येशु ने अपने बारह शिष्यों को अपने पास बुला कर उन्हें अशुद्ध आत्माओं को निकालने तथा हर तरह की बीमारी और दुर्बलता दूर करने का अधिकार प्रदान किया।
प्रेरितों के काम 28:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब ऐसा हुआ कि पुब्लियुस का पिता बुख़ार और पेचिश से पीड़ित था। अत: पौलुस उसके पास घर में गए। उन्होंने प्रार्थना की और उस पर हाथ रख कर उस को स्वस्थ कर दिया। पवित्र बाइबल पबलियुस का पिता बिस्तर में था। उसे बुखार और पेचिश हो रही थी। पौलुस उससे मिलने भीतर गया। फिर प्रार्थना करने के बाद उसने उस पर अपने हाथ रखे और वह अच्छा हो गया। Hindi Holy Bible पुबलियुस का पिता ज्वर और आंव लोहू से रोगी पड़ा था: सो पौलुस ने उसके पास घर में जाकर प्रार्थना की, और उस पर हाथ रखकर उसे चंगा किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पुबलियुस का पिता ज्वर और आँव लहू से रोगी पड़ा था। अत: पौलुस ने उसके पास घर में जाकर प्रार्थना की और उस पर हाथ रखकर उसे चंगा किया। नवीन हिंदी बाइबल फिर ऐसा हुआ कि पुबलियुस का पिता ज्वर और पेचिश से पीड़ित पड़ा था। पौलुस ने उसके पास जाकर प्रार्थना की और उस पर हाथ रखकर उसे स्वस्थ किया। सरल हिन्दी बाइबल उसका पिता बीमार था. वह ज्वर और आंव से पीड़ित पड़ा था. पौलॉस उसे देखने गए. उसके लिए प्रार्थना करने तथा उस पर हाथ रखने के द्वारा उन्होंने उस व्यक्ति को स्वस्थ कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पुबलियुस के पिता तेज बुखार और पेचिश से रोगी पड़ा था। अतः पौलुस ने उसके पास घर में जाकर प्रार्थना की, और उस पर हाथ रखकर उसे चंगा किया। |
येशु ने अपने बारह शिष्यों को अपने पास बुला कर उन्हें अशुद्ध आत्माओं को निकालने तथा हर तरह की बीमारी और दुर्बलता दूर करने का अधिकार प्रदान किया।
रोगियों को स्वस्थ करो, मुरदों को जिलाओ, कुष्ठरोगियों को शुद्ध करो, भूतों को निकालो। तुम्हें मुफ्त में मिला है, मुफ्त में दे दो।
तब येशु ने उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ाओ।” उसने अपना हाथ बढ़ाया और वह दूसरे हाथ की तरह स्वस्थ हो गया।
येशु उन से ये बातें कह ही रहे थे कि एक अधिकारी आया। उसने येशु के सामने घुटने टेक कर यह कहा, “मेरी बेटी की अभी-अभी मृत्यु हुई है। फिर भी आप चल कर उस पर हाथ रखिए और वह जीवित हो जाएगी।”
और साँपों को हाथ से उठा लेंगे। यदि वे विष पिएँगे, तो उस से उन्हें कोई हानि नहीं होगी। वे रोगियों पर हाथ रखेंगे और रोगी स्वस्थ हो जाएँगे।” [
और यह कहते हुए अनुनय-विनय करने लगा, “मेरी बेटी मरने पर है। कृपया चलिए, और उस पर हाथ रखिए, जिससे वह स्वस्थ हो जाए और जीवित रह सके।”
वहाँ वह कोई सामर्थ्य का कार्य नहीं कर सके। उन्होंने केवल कुछ रोगियों पर हाथ रख कर उन्हें स्वस्थ किया।
वहाँ लोग उनके पास एक मनुष्य को लाए। वह बहरा था और बोलते समय बहुत हकलाता था। उन्होंने येशु से अनुरोध किया, “आप उस पर हाथ रख दीजिए।”
जब सूरज डूब रहा था तो सब लोग नाना प्रकार की बीमारियों से पीड़ित अपने रोगियों को येशु के पास लाए। येशु ने एक-एक पर हाथ रख कर उन्हें स्वस्थ कर दिया।
उस स्थान के समीप ही द्वीप के मुखिया पुब्लियुस के खेत थे। उसने हमारा स्वागत किया और तीन दिन तक प्रेम-भाव से हमारा आतिथ्य-सत्कार किया।
पतरस ने सब को बाहर किया और घुटने टेक कर प्रार्थना की। इसके बाद वह शव की ओर मुड़ कर बोले, “तबिथा, उठो!” उसने आँखें खोल दीं और पतरस को देखकर वह उठ बैठी।
परमेश्वर ने कलीसिया में भिन्न-भिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया है : पहले प्रेरितों को, दूसरे नबियों को, तीसरे शिक्षकों और तब आश्चर्य कर्म करने वालों को; तब उन व्यक्तियों को, जिनको स्वस्थ करने का वरदान मिला है; परोपकारकों, प्रशासकों और विभिन्न अध्यात्म भाषाओं में बोलने वालों को।
और किसी को उसी आत्मा द्वारा विश्वास करने का वरदान मिलता है। एक ही आत्मा किसी को रोगियों को स्वस्थ करने का,