‘मेरा परिवार निस्सन्देह परमेश्वर के विश्वास में सुदृढ़ है। परमेश्वर ने मेरे साथ स्थायी विधान स्थापित किया है, जो सब प्रकार से व्यवस्थित और अटल है। वह मेरे सब कल्याणप्रद कार्यों को, मेरी सब इच्छाओं को निस्सन्देह पूर्ण करेगा।
भजन संहिता 111:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने अपने निज लोगों के लिए उद्धार भेजा; उसने सदैव के लिए अपना विधान स्थापित किया। उसका नाम पवित्र और आतंकमय है! पवित्र बाइबल परमेश्वर निज भक्तों को बचाता है। परमेश्वर ने अपनी वाचा को सदा अटल रहने को रचा है, परमेश्वर का नाम आश्चर्यपूर्ण है और वह पवित्र है। Hindi Holy Bible उसने अपनी प्रजा का उद्धार किया है; उसने अपनी वाचा को सदा के लिये ठहराया है। उसका नाम पवित्र और भय योग्य है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने अपनी प्रजा का उद्धार किया है; उसने अपनी वाचा को सदा के लिये ठहराया है। उसका नाम पवित्र और भययोग्य है। नवीन हिंदी बाइबल उसने अपनी प्रजा को छुड़ाया है; उसने अपनी वाचा को सदा के लिए ठहराया है। उसका नाम पवित्र और भययोग्य है। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह ने अपनी प्रजा का उद्धार किया; उन्होंने अपनी वाचा सदा-सर्वदा के लिए स्थापित कर दी है. उनका नाम सबसे अलग तथा पवित्र और भय-योग्य है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने अपनी प्रजा का उद्धार किया है; उसने अपनी वाचा को सदा के लिये ठहराया है। उसका नाम पवित्र और भययोग्य है। (लूका 1:49,68) |
‘मेरा परिवार निस्सन्देह परमेश्वर के विश्वास में सुदृढ़ है। परमेश्वर ने मेरे साथ स्थायी विधान स्थापित किया है, जो सब प्रकार से व्यवस्थित और अटल है। वह मेरे सब कल्याणप्रद कार्यों को, मेरी सब इच्छाओं को निस्सन्देह पूर्ण करेगा।
परमेश्वर पवित्र सन्तों की सभा में भयप्रद है, वह अपने चारों ओर रहनेवालों में महान और भयावह है।
हमारे प्रभु परमेश्वर का गुणगान करो; उसके चरणों की चौकी के सम्मुख वन्दना करो। वह पवित्र है!
हमारे प्रभु परमेश्वर का गुणगान करो; उसके पवित्र पर्वत पर जाकर प्रभु की वन्दना करो। क्योंकि प्रभु, हमारा परमेश्वर पवित्र है।
‘हे प्रभु, देवताओं में तेरे सदृश कौन है? तेरे समान पवित्रता में महाप्रतापी, स्तुत्य कार्यों में भयावह, आश्चर्यपूर्ण कर्मों का कर्ता और कौन है?
‘जिन लोगों को तूने मुक्त किया, उनका, अपनी प्रजा का, तूने करुणा से नेतृत्व किया। तूने अपनी शक्ति से उनका अपने पवित्र निवास स्थान तक मार्गदर्शन किया।
प्रभु, इस्राएल का राजा, उसका छुड़ानेवाला, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘मैं ही आदि हूं, मैं ही अन्त हूं, मेरे अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है।
मेरी ओर कान दो, और मेरे पास आओ। मेरी बात सुनो, ताकि तुम्हारा प्राण जीवित रहे। तब मैं दाऊद के प्रति अपनी अटूट करुणा के कारण तुम्हारे साथ शाश्वत विधान स्थापित करूंगा।
एक दूत दूसरे दूत से उच्च स्वर में यह कह रहा था : ‘पवित्र, पवित्र, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु पवित्र है। सम्पूर्ण पृथ्वी उसके तेज से परिपूर्ण है।’
उदयाचल से अस्ताचल तक, समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्त राष्ट्रों में मेरा नाम महान है।
यदि तुम मेरी यह बात नहीं सुनोगे, मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दोगे, तो मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, यह कहता हूं: मैं तुम पर शाप प्रेषित करूंगा। मैं तुम्हारे वरदानों को शापों में बदल दूंगा। निस्सन्देह मैंने उन्हें शाप में बदल दिया है, क्योंकि तुमने मेरे नाम की महिमा करने पर ध्यान नहीं दिया।
वह पुत्र को जन्म देंगी और आप उसका नाम येशु रखेंगे, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से मुक्त करेगा।”
“धन्य है प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर! उसने अपनी प्रजा की सुध ली है और उसका उद्धार किया है।
पवित्र आत्मा हमें विरासत की अग्रिम राशि के रूप में उस उद्देश्य से दिया गया है, कि सम्पूर्णता प्राप्त करने पर हमारा पूर्ण विमोचन हो, जिससे परमेश्वर की महिमा और स्तुति हो।
जो अपने रक्त द्वारा हमें विमोचन, अर्थात् अपराधों की क्षमा दिलाते हैं। यह परमेश्वर की अपार कृपा का परिणाम है,
स्मरण रखना कि तू भी मिस्र देश में गुलाम था, और तेरे प्रभु परमेश्वर ने तुझे मुक्त किया था। इसलिए आज मैं तुझे यह आदेश दे रहा हूँ।
‘यदि तू इस पुस्तक में लिखित व्यवस्था के सब वचनों का पालन नहीं करेगा, उनके अनुसार कार्य नहीं करेगा, और अपने प्रभु परमेश्वर के महिमामय और आतंकपूर्ण नाम से नहीं डरेगा
येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्सुक हो।
शान्ति का परमेश्वर, जिसने शाश्वत विधान के रक्त द्वारा भेड़ों के महान् चरवाहे, हमारे प्रभु येशु को मृतकों में से पुनर्जीवित किया,
उन्होंने बकरों तथा बछड़ों का नहीं, बल्कि अपना रक्त ले कर सदा के लिए एक ही बार पवित्र स्थान में प्रवेश किया और इस तरह मनुष्यों के लिए सदा-सर्वदा बना रहने वाला उद्धार प्राप्त किया है।
चारों प्राणियों के छह-छह पंख हैं; वे भीतर-बाहर आँखों से भरे हुए हैं और रात-दिन निरन्तर यह कहते रहते हैं। “पवित्र, पवित्र, पवित्र सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर! जो था, जो है और जो आनेवाला है।”
वे यह कहते हुए एक नया गीत गा रहे थे : “तू पुस्तक ग्रहण कर उसकी मोहरें खोलने योग्य है, क्योंकि तू वध किया गया था। और तूने अपना रक्त बहा कर परमेश्वर के लिए प्रत्येक कुल, भाषा, प्रजाति और राष्ट्र से मनुष्यों को ख़रीद लिया।