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भजन संहिता 112:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उसका हृदय दृढ़ है, जब तक वह अपने बैरियों पर विजयपूर्ण दृष्‍टि न करे, वह नहीं डरेगा।

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पवित्र बाइबल

ऐसा व्यक्ति आश्वस्त रहता है। वह भयभीत नहीं होगा। वह अपने शत्रुओं को हरा देगा।

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Hindi Holy Bible

उसका हृदय सम्भला हुआ है, इसलिये वह न डरेगा, वरन अपने द्रोहियों पर दृष्टि करके सन्तुष्ट होगा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उसका हृदय सम्भला हुआ है, इसलिये वह न डरेगा, वरन् अपने शत्रुओं पर दृष्‍टि करके सन्तुष्‍ट होगा।

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नवीन हिंदी बाइबल

उसका हृदय स्थिर है, वह न डरेगा, बल्कि अपने शत्रुओं को विजय-दृष्‍टि से देखेगा।

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सरल हिन्दी बाइबल

उसका हृदय सुरक्षा में स्थापित है, तब उसे कोई भय नहीं होता; अंततः वही शत्रुओं पर जयन्त होकर दृष्टि करेगा.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसका हृदय सम्भला हुआ है, इसलिए वह न डरेगा, वरन् अपने शत्रुओं पर दृष्टि करके सन्तुष्ट होगा।

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भजन संहिता 112:8
11 क्रॉस रेफरेंस  

प्रभु मेरे पक्ष में है, मैं नहीं डरूंगा। मनुष्‍य मेरा क्‍या कर सकता है?


प्रभु मेरे पक्ष में है, वह मेरा सहायक है; मैं अपने बैरियों पर विजयपूर्ण दृष्‍टि करूंगा।


प्रभु की प्रतीक्षा करो; शक्‍तिशाली बनो; और तुम्‍हारा हृदय साहसी हो; निश्‍चय ही प्रभु की प्रतीक्षा करो।


तुम सब, जो प्रभु की प्रतीक्षा करते हो, शक्‍तिशाली बनो, और तुम्‍हारा हृदय साहस से भरा रहे।


प्रभु की प्रतीक्षा करो। उसके मार्ग पर चलते रहो। वह तुम्‍हें उन्नत करेगा, और तुम पृथ्‍वी के अधिकारी बनोगे। तुम दुर्जनों का विनाश देखोगे।


जो अपनी सम्‍पत्ति पर भरोसा रखते हैं, और अपने अपार धन पर अहंकार करते हैं, तब क्‍यों मैं भयभीत होऊं?


मेरा परमेश्‍वर अपनी करुणा के साथ मुझसे मिलेगा, परमेश्‍वर की कृपा से मैं अपने शत्रुओं पर विजयपूर्ण दृष्‍टिपात करूंगा।


तू केवल अपने नेत्रों से दृष्‍टि करेगा, तू दुर्जनों के प्रतिफल को देखेगा।


मेरी आंखों ने अपने घातकों का पतन देखा, मेरे कानों ने उन कुकर्मियों के विनाश को सुना, जो मेरे विरुद्ध खड़े हुए थे।


प्रभु का श्राप दुर्जन के घर पर पड़ता है; पर प्रभु धार्मिक व्यक्‍ति के निवास-स्‍थान पर आशिष की वर्षा करता है।


नाना प्रकार के अनोखे सिद्धान्‍तों के फेर में नहीं पड़ें। उत्तम यह है कि हमारा मन भोजन से नहीं, बल्‍कि परमेश्‍वर की कृपा से बल प्राप्‍त करे। भोजन-सम्‍बन्‍धी निषेध-विधियों का पालन करने वालों को इन से लाभ नहीं हुआ।