प्रेरितों के काम 27:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूसरे दिन हमने सीदोन में लंगर डाला। यहां यूलियुस ने पौलुस के प्रति उदारता दिखाई और उसने पौलुस को मित्रों के यहां जाने तथा उनकी सहायता स्वीकार करने की अनुमति दे दी। पवित्र बाइबल अगले दिन हम सैदा में उतरे। वहाँ यूलियस ने पौलुस के साथ अच्छा व्यवहार किया और उसे उसके मित्रों का स्वागत सत्कार ग्रहण करने के लिए उनके यहाँ जाने की अनुमति दे दी। Hindi Holy Bible दूसरे दिन हम ने सैदा में लंगर डाला और यूलियुस ने पौलुस पर कृपा करके उसे मित्रों के यहां जाने दिया कि उसका सत्कार किया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूसरे दिन हम ने सैदा में लंगर डाला, और यूलियुस ने पौलुस पर कृपा करके उसे मित्रों के यहाँ जाने दिया कि उसका सत्कार किया जाए। नवीन हिंदी बाइबल दूसरे दिन हम सैदा में उतरे, और यूलियुस ने पौलुस पर कृपा करके उसे मित्रों के पास जाने की अनुमति दी कि उसका सत्कार किया जाए। सरल हिन्दी बाइबल अगले दिन हम सीदोन नगर पहुंच गए. भले दिल से यूलियुस ने पौलॉस को नगर में जाकर अपने प्रियजनों से मिलने और उनसे आवश्यक वस्तुएं ले आने की आज्ञा दे दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूसरे दिन हमने सीदोन में लंगर डाला और यूलियुस ने पौलुस पर कृपा करके उसे मित्रों के यहाँ जाने दिया कि उसका सत्कार किया जाए। |
‘जबूलून समुद्र के तट पर निवास करेगा। वह जलयानों के लिए बन्दरगाह बनेगा, उसके राज्य की सीमा सीदोन देश तक होगी।
प्रभु ने यह कहा, “ओ सीदोन की कुवांरी कन्या, संत्रस्त नगरी, तू समृद्ध नगरी नहीं रह सकेगी, यद्यपि तेरे नागरिक उठकर कुप्रुस द्वीप जाएंगे तो भी उन्हें वहाँ आराम नहीं मिलेगा।”
हमात नगर जो सीरिया की सीमा पर स्थित है, सोर और सीदोन नगर-राज्य भी प्रभु के हैं; यद्यपि वे बड़े चालाक हैं।
येशु ने कहा, “धिक्कार तुझे, खुराजिन! धिक्कार तुझे, बेतसैदा! जो सामर्थ्य के कार्य तुम में किये गये हैं, यदि वे सोर और सदोम में किये गये होते, तो उन्होंने न जाने कब से टाट ओढ़ कर और भस्म रमा कर पश्चात्ताप कर लिया होता।
राजा हेरोदेस सोर और सीदोन के निवासियों से अत्यन्त क्रुद्ध हो गया था। वे सब एकमत हो हेरोदेस के पास आये। वे राजा के कंचुकी ब्लास्तुस को मना कर सन्धि करना चाहते थे; क्योंकि उनका देश अनाज के लिए राजा हेरोदेस के क्षेत्र पर निर्भर था।
उसने शतपति को आदेश दिया कि पौलुस को पहरे में रखा जाये, किन्तु उन्हें कुछ स्वतन्त्रता रहे और उनके मित्रों में किसी को भी उनकी सेवा-परिचर्या करने से नहीं रोका जाये।
जब यह निश्चित हो गया कि हम जलमार्ग से इटली जायेंगे, तो पौलुस और कुछ अन्य बन्दियों को यूलियुस नामक शतपति के हाथ सौंप दिया गया। यूलियुस सम्राट औगुस्तुस के सैन्यदल का था।
किन्तु शतपति ने पौलुस को बचाने के विचार से उनकी योजना रोक दी। उसने आदेश दिया कि जो तैर सकते हैं, वे पहले समुद्र में कूद कर तट पर निकल जाएं
जब हम रोम पहुंचे, तो पौलुस को यह अनुमति मिल गई कि वह पहरा देने वाले सैनिक के साथ जहाँ चाहें, रह सकते हैं।