तत्पश्चात् उसे अपने द्वितीय रथ पर चढ़ाया। लोग यूसुफ के सम्मुख पुकारते थे, ‘घुटने टेको’। इस प्रकार फरओ ने यूसुफ को समस्त मिस्र देश का प्रधान मन्त्री नियुक्त किया।
फिलिप्पियों 2:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिससे येशु के नाम पर स्वर्ग, पृथ्वी तथा अधोलोक के सब निवासी घुटने टेकें पवित्र बाइबल ताकि सब कोई जब यीशु के नाम का उच्चारण होते हुए सुनें, तो नीचे झुक जायें। चाहे वे स्वर्ग के हों, धरती पर के हों और चाहे धरती के नीचे के हों। Hindi Holy Bible कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और पृथ्वी के नीचे हैं, वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें; नवीन हिंदी बाइबल ताकि स्वर्ग में और पृथ्वी पर और पृथ्वी के नीचे, हर घुटना यीशु के नाम पर टिके, सरल हिन्दी बाइबल कि हर एक घुटना येशु नाम की वंदना में झुक जाए, स्वर्ग में, पृथ्वी में और पृथ्वी के नीचे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें , |
तत्पश्चात् उसे अपने द्वितीय रथ पर चढ़ाया। लोग यूसुफ के सम्मुख पुकारते थे, ‘घुटने टेको’। इस प्रकार फरओ ने यूसुफ को समस्त मिस्र देश का प्रधान मन्त्री नियुक्त किया।
आओ, हम उसके चरणों पर झुकें और उसकी आराधना करें; अपने निर्माता प्रभु के सम्मुख घुटने टेकें।
जिस प्रकार योना तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव-पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा।
काँटों का मुकुट गूँथ कर उनके सिर पर रखा और उनके दाहिने हाथ में सरकण्डा थमा दिया। तब उनके सामने घुटने टेक कर उन्होंने यह कहते हुए उनका उपहास किया, “यहूदियों के राजा, प्रणाम!”
इस पर दिव्य वाणी ने उन से क्या कहा? “मैंने सात हज़ार लोगों को अपने लिए बचा रखा है, जिन्होंने बअल देवता के सामने घुटना नहीं टेका है।”
मैं उस पिता के सामने, जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर प्रत्येक परिवार का मूल आधार है, घुटने टेक कर यह प्रार्थना करता हूँ
फिर वह अपने पहलौठे को संसार के सामने प्रस्तुत करते हुए कहता है, “परमेश्वर के समस्त स्वर्गदूत इसकी आराधना करें”,
समुद्र ने अपने मृतकों को प्रस्तुत किया। तब मृत्यु तथा अधोलोक ने अपने मृतकों को प्रस्तुत किया। हर एक का उसके कर्मों के अनुसार न्याय किया गया।
तब-तब चौबीस धर्मवृद्ध सिंहासन पर विराजमान को दण्डवत करते हैं, युग-युगों तक जीवित रहने वाले की आराधना करते और यह कहते हुए सिंहासन के सामने अपने मुकुट डाल देते हैं :
किन्तु स्वर्ग में, पृथ्वी पर या पृथ्वी के नीचे कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला, जो पुस्तक खोलने या पढ़ने में समर्थ हो।