परन्तु यदि तू धार्मिक मनुष्य को चेतावनी देगा कि वह पाप न करे, और वह तेरी चेतावनी सुन कर पाप नहीं करेगा, तो वह निस्सन्देह जीवित रहेगा। तब तेरा प्राण बच जाएगा।’
प्रेरितों के काम 20:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए जागते रहिए और याद रखिए कि मैं आँसू बहा-बहा कर तीन वर्षों तक दिन-रात आप लोगों में हर एक को सावधान करता रहा। पवित्र बाइबल इसलिये सावधान रहना। याद रखना कि मैंने तीन साल तक एक एक को दिन रात रो रो कर सचेत करना कभी नहीं छोड़ा था। Hindi Holy Bible इसलिये जागते रहो; और स्मरण करो; कि मैं ने तीन वर्ष तक रात दिन आंसू बहा बहा कर, हर एक को चितौनी देना न छोड़ा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये जागते रहो, और स्मरण करो कि मैं ने तीन वर्ष तक रात दिन आँसू बहा–बहाकर हर एक को चितौनी देना न छोड़ा। नवीन हिंदी बाइबल इसलिए जागृत रहो, और स्मरण करो कि मैंने तीन वर्ष तक रात और दिन आँसू बहाते हुए हर एक को चेतावनी देना नहीं छोड़ा। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये यह याद रखते हुए सावधान रहो कि तीन वर्ष तक मैंने दिन-रात आंसू बहाते हुए तुम्हें चेतावनी देने में कोई ढील नहीं दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए जागते रहो, और स्मरण करो कि मैंने तीन वर्ष तक रात दिन आँसू बहा-बहाकर, हर एक को चितौनी देना न छोड़ा। |
परन्तु यदि तू धार्मिक मनुष्य को चेतावनी देगा कि वह पाप न करे, और वह तेरी चेतावनी सुन कर पाप नहीं करेगा, तो वह निस्सन्देह जीवित रहेगा। तब तेरा प्राण बच जाएगा।’
बहुत से फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा के लिए आते देख कर योहन ने उन से कहा, “साँप के बच्चो! किसने तुम लोगों को परमेश्वर के आने वाले कोप से भागने के लिए सचेत कर दिया?
इसलिए सदा जागते रहो और प्रार्थना करते रहो, जिससे तुम इन सब आने वाले संकटों से बचने और मानव-पुत्र के सामने खड़े होने में समर्थ हो सको।”
यह क्रम दो वर्षों तक चलता रहा और इस तरह आसिया प्रदेश के निवासियों ने − चाहे वे यहूदी हों या यूनानी, सब ने प्रभु का वचन सुना।
पौलुस तीन महीनों तक सभागृह जाते रहे। वह परमेश्वर के राज्य के विषय में निर्भीकता-पूर्वक बोलते और यहूदियों को समझाते थे।
तब पौलुस ऊपर गये और उन्होंने रोटी तोड़ी और खायी। तब वह देर तक − दिन निकलने तक − बातचीत करते रहे और इसके बाद वह चले गये।
किस प्रकार मैं आँसू बहा कर बड़ी विनम्रता से उन संकटों में प्रभु की सेवा करता रहा, जो यहूदियों के षड्यन्त्रों के कारण मुझ पर आये थे।
हम शनिवार की संध्या को रोटी तोड़ने के लिए एकत्र हुए। पौलुस, जो दूसरे दिन जाने वाले थे, भाई-बहिनों से धर्म-चर्चा कर रहे थे। वह आधी रात तक बोलते रहे।
“कई वर्षों तक विदेश में रहने के बाद मैं अपने लोगों को दान पहुँचाने और मन्दिर में भेंट चढ़ाने आया था।
मैं आप लोगों को, लज्जित करने के लिए यह नहीं लिख रहा हूँ, बल्कि आप को अपने प्यारे बच्चे मान कर समझा रहा हूँ;
क्योंकि जैसा कि मैं आप से बार-बार कह चुका हूँ और अब रोते हुए कहता हूँ, बहुत-से लोग ऐसा आचरण करते हैं कि मसीह के क्रूस के शत्रु बन जाते हैं।
हम उन्हीं मसीह का प्रचार करते हैं, प्रत्येक मनुष्य को उपदेश देते और प्रत्येक मनुष्य को पूर्ण ज्ञान की शिक्षा देते हैं, जिससे प्रत्येक मनुष्य को मसीह में सिद्ध बनाकर उनके सम्मुख प्रस्तुत करें।
भाइयो और बहिनो! हम आप से अनुरोध करते हैं कि आप आलसियों को चेतावनी दें, भीरुओं को सान्त्वना दें, दुर्बलों को संभालें और सब के साथ सहनशीलता का व्यवहार करें।
क्या आप लोगों को याद नहीं है कि आप के बीच रहते समय मैं आप को ये सब बातें समझाया करता था?
हमने किसी के यहाँ मुफ्त में रोटी नहीं खायी, बल्कि हम कठोर परिश्रम से रात-दिन काम करते रहे ताकि आप लोगों में से किसी के लिए भी भार न बनें।
परन्तु तुम सब बातों में सन्तुलित बने रहो, धैर्य से कष्ट सहो, शुभ समाचार के प्रचार में लगे रहो और अपने सेवा-कार्य के सब कर्त्तव्य पूरे करते जाओ।
आपके धर्मनेताओं को रात-दिन आपकी आध्यात्मिक भलाई की चिन्ता रहती है, क्योंकि वे इसके लिए उत्तरदायी हैं। इसलिए आप लोग उनका आज्ञापालन करें और उनके अधीन रहें, जिससे वे अपना कर्त्तव्य आनन्द के साथ, न कि आहें भरते हुए, पूरा कर सकें; क्योंकि इस से आप को कोई लाभ नहीं होगा।
“सावधान! मैं चोर की तरह आ रहा हूँ। धन्य है वह, जो जागता और वस्त्र पहने रहता है! कहीं ऐसा न हो कि वह नंगा फिरे और लोग उसकी नग्नता देखें।”