ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




प्रेरितों के काम 28:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

वह निर्भीकता से तथा निर्विघ्‍न रूप से परमेश्‍वर के राज्‍य का सन्‍देश सुनाते और प्रभु येशु मसीह के विषय में शिक्षा देते रहे।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

वह परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह के विषय में उपदेश देता। वह इस कार्य को पूरी निर्भयता और बिना कोई बाधा माने किया करता था।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

और जो उसके पास आते थे, उन सब से मिलता रहा और बिना रोक टोक बहुत निडर होकर परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह की बातें सिखाता रहा॥

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और जो उसके पास आते थे, उन सबसे मिलता रहा और बिना रोक–टोक बहुत निडर होकर परमेश्‍वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह की बातें सिखाता रहा।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

और बिना किसी रुकावट के पूरे साहस के साथ परमेश्‍वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह के विषय में सिखाता था।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

वह निडरता से, बिना रोक-टोक के, पूरे साफ़-साफ़ शब्दों में परमेश्वर के राज्य का प्रचार करते और प्रभु येशु मसीह के विषय में शिक्षा देते रहे.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और जो उसके पास आते थे, उन सबसे मिलता रहा और बिना रोक-टोक बहुत निडर होकर परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह की बातें सिखाता रहा।

अध्याय देखें



प्रेरितों के काम 28:31
17 क्रॉस रेफरेंस  

येशु समस्‍त गलील प्रदेश में भ्रमण कर उनके सभागृहों में शिक्षा देते, राज्‍य के शुभ-समाचार का प्रचार करते और लोगों की हर तरह की बीमारी और निर्बलता दूर करते थे।


योहन के गिरफ्‍तार हो जाने के बाद येशु गलील प्रदेश में आए और यह कहते हुए परमेश्‍वर के शुभ समाचार का प्रचार करने लगे,


इसके कुछ ही समय बाद येशु नगर-नगर और गाँव-गाँव घूम कर उपदेश देने और परमेश्‍वर के राज्‍य का शुभ समाचार सुनाने लगे। बारह प्रेरित उनके साथ थे


येशु ने अपने दु:ख-भोग के बाद उन प्रेरितों के संमुख बहुत-से प्रमाण प्रस्‍तुत किए कि वह जीवित हैं। वह चालीस दिन तक उन्‍हें दिखाई देते रहे और उनसे परमेश्‍वर के राज्‍य के विषय में बात करते रहे।


“मैं आप लोगों के बीच राज्‍य का सन्‍देश सुनाता रहा। अब, मैं जानता हूँ कि आप में कोई भी मेरा मुँह फिर कभी नहीं देख पायेगा।


उसी रात प्रभु ने पौलुस के समीप खड़े होकर कहा, “निर्भय हो! जैसे तूने यरूशलेम में मेरे विषय में साक्षी दी है, वैसे ही तुझे रोम में भी साक्षी देनी होगी।”


अत: यहूदियों ने पौलुस के साथ एक दिन निश्‍चित किया और बड़ी संख्‍या में उनके यहाँ एकत्र हुए। पौलुस सुबह से शाम तक उनके लिए व्‍याख्‍या करते रहे। उन्‍होंने परमेश्‍वर के राज्‍य के विषय में साक्षी दी और मूसा की व्‍यवस्‍था तथा नबी-ग्रंथों के आधार पर उनको येशु के संबंध में समझाने का प्रयत्‍न किया।


पौलुस पूरे दो वर्षों तक अपने किराये के मकान में रहे। वह उन सब लोगों का स्‍वागत करते थे, जो उनसे मिलने आते थे।


प्रभु! अब तू उनकी धमकियों पर ध्‍यान दे और अपने सेवकों को यह कृपा प्रदान कर कि वे निर्भीकता से तेरा वचन सुनायें।


उनकी प्रार्थना समाप्‍त होने पर वह स्‍थान, जहाँ वे एकत्र थे, हिल गया। सब पवित्र आत्‍मा से परिपूर्ण हो गये और निर्भीकता के साथ परमेश्‍वर का वचन सुनाने लगे।


वे प्रतिदिन मन्‍दिर में और घर-घर जा कर निरंतर शिक्षा देते रहे और येशु मसीह का शुभ समाचार सुनाते रहे।


किन्‍तु जब वे फ़िलिप की बातों पर विश्‍वास करने लगे, जो परमेश्‍वर के राज्‍य तथा येशु मसीह के नाम के शुभसमाचार का प्रचार करता था, तो स्‍त्री-पुरुष सब ने बपतिस्‍मा ग्रहण कर लिया।


अधिकांश भाई-बहिनों को मेरी कैद से बल मिला है। वे प्रभु पर भरोसा रख कर पहले से अधिक साहस के साथ निर्भीकता से परमेश्‍वर का वचन सुनाते हैं।


इस शुभ समाचार की सेवा में मैं कष्‍ट पाता हूँ; और अपराधी की तरह बन्‍दी हूँ परन्‍तु परमेश्‍वर का वचन बन्‍दी नहीं है।


परन्‍तु प्रभु ने मेरी सहायता की और मुझे बल प्रदान किया, जिससे मैं शुभ संदेश पूर्ण रूप से सुना सकूँ और सभी जातियां उसे सुन सकें। मैं सिंह के मुँह से बच निकला।