : ‘ओ असीरिया, धिक्कार है तुझे! तू मेरे क्रोध को चरितार्थ करनेवाला डंडा है; तू मेरी क्रोधाग्नि को सिद्ध करनेवाला सोंटा है।
नहीं, प्रभु ने उन्हें थोड़ा-थोड़ा ताड़ित किया; उन्हें अपने देश से निर्वासित कर दंडित किया। जिस समय पूर्वी पवन बह रहा था, उसने उन्हें अपनी प्रचण्ड वायु से खदेड़ दिया।
आप को अब तक ऐसा प्रलोभन नहीं दिया गया है, जो मनुष्य की शक्ति से परे हो। परमेश्वर सत्यप्रतिज्ञ है। वह आप को ऐसे प्रलोभन में पड़ने नहीं देगा, जो आपकी शक्ति से परे हो। वह प्रलोभन के समय आप को उससे निकलने का मार्ग दिखायेगा, जिससे आप उसे सहन कर सकें।
तुम्हें जो कष्ट भोगना होगा, उस से मत डरो। शैतान तुम्हारी परीक्षा लेने के उद्देश्य से तुम लोगों में से कुछ को क़ैद में डाल देगा और तुम लोग दस दिनों तक संकट में पड़े रहोगे। तुम मृत्यु तक विश्वस्त बने रहो और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा।
आज आपने स्वयं अपनी आँखों से यह देखा कि प्रभु ने गुफा में आपको मेरे हाथ में सौंप दिया था। मेरे सैनिकों ने मुझसे कहा भी था कि मैं आपका वध कर दूँ। परन्तु मैंने आपको छोड़ दिया। मैंने उनसे कहा, “मैं अपने स्वामी पर हाथ नहीं उठाऊंगा; क्योंकि वह प्रभु के अभिषिक्त राजा हैं” ।