अत: तोई ने अपने पुत्र योराम को राजा दाऊद के पास उसका कुशल-क्षेम पूछने और उसे बधाई देने के लिए भेजा; क्योंकि दाऊद ने हदद-एजेर से युद्ध कर उसे पराजित किया था। हदद-एजेर की तोई से शत्रुता थी। योराम अपने साथ सोना, चांदी और पीतल के पात्र लाया।
प्रेरितों के काम 25:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कुछ दिन बीतने के पश्चात् राजा अग्रिप्पा और उसकी बहिन बिरनीके राज्यपाल फेस्तुस का अभिवादन करने कैसरिया में आये। पवित्र बाइबल कुछ दिन बाद राजा अग्रिप्पा और बिरनिके फेस्तुस से मिलते कैसरिया आये। Hindi Holy Bible और कुछ दिन बीतने के बाद अग्रिप्पा राजा और बिरनीके ने कैसरिया में आकर फेस्तुस से भेंट की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कुछ दिन बीतने के बाद अग्रिप्पा राजा और बिरनीके ने कैसरिया में आकर फेस्तुस से भेंट की। नवीन हिंदी बाइबल जब कुछ दिन बीत गए तो राजा अग्रिप्पा और बिरनीके, फेस्तुस का अभिवादन करने कैसरिया में आए। सरल हिन्दी बाइबल कुछ समय बाद राजा अग्रिप्पा तथा बेरनिके फ़ेस्तुस से भेंट करने कयसरिया नगर आए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कुछ दिन बीतने के बाद अग्रिप्पा राजा और बिरनीके ने कैसरिया में आकर फेस्तुस से भेंट की। |
अत: तोई ने अपने पुत्र योराम को राजा दाऊद के पास उसका कुशल-क्षेम पूछने और उसे बधाई देने के लिए भेजा; क्योंकि दाऊद ने हदद-एजेर से युद्ध कर उसे पराजित किया था। हदद-एजेर की तोई से शत्रुता थी। योराम अपने साथ सोना, चांदी और पीतल के पात्र लाया।
तब उसको यहूदा प्रदेश के राजा अहज्याह के कुटुम्बी मिले। येहू ने उनसे पूछा, ‘तुम कौन हो?’ उन्होंने बताया, ‘हम अहज्याह के कुटुम्बी हैं। हम महाराज और राजमाता के पुत्रों का कुशल-मंगल पूछने के लिए आए हैं।’
फ़ेस्तुस ने परिषद् से परामर्श करने के बाद यह उत्तर दिया, “तुमने सम्राट की दुहाई दी है, तुम सम्राट के पास ही जाओगे।”
किन्तु फेस्तुस ने यह उत्तर दिया, “पौलुस कैसरिया में बन्दी है। मैं स्वयं शीघ्र ही वहां जाने वाला हूँ,
राजा अग्रिप्पा ने पौलुस से कहा, “तुम्हें अपने सम्बन्ध में बोलने की अनुमति है।” इस पर पौलुस ने अपना हाथ उठाया और अपने पक्ष का समर्थन करते हुए कहा :
फ़िलिप ने अपने को अश्दोद नगर में पाया और वह कैसरिया पहुँचने तक सब नगरों में शुभ समाचार का प्रचार करता रहा।
उसने अग्नि-बलि चढ़ाना समाप्त ही किया कि शमूएल आया। शाऊल उससे भेंट करने तथा उसका अभिवादन करने के लिए बाहर गया।
एक सेवक ने नाबाल की पत्नी को यह बात बताई। उसने कहा, ‘दाऊद ने हमारे स्वामी को नमस्कार करने कि लिए निर्जन प्रदेश से दूत भेजे थे। परन्तु स्वामी उन पर बरस पड़े।