एलियाह ने उससे कहा, ‘मुझे अपना पुत्र दो।’ एलियाह ने विधवा की गोद से उसको ले लिया, और उसको उपरले कक्ष में ले गए, जहाँ वह ठहरे हुए थे। उन्होंने मृत बालक को अपने बिस्तर पर लिटा दिया।
प्रेरितों के काम 20:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूतुखुस नामक एक युवक खिड़की की चौखट पर बैठा हुआ था। जब पौलुस बहुत देर तक बोलते रहे, तो उसे गहरी नींद आ गयी। वह नींद के झोंके में तीसरी मंज़िल से नीचे गिर गया। वह मृत अवस्था में उठाया गया। पवित्र बाइबल वहीं युतुखुस नामक एक युवक खिड़की पर बैठा था वह गहरी नींद में डूबा था। क्योंकि पौलुस बहुत देर से बोले ही चला जा रहा था सो उसे गहरी नींद आ गयी थी। इससे वह तीसरी मंजिल से नीचे लुढ़क पड़ा और जब उसे उठाया तो वह मर चुका था। Hindi Holy Bible और यूतुखुस नाम का एक जवान खिड़की पर बैठा हुआ गहरी नींद से झुक रहा था, और जब पौलुस देर तक बातें करता रहा तो वह नींद के झोंके में तीसरी अटारी पर से गिर पड़ा, और मरा हुआ उठाया गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यूतुखुस नाम का एक जवान खिड़की पर बैठा हुआ गहरी नींद से झुक रहा था। जब पौलुस देर तक बातें करता रहा तो वह नींद के झोके में तीसरी अटारी पर से गिर पड़ा, और मरा हुआ उठाया गया। नवीन हिंदी बाइबल उस समय यूतुखुस नामक एक युवक खिड़की पर बैठा हुआ था, और जब पौलुस लंबे समय तक प्रवचन देता रहा तो उसे गहरी नींद के झोंके आने लगे; और नींद में वह तीसरी मंज़िल से नीचे गिर गया और मरा हुआ उठाया गया। सरल हिन्दी बाइबल यूतिकुस नामक एक युवक खिड़की पर बैठा हुआ झपकियां ले रहा था. पौलॉस प्रवचन करते चले गए और यूतिकुस को गहरी नींद आ गई. वह तीसरे तल से भूमि पर जा गिरा और उसकी मृत्यु हो गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यूतुखुस नाम का एक जवान खिड़की पर बैठा हुआ गहरी नींद से झुक रहा था, और जब पौलुस देर तक बातें करता रहा तो वह नींद के झोंके में तीसरी अटारी पर से गिर पड़ा, और मरा हुआ उठाया गया। |
एलियाह ने उससे कहा, ‘मुझे अपना पुत्र दो।’ एलियाह ने विधवा की गोद से उसको ले लिया, और उसको उपरले कक्ष में ले गए, जहाँ वह ठहरे हुए थे। उन्होंने मृत बालक को अपने बिस्तर पर लिटा दिया।
अशुद्ध आत्मा चिल्ला कर और लड़के को मरोड़ कर उसमें से निकल गयी। लड़का मुरदा-सा हो गया। इसलिए बहुत-से लोग कहने लगे, “यह मर गया है।”
किन्तु अन्ताकिया तथा इकोनियुम से कुछ यहूदी आ पहुंचे। उन्होंने जनता को अपने पक्ष में मिला लिया। उन्होंने पौलुस को पत्थरों से मारा और मृत समझ कर उन्हें नगर के बाहर घसीट कर ले गये।
पौलुस नीचे उतरे। वह उस पर लेट गये और उसे गले लगा कर बोले, “आप घबरायें नहीं। यह अब भी जीवित है।”
हम शनिवार की संध्या को रोटी तोड़ने के लिए एकत्र हुए। पौलुस, जो दूसरे दिन जाने वाले थे, भाई-बहिनों से धर्म-चर्चा कर रहे थे। वह आधी रात तक बोलते रहे।