महाराज, यदि आप सोचते हैं कि आप इस रीति से युद्ध के लिए शक्तिशाली हो जाएंगे, तो यह आपकी भूल है। परमेश्वर आपको शत्रु के सामने पराजित करवा देगा; क्योंकि जय और पराजय प्रदान करना परमेश्वर के हाथ है।’
भजन संहिता 102:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे क्रोध, तेरे कोप के कारण; क्योंकि तूने मुझे उठाकर फेंक दिया है। पवित्र बाइबल क्यों क्योंकि यहोवा तू मुझसे रूठ गया है। तूने ही मुझे ऊपर उठाया था, और तूने ही मुझको फेंक दिया। Hindi Holy Bible यह तेरे क्रोध और कोप के कारण हुआ है, क्योंकि तू ने मुझे उठाया, और फिर फेंक दिया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह तेरे क्रोध और कोप के कारण हुआ है, क्योंकि तू ने मुझे उठाया, और फिर फेंक दिया है। नवीन हिंदी बाइबल यह तेरे क्रोध और तेरे प्रकोप के कारण हुआ है, क्योंकि तूने मुझे उठाया और फेंक दिया। सरल हिन्दी बाइबल यह सब आपके क्रोध, उग्र कोप का परिणाम है क्योंकि आपने मुझे ऊंचा उठाया और आपने ही मुझे अलग फेंक दिया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह तेरे क्रोध और कोप के कारण हुआ है, क्योंकि तूने मुझे उठाया, और फिर फेंक दिया है। |
महाराज, यदि आप सोचते हैं कि आप इस रीति से युद्ध के लिए शक्तिशाली हो जाएंगे, तो यह आपकी भूल है। परमेश्वर आपको शत्रु के सामने पराजित करवा देगा; क्योंकि जय और पराजय प्रदान करना परमेश्वर के हाथ है।’
तेरे क्रोध ने मेरे शरीर में स्वास्थ्य नहीं छोड़ा; मेरे पाप के कारण मेरी देह में चैन नहीं है।
“तू डांट-डपट से व्यक्ति को कुकर्म के लिए दंडित करता है- जैसा कीड़ा वस्तुओं को खा जाता है, तू उसकी इच्छित वस्तुओं को नष्ट कर देता है। निस्सन्देह प्रत्येक मनुष्य श्वास मात्र है। सेलाह
जब मुझे ये बातें स्मरण आती हैं तब मेरे हृदय में तीव्र भाव उमड़ आते हैं: मैं लोगों के साथ गया था। मैंने उन्हें परमेश्वर के भवन तक पहुंचाया था। जनसमूह जयजयकार और स्तुति के साथ पर्व मना रहा था।
‘प्रभु सच्चा है; मैंने ही उसके वचन से विद्रोह किया है। ओ विश्व की सब कौमो! मेरी बात सुनो, मेरे दु:ख पर ध्यान दो। मेरे जवान बेटे और बेटियां बन्दी बनकर निर्वासित हो गए।
स्वतंत्र राष्ट्र का प्रतीक मुकुट हमारे सिर से नीचे गिर गया। धिक्कार है हमें! क्योंकि हमने पाप किया है।
हम जानते हैं कि व्यवस्था जो कुछ कहती है, वह उन लोगों से कहती है, जो व्यवस्था के अधीन हैं, जिससे प्रत्येक व्यक्ति का मुँह बन्द हो जाए और परमेश्वर के सामने समस्त संसार दण्ड के योग्य माना जाए।
हम पर अत्याचार किया जाता है, परन्तु हम अपने को परित्यक्त नहीं पाते। हम को गिराया जाता है, परन्तु हम नष्ट नहीं होते।