जब कोई पीछा भी नहीं करता तब भी दुर्जन डर से भागता है; पर धार्मिक मनुष्य सिंह के समान साहसी होता है, और वह निर्भयता से शत्रु का सामना करता है।
प्रेरितों के काम 23:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पौलुस ने धर्म-महासभा की ओर एकटक दृष्टि से देखा, और कहा, “भाइयो! मैं इस दिन तक परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध अन्त:करण से जीवन व्यतीत करता रहा।” पवित्र बाइबल पौलुस ने यहूदी महासभा पर गम्भीर दृष्टि डालते हुए कहा, “मेरे भाईयों! मैंने परमेश्वर के सामने आज तक उत्तम निष्ठा के साथ जीवन जिया है।” Hindi Holy Bible पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा, और कहा, हे भाइयों, मैं ने आज तक परमेश्वर के लिये बिलकुल सच्चे विवेक से जीवन बिताया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा और कहा, “हे भाइयो, मैं ने आज तक परमेश्वर के लिये बिलकुल सच्चे विवेक से जीवन बिताया है।” नवीन हिंदी बाइबल पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखते हुए कहा, “हे भाइयो, मैंने आज तक परमेश्वर के सामने पूरे खरे विवेक से जीवन बिताया है।” सरल हिन्दी बाइबल महासभा की ओर ध्यान से देखते हुए पौलॉस ने कहना शुरू किया, “प्रियजन, परमेश्वर के सामने मेरा जीवन आज तक पूरी तरह सच्चे विवेक सा रहा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखा, और कहा, “हे भाइयों, मैंने आज तक परमेश्वर के लिये बिलकुल सच्चे विवेक से जीवन बिताया है।” |
जब कोई पीछा भी नहीं करता तब भी दुर्जन डर से भागता है; पर धार्मिक मनुष्य सिंह के समान साहसी होता है, और वह निर्भयता से शत्रु का सामना करता है।
परन्तु मैं तुम से कहता हूँ, जो कोई अपने भाई अथवा बहिन पर क्रोध करता है, वह कचहरी में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा। यदि वह अपने भाई अथवा बहिन से अपशब्द कहे, तो वह धर्म-महासभा में दण्ड के योग्य ठहराया जाएगा और जो कोई अपने भाई अथवा बहिन से कहेगा, ‘अरे मूर्ख’, तो वह नरक की आग के योग्य ठहराया जाएगा।
दूसरे दिन सेना-नायक ने पौलुस के बन्धन खोल दिये और महापुरोहितों तथा समस्त धर्म-महासभा को एकत्र हो जाने का आदेश दिया; क्योंकि वह जानना चाहता था कि यहूदी पौलुस पर कौन-सा अभियोग लगा रहे हैं। तब वह पौलुस को नीचे ले गया और धर्म-महासभा के सामने उनको खड़ा किया।
प्रधान महापुरोहित तथा धर्मवृद्धों की समस्त धर्म-महासभा मेरी इस बात के साक्षी हैं। उन्हीं से पत्र ले कर मैं दमिश्क के भाइयों के पास जा रहा था, जिससे वहाँ के लोगों को भी बाँध कर यरूशलेम ले आऊं और दण्ड दिलाऊं।
इसलिए आप धर्म-महासभा की सहमति से सेना-नायक को सूचित करें कि वह पौलुस को आप के पास भेज दें मानो आप और अच्छी तरह उसके मामले की जाँच करना चाहते हैं। उसके यहाँ पहुँचने से पहले ही हम उसे मार देने के लिए तैयार हैं।”
उसने कहा, “यहूदी धर्मगुरुओं ने मंत्रणा की है कि वे आप से यह निवेदन करें कि आप कल पौलुस को धर्ममहासभा में ले आयें मानो वे और अच्छी तरह उनके मामले की जाँच करना चाहते हैं।
मैं यह जानना चाहता था कि वे इस पर कौन-सा अभियोग लगाते हैं; इसलिए मैं इसे उनकी धर्म-महासभा में ले गया।
पौलुस यह जानते थे कि धर्म-महासभा में दो दल हैं : एक सदूकियों का और दूसरा फ़रीसियों का। इसलिए उन्होंने पुकार कर कहा, “भाइयो! मैं हूँ फ़रीसी और फरीसियों की सन्तान! मृतकों के पुनरुत्थान की आशा के कारण मुझ पर मुकदमा चल रहा है।”
इसलिए मैं परमेश्वर तथा मनुष्यों की दृष्टि में अपना अन्त:करण निर्दोष बनाये रखने का निरन्तर प्रयत्न करता रहता हूँ।
धर्म-महासभा के सब सदस्य स्थिर दृष्टि से स्तीफनुस की ओर देख रहे थे। उसका मुखण्डल उन्हें स्वर्गदूत के जैसा दीख पड़ा।
मैं अपने में कोई दोष नहीं पाता, किन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि मैं निर्दोष हूँ। प्रभु ही मेरे न्यायकर्ता हैं।
हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्त:करण हमें विश्वास दिलाता है कि हमने मनुष्यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्कि उस सच्चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्वर की कृपा का वरदान है।
हम लोक-लज्जावश कुछ बातें छिपाना नहीं चाहते। हम न तो छल-कपट करते और न परमेश्वर का वचन विकृत करते हैं। हम प्रकट रूप से सत्य का प्रचार करते हैं। यही उन सब मनुष्यों के पास हमारी सिफारिश है, जो परमेश्वर के सामने हमारे विषय में निर्णय करना चाहते हैं।
मैं अपने पूर्वजों की तरह शुद्ध अन्त:करण से परमेश्वर की सेवा करता हूँ और उसे धन्यवाद देता हुआ निरन्तर रात-दिन तुम्हें अपनी प्राथनाओं में याद करता हूँ।
आप हमारे लिए प्रार्थना करें। हमें विश्वास है कि हमारा अन्त:करण शुद्ध है, क्योंकि हम हर परिस्थिति में सही आचरण करना चाहते हैं।