अहाब के समान, जिसको उसकी पत्नी ईजेबेल ने बहकाया था, अन्य कोई व्यक्ति नहीं था, जिसने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किया और अपनी आत्मा को बेच दिया।
प्रेरितों के काम 21:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सात दिन की अवधि पूरी होने पर थी कि आसिया के यहूदियों ने पौलुस को मन्दिर में देख कर समस्त जनसमूह को भड़का दिया। वे पौलुस को पकड़ कर पवित्र बाइबल जब वे सात दिन लगभग पूरे होने वाले थे, कुछ यहूदियों ने उसे मन्दिर में देख लिया। उन्होंने भीड़ में सभी लोगों को भड़का दिया और पौलुस को पकड़ लिया। Hindi Holy Bible जब वे सात दिन पूरे होने पर थे, तो आसिया के यहूदियों ने पौलुस को मन्दिर में देखकर सब लोगों को उकसाया, और यों चिल्लाकर उस को पकड़ लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वे सात दिन पूरे होने पर थे, तो आसिया के यहूदियों ने पौलुस को मन्दिर में देखकर सब लोगों को उकसाया, और यों चिल्लाकर उसको पकड़ लिया, नवीन हिंदी बाइबल जब वे सात दिन पूरे होने पर थे, तो आसिया के यहूदी उसे मंदिर-परिसर में देखकर सब लोगों को भड़काने लगे और उसे पकड़कर सरल हिन्दी बाइबल जब सात दिन प्रायः समाप्त होने पर ही थे, आसिया प्रदेश से वहां आए कुछ यहूदियों ने पौलॉस को मंदिर में देख लिया. उन्होंने सारी मौजूद भीड़ में कोलाहल मचा दिया और पौलॉस को यह कहते हुए बंदी बना लिया, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वे सात दिन पूरे होने पर थे, तो आसिया के यहूदियों ने पौलुस को मन्दिर में देखकर सब लोगों को भड़काया, और यह चिल्ला चिल्लाकर उसको पकड़ लिया, |
अहाब के समान, जिसको उसकी पत्नी ईजेबेल ने बहकाया था, अन्य कोई व्यक्ति नहीं था, जिसने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किया और अपनी आत्मा को बेच दिया।
‘समर्पण-व्रतधारी व्यक्ति की यह व्यवस्था है : जब उसके समर्पण-व्रत की अवधि पूरी होगी, तब उसे मिलन-शिविर के द्वार पर लाया जाएगा।
‘यदि किसी व्यक्ति की उसके निकट अचानक ही मृत्यु हो जाए और उसके सिर के समर्पित केश अशुद्ध हो जाएँ, तो वह शुद्धीकरण दिवस पर उनको मुड़वा लेगा। वह सातवें दिन उनको मुड़वाएगा।
“यह सब घटित होने के पूर्व लोग मेरे नाम के कारण तुम पर हाथ डालेंगे, तुम पर अत्याचार करेंगे, तुम्हें सभागृहों तथा बन्दीगृहों के हवाले कर देंगे और राजाओं तथा शासकों के सामने खींच ले जाएँगे।
किन्तु यहूदियों ने प्रतिष्ठित भक्त महिलाओं तथा नगर के नेताओं को उभाड़ा और पौलुस तथा बरनबास के विरुद्ध उपद्रव खड़ा कर दिया और उन्हें अपने इलाके से निकाल दिया।
किन्तु अन्ताकिया तथा इकोनियुम से कुछ यहूदी आ पहुंचे। उन्होंने जनता को अपने पक्ष में मिला लिया। उन्होंने पौलुस को पत्थरों से मारा और मृत समझ कर उन्हें नगर के बाहर घसीट कर ले गये।
किन्तु जिन यहूदियों ने विश्वास करना अस्वीकार किया था, उन्होंने ग़ैर-यहूदियों को उभाड़ा और उनके मन में विश्वासी भाई-बहिनों के प्रति द्वेष भर दिया।
जब गैर-यहूदियों तथा यहूदियों ने अपने शासकों से मिलकर प्रेरितों के साथ दुर्व्यवहार करने तथा उनपर पथराव करने का प्रयत्न किया,
पवित्र आत्मा ने पौलुस, सीलास और तिमोथी को आसिया प्रदेश में वचन का प्रचार करने से मना किया। इसलिए उन्होंने फ्रुगिया तथा गलातिया प्रदेशों का दौरा किया।
जब थिस्सलुनीके के यहूदियों को यह पता चला कि पौलुस बिरीया में परमेश्वर के वचन का प्रचार कर रहे हैं, तो वे भी वहाँ आकर लोगों को उभाड़ने और उत्तेजित करने लगे।
जिस समय गल्लियो यूनान देश का उपराज्यपाल था, यहूदियों ने संयुक्त रूप से पौलुस पर आक्रमण किया और उन्हें न्यायालय के सम्मुख पेश किया।
किस प्रकार मैं आँसू बहा कर बड़ी विनम्रता से उन संकटों में प्रभु की सेवा करता रहा, जो यहूदियों के षड्यन्त्रों के कारण मुझ पर आये थे।
आप पता लगा सकते हैं कि मुझे उपासना के लिए यरूशलेम में आये अभी बारह दिन से अधिक नहीं हुए हैं।
आसिया के कुछ यहूदियों ने मुझे शुद्ध दशा में मन्दिर के भीतर यह सब करते पाया। मेरे साथ न तो कोई भीड़ थी और न वहाँ कोई उपद्रव हुआ।
यही कारण है कि जब मैं मन्दिर में था, तब यहूदियों ने मुझे पकड़ा और मार डालने की चेष्टा की।
सन्ध्या हो चली थी, इसलिए उन्होंने उन को गिरफ्तार कर रात भर के लिए बन्दीगृह में डाल दिया।
इस प्रकार जनता, धर्मवृद्धों तथा शास्त्रियों को भड़काने के बाद वे अचानक स्तीफनुस के पास आ धमके और उसे पकड़ कर धर्म-महासभा के सामने ले गये।
‘दास्यमुक्त लोगों का सभागृह’ कहलाने वाले सभागृह के कुछ सदस्य और कुरेने तथा सिकन्दरिया नगरों और किलिकिया तथा आसिया प्रदेशों के कुछ लोग स्तीफनुस का विरोध करने लगे। वे उससे वाद-विवाद करने आये।
मैं बारम्बार यात्रा करता रहा। मुझे नदियों के खतरे, यहूदियों के खतरे, गैर-यहूदियों के खतरे, नगरों के खतरे, निर्जन स्थानों के खतरे, समुद्र के खतरे और कपटी भाइयों के खतरे का।
क्योंकि वे गैर-यहूदियों को मुक्ति का सन्देश सुनाने से हमें रोकना चाहते हैं और इस प्रकार वे अपने पापों का घड़ा निरन्तर भरते जाते हैं और अब परमेश्वर का क्रोध उनके सिर पर आ पड़ा है।