रूबेन ने उनको उत्तर दिया, ‘क्या मैंने तुम लोगों से नहीं कहा था कि लड़के के विरुद्ध पाप न करो! परन्तु तुम लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी। अब हमसे उसके रक्त का प्रतिशोध लिया जाएगा।’
भजन संहिता 10:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जन तुझ परमेश्वर का क्यों तिरस्कार करता है? क्यों वह अपने हृदय में सोचता है कि तू लेखा न लेगा? पवित्र बाइबल दुष्ट जन क्यों परमेश्वर के विरुद्ध होते हैं? क्योंकि वे सोचते हैं कि परमेश्वर उन्हें कभी नहीं दण्डित करेगा। Hindi Holy Bible परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है, और अपने मन में कहता है कि तू लेखा न लेगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है, और अपने मन में कहता है, “तू लेखा न लेगा?” नवीन हिंदी बाइबल दुष्ट व्यक्ति परमेश्वर को क्यों तुच्छ जानता है? वह अपने मन में कहता है, “तू लेखा नहीं लेगा।” सरल हिन्दी बाइबल दुष्ट परमेश्वर का तिरस्कार करते हुए अपने मन में क्यों कहता रहता है, “परमेश्वर इसका लेखा लेंगे ही नहीं”? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है, और अपने मन में कहता है “तू लेखा न लेगा?” |
रूबेन ने उनको उत्तर दिया, ‘क्या मैंने तुम लोगों से नहीं कहा था कि लड़के के विरुद्ध पाप न करो! परन्तु तुम लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी। अब हमसे उसके रक्त का प्रतिशोध लिया जाएगा।’
क्योंकि मैं निश्चय ही तुम्हारे रक्त का बदला लूंगा। मैं प्रत्येक पशु से, प्रत्येक मनुष्य से उसका प्रतिशोध लूंगा। मैं प्रत्येक मनुष्य से उसके भाई-बहिन के रक्त का बदला लूंगा।
जकर्याह के पिता यहोयादा ने राजा योआश के साथ भलाई की थी। किन्तु राजा योआश इस भलाई को भूल गया; और उसके पुत्र की हत्या कर दी। जब जकर्याह का प्राण निकल रहा था तब उसने यह कहा, ‘प्रभु यह देखे और इसका प्रतिशोध करे।’
शहर में मरने वाले गरीबों की कराहें सुनाई देती हैं; घायल दरिद्र व्यक्तियों के प्राण दुहाई देते हैं। तब भी परमेश्वर उनकी प्रार्थना पर ध्यान नहीं देता!
परमेश्वर उन्हें सुरक्षित रखता, और उन्हें सम्भालता है; वह उनके कुमार्गों पर उनकी रक्षा करता है
हे परमेश्वर, कब तक बैरी हमारी निन्दा करता रहेगा? क्या शत्रु तेरे नाम का तिरस्कार निरन्तर करेगा?
हे प्रभु, स्मरण कर कि शत्रु तेरी कैसी निन्दा करता है, मूर्ख तेरे नाम का तिरस्कार करते हैं।
वरन् महीने भर खाओगे, जब तक वह तुम्हारी नाक से बाहर न निकलने लगे, और तुम्हें उससे घृणा न हो जाए; क्योंकि तुमने प्रभु को जो तुम्हारे मध्य में है, अस्वीकार किया, उसके सम्मुख रोदन किया और कहा, “हम मिस्र देश से क्यों निकल आए?” ’
“जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्हारा तिरस्कार करता है, वह मेरा तिरस्कार करता है। जो मेरा तिरस्कार करता है, वह उसका तिरस्कार करता है जिसने मुझे भेजा है।”
इसलिए सावधान! तुम्हारे मध्य ऐसा पुरुष, स्त्री, गोत्र अथवा कुल नहीं होना चाहिए जिसका हृदय आज हमारे प्रभु परमेश्वर की ओर से बदल जाए, और वह जाकर अन्य राष्ट्रों के देवताओं की पूजा करने लगे। तुम्हारे बीच ऐसी जड़ नहीं रहनी चाहिए, जिससे विषैले और कड़ुए फल उत्पन्न होते हैं।
इसलिए जो इस आदेश का तिरस्कार करता है, वह मनुष्य का नहीं, बल्कि परमेश्वर का तिरस्कार करता है जो आप को अपना पवित्र आत्मा प्रदान करता है।