प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के विरोध में, संसार के राजाओं ने संकल्प किया है, शासकों ने एक साथ मन्त्रणा की है।
प्रेरितों के काम 19:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे यह सुन कर क्रुद्ध हो उठे और चिल्लाने लगे : “इफिसियों की अरतिमिस देवी महान है!” पवित्र बाइबल जब उन्होंने यह सुना तो वे बहुत क्रोधित हुए और चिल्ला चिल्ला कर कहने लगे, “इफ़िसियों की देवी अरतिमिस महान है!” Hindi Holy Bible वे यह सुनकर क्रोध से भर गए, और चिल्ला चिल्लाकर कहने लगे, इिफिसयों की अरितमिस महान है! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे यह सुनकर क्रोध से भर गए और चिल्ला–चिल्लाकर कहने लगे, “इफिसियों की अरतिमिस, महान् है!” नवीन हिंदी बाइबल जब उन्होंने यह सुना तो क्रोध से भर गए और चिल्लाकर कहने लगे, “इफिसियों की अरतिमिस महान है।” सरल हिन्दी बाइबल यह सुनते ही वे सब क्रोध से भर गए और चिल्ला उठे, “इफ़ेसॉसवासियों की देवी आरतिमिस महान है!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वे यह सुनकर क्रोध से भर गए और चिल्ला चिल्लाकर कहने लगे, “इफिसियों की अरतिमिस, महान है!” |
प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के विरोध में, संसार के राजाओं ने संकल्प किया है, शासकों ने एक साथ मन्त्रणा की है।
उसके जलाशयों पर अकाल की छाया पड़ेगी, और वे सूख जाएंगे; क्योंकि सारा बेबीलोन देश देवताओं की मूर्तियों से भर गया है; लोग घृणित प्रतिमाओं के पीछे पागल हो रहे हैं।
हेरोदेस को यह देख कर बहुत क्रोध आया कि ज्योतिषियों ने मुझे धोखा दिया है। उसने सिपाहियों को भेजा और बेतलेहम तथा उसके आसपास के गाँवों में उन सभी बालकों को मरवा डाला, जो ज्योतिषियों से पता लगाए समय के अनुसार दो वर्ष के या उससे कम आयु के थे।
जब वे इफिसुस नगर पहुँचे, तो पौलुस ने प्रिस्किल्ला तथा अिक्वला को वहीं छोड़ दिया और स्वयं सभागृह में जाकर यहूदियों के साथ वाद-विवाद किया।
देमेत्रियुस नामक सुनार अरतिमिस देवी के मन्दिर की रजत प्रतिमाएं बनवा कर कारीगरों को बहुत काम दिलाता था।
“इसलिए स्वर्ग और उसके निवासी आनन्द मनायें। किन्तु धिक्कार तुम्हें, ओ पृथ्वी और समुद्र! क्योंकि यह जान कर कि मेरा थोड़ा समय ही शेष है, शैतान तीव्र क्रोध के आवेश में तुम पर उतर आया है।”
लोगों ने पंखदार सर्प की पूजा की, क्योंकि उसने पशु को अधिकार प्रदान किया था और उन्होंने यह कहते हुए पशु की भी पूजा की, “इस पशु की बराबरी कौन कर सकता है? इस से युद्ध करने में कौन समर्थ है?”