पर उस समय धरती पर भूमि का कोई पौधा उगा नहीं था, और न ही भूमि की कोई वनस्पति अंकुरित हुई थी; क्योंकि प्रभु परमेश्वर ने पृथ्वी पर वर्षा न की थी, और भूमि की जोताई करने के लिए मनुष्य न था।
भजन संहिता 104:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तू पशु के लिए घास, और मनुष्य के लिए वनस्पति उपजाता है, जिससे मनुष्य धरती से भोजन-वस्तु उत्पन्न करे, पवित्र बाइबल परमेश्वर, पशुओं को खाने के लिये घास उपजाई, हम श्रम करते हैं और वह हमें पौधे देता है। ये पौधे वह भोजन है जिसे हम धरती से पाते हैं। Hindi Holy Bible तू पशुओं के लिये घास, और मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है, और इस रीति भूमि से वह भोजन- वस्तुएं उत्पन्न करता है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू पशुओं के लिये घास, और मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है, और इस रीति भूमि से वह भोजन–वस्तुएँ उत्पन्न करता है। नवीन हिंदी बाइबल तू पशुओं के लिए घास, और मनुष्यों के उपयोग के लिए पेड़-पौधे उपजाता है, ताकि वे भूमि से भोजन-वस्तुएँ प्राप्त कर सकें; सरल हिन्दी बाइबल वह पशुओं के लिए घास उत्पन्न करते हैं, तथा मनुष्य के श्रम के लिए वनस्पति, कि वह पृथ्वी से आहार प्राप्त कर सके: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तू पशुओं के लिये घास, और मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है, और इस रीति भूमि से वह भोजन-वस्तुएँ उत्पन्न करता है |
पर उस समय धरती पर भूमि का कोई पौधा उगा नहीं था, और न ही भूमि की कोई वनस्पति अंकुरित हुई थी; क्योंकि प्रभु परमेश्वर ने पृथ्वी पर वर्षा न की थी, और भूमि की जोताई करने के लिए मनुष्य न था।
प्रभु परमेश्वर ने समस्त वृक्षों को, जो देखने में सुन्दर थे, और आहार के लिए उत्तम हैं, भूमि से उगाया। उसने उद्यान के मध्य में जीवन का वृक्ष तथा भले-बुरे के ज्ञान का वृक्ष उगाया।
जब तू भूमि पर खेती करेगा तब वह अपनी क्षमता के अनुसार तुझे उपज न देगी। तू पृथ्वी पर भगोड़ा होगा और यहां-वहां भटकता फिरेगा।’
सब गतिमान जीव-जन्तु तुम्हारा आहार होंगे। जैसे मैंने तुमको हरे पौधे दिए थे वैसे अब सब कुछ देता हूं।
राजा अहाब ने ओबद्याह से कहा, ‘आओ, हम दोनों देश के समस्त जल-स्रोतों और घाटियों को जाएं। कदाचित हमें वहाँ चारा-पानी मिले, और हम घोड़ों तथा खच्चरों को मरने से बचा सकें। यों हम कुछ पशुओं को नहीं खोएंगे।’
यह जो भूमि है, इसकी ऊपरी सतह से रोटी प्राप्त होती है; पर उसका भीतरी भाग मानो आग से उलट- पुलट दिया जाता है!
जब कटी हुई घास उठा ली जाती है, और नई घास उगती है, जब पहाड़ों की वनस्पति एकत्र की जाती है,
ओ मैदान के पशुओ, मत डरो, क्योंकि निर्जन प्रदेश के चरागाह हरे-भरे हो गए हैं। पेड़ में फल लगने लगे हैं। अंजीर के वृक्ष और अंगूर की लता में भरपूर फसल होने लगी है।
न तो रोपने वाले का कोई महत्व है और न सींचने वाले का, बल्कि बढ़ाने वाले अर्थात परमेश्वर का ही महत्व है।