सच तो यह है कि मेरे तम्बू में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्य जो अय्यूब के घर का भोजन खाकर तृप्त नहीं हुआ?”
प्रेरितों के काम 25:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहां यहूदियों के महापुरोहित तथा प्रमुख नेता पौलुस पर अभियोग लगाने उसके पास आये। पवित्र बाइबल वहाँ प्रमुख याजकों और यहूदियों के मुखियाओं ने पौलुस के विरुद्ध लगाये गये अभियोग उसके सामने रखे और उससे प्रार्थना की Hindi Holy Bible तब महायाजकों ने, और यहूदियों के बड़े लोगों ने, उसके साम्हने पौलुस की नालिश की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब प्रधान याजकों और यहूदियों के प्रमुख लोगों ने उसके सामने पौलुस की नालिश की; नवीन हिंदी बाइबल तब मुख्य याजकों और यहूदियों के प्रमुख लोगों ने उसके सामने पौलुस के विरुद्ध आरोप लगाए, सरल हिन्दी बाइबल वहां उसके सामने प्रधान पुरोहितों और यहूदी अगुओं ने पौलॉस के विरुद्ध मुकद्दमा प्रस्तुत किया. उन्होंने फ़ेस्तुस से विनती की इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब प्रधान याजकों ने, और यहूदियों के प्रमुख लोगों ने, उसके सामने पौलुस पर दोषारोपण की; |
सच तो यह है कि मेरे तम्बू में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्य जो अय्यूब के घर का भोजन खाकर तृप्त नहीं हुआ?”
जब तक दुर्जन दुष्कर्म न कर लें उनको नींद भी नहीं आती: जब तक वे निर्दोष व्यक्ति को सता नहीं लेते, नींद उनके पास फटकती भी नहीं।
पांच दिन के पश्चात् प्रधान महापुरोहित हनन्याह कुछ धर्मवृद्धों और तेरतुल्लुस नामक वकील के साथ कैसरिया पहुँचा। उन्होंने राज्यपाल के सामने पौलुस के विरुद्ध निवेदन-पत्र प्रस्तुत किया।
जब मैं यरूशलेम में था, तो यहूदियों के महापुरोहितों तथा धर्मवृद्धों ने उसके विरुद्ध मुझे सूचना दी और अनुरोध किया कि उसे दण्डाज्ञा दी जाये।
फ़ेस्तुस ने कहा, “महाराज अग्रिप्पा और यहाँ उपस्थित सब सज्जनो! आप लोग इस व्यक्ति को देखिए, जिसके सम्बन्ध में यरूशलेम में और यहाँ भी समस्त यहूदी समुदाय ने मुझ से चिल्ला-चिल्लाकर मांग की कि यह व्यक्ति जीवित रहने योग्य नहीं है।
तीन दिन के पश्चात् पौलुस ने प्रमुख यहूदियों को अपने पास बुलाया और उनके एकत्र हो जाने पर उनसे कहा, “भाइयो! मैंने न तो हमारी जाति के विरुद्ध कोई अपराध किया और न पूर्वजों कि प्रथाओं के विरुद्ध, फिर भी मुझे यरूशलेम में बन्दी बनाया गया और रोमियों के हवाले कर दिया गया है।
क्योंकि वे गैर-यहूदियों को मुक्ति का सन्देश सुनाने से हमें रोकना चाहते हैं और इस प्रकार वे अपने पापों का घड़ा निरन्तर भरते जाते हैं और अब परमेश्वर का क्रोध उनके सिर पर आ पड़ा है।