प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
प्रेरितों के काम 9:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज सुनी। कोई उससे कह रहा था, “शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?” पवित्र बाइबल और वह धरती पर जा पड़ा। उसने एक आवाज़ सुनी जो उससे कह रही थी, “शाऊल, अरे ओ शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?” Hindi Holy Bible और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्द सुना, कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और वह भूमि पर गिर पड़ा और यह शब्द सुना, “हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?” नवीन हिंदी बाइबल और वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज़ यह कहते हुए सुनी,“हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?” सरल हिन्दी बाइबल वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने स्वयं को संबोधित करता हुआ एक शब्द सुना: “शाऊल! शाऊल! तुम मुझे क्यों सता रहे हो?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्द सुना, “हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?” |
प्रभु के दूत ने पूछा, ‘सारय की दासी हागार, तू कहाँ से आ रही है, और कहाँ जा रही है?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं अपनी स्वामिनी सारय के पास से भाग रही हूं।’
किन्तु प्रभु के दूत ने स्वर्ग से उन्हें पुकार कर कहा, ‘अब्राहम! अब्राहम!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
जब प्रभु परमेश्वर ने देखा कि मूसा झाड़ी को देखने के लिए आ रहे हैं तब उसने झाड़ी के मध्य से मूसा को पुकारा, ‘मूसा! मूसा!!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
तत्पश्चात् मैंने स्वामी की यह वाणी सुनी, ‘मैं किस को भेजूं? हमारी ओर से कौन जाएगा?’ मैंने कहा, ‘मैं प्रस्तुत हूं, मुझे भेज।’
जब स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्हें लूटने वाले राष्ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्हें स्पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्पर्श करता है।
‘मंडली के इस जन-समुदाय के मध्य से अलग हो जाओ, ताकि मैं इन्हें क्षण भर में भस्म कर दूं।’ परन्तु मूसा और हारून मुंह के बल गिर पड़े।
“राजा उन्हें यह उत्तर देगा, ‘मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए किया, वह तुम ने मेरे लिए ही किया।’
प्रभु ने उसे उत्तर दिया, “मार्था! मार्था! तुम बहुत-सी बातों के विषय में चिन्तित और परेशान हो;
इस पर येशु ने उससे कहा, “मरियम!” उसने मुड़ कर इब्रानी में उनसे कहा, “रब्बोनी”, अर्थात् “गुरुवर”।
जलपान के बाद येशु ने सिमोन पतरस से कहा, “सिमोन, योहन के पुत्र! क्या इनकी अपेक्षा तुम मुझ से अधिक प्रेम करते हो?” उसने उन्हें उत्तर दिया, “जी हाँ, प्रभु! आप जानते हैं कि मैं आप को प्यार करता हूँ।” उन्होंने पतरस से कहा, “मेरे मेमनों को चराओ।”
वह उसी क्षण पतरस के चरणों पर गिर गयी और उसके प्राण निकल गये। नवयुवकों ने भीतर आ कर उसे मरा हुआ पाया और उसे ले जा कर उसके पति की बगल में दफना दिया।
परमेश्वर की दयालुता और कठोरता, दोनों पर विचार करो: पतित लोगों के प्रति उसकी कठोरता है और तुम्हारे प्रति उसकी ईश्वरीय दयालुता। शर्त यह है कि तुम उसकी दयालुता के योग्य बने रहो। नहीं तो तुम भी काट कर अलग कर दिये जाओगे।
मनुष्य का शरीर एक है, यद्यपि उसके बहुत-से अंग होते हैं। और सभी अंग, अनेक होते हुए भी, एक ही शरीर बन जाते हैं। मसीह के विषय में भी यही बात है।
कौन है वह, जो तुम को दूसरों की अपेक्षा अधिक महत्व देता है? तुम्हारे पास क्या है, जो तुम्हें न दिया गया हो? और यदि तुम को सब कुछ दान में मिला है, तो इस पर क्यों गर्व करते हो, मानो यह तुम्हें न दिया गया हो?