सलमिस पहुंच कर वे यहूदियों के सभागृहों में परमेश्वर के वचन का प्रचार करते रहे। योहन भी उनके साथ रह कर उनकी सहायता करता था।
प्रेरितों के काम 19:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने अपने सहयोगियों में से दो, अर्थात् तिमोथी और एरस्तुस को मकिदुनिया भेजा; किन्तु वह स्वयं कुछ दिन तक आसिया में ठहरे रहे। पवित्र बाइबल सो उसने अपने तिमुथियुस और इरासतुस नामक दो सहायकों को मकिदुनिया भेज दिया और स्वयं एशिया में थोड़ा समय और बिताया। Hindi Holy Bible सो अपनी सेवा करने वालों में से तीमुथियुस और इरास्तुस को मकिदुनिया में भेजकर आप कुछ दिन आसिया में रह गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अपनी सेवा करनेवालों में से तीमुथियुस और इरास्तुस को मकिदुनिया भेजकर आप कुछ दिन आसिया में रह गया। नवीन हिंदी बाइबल अतः वह अपने साथ सेवा करनेवालों में से दो अर्थात् तीमुथियुस और इरास्तुस को मकिदुनिया भेजकर स्वयं कुछ समय के लिए आसिया में ही रहा। सरल हिन्दी बाइबल अपने दो सहायकों—तिमोथियॉस तथा इरास्तुस को मकेदोनिया प्रदेश प्रेषित कर वह स्वयं कुछ समय के लिए आसिया प्रदेश में रुक गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अपनी सेवा करनेवालों में से तीमुथियुस और इरास्तुस को मकिदुनिया में भेजकर आप कुछ दिन आसिया में रह गया। |
सलमिस पहुंच कर वे यहूदियों के सभागृहों में परमेश्वर के वचन का प्रचार करते रहे। योहन भी उनके साथ रह कर उनकी सहायता करता था।
पौलुस दिरबे और लुस्त्रा नगर भी पहुँचे। वहां तिमोथी नामक एक शिष्य था, जो विश्वासी यहूदी माता तथा यूनानी पिता का पुत्र था।
पौलुस चाहते थे कि वह उनके साथ यात्रा में चले। उस प्रदेश में रहने वाले यहूदियों के कारण पौलुस ने तिमोथी का खतना कराया, क्योंकि सब जानते थे कि उसका पिता यूनानी है।
जब सीलास और तिमोथी मकिदुनिया से आये तो पौलुस वचन सुनाने में अपना पूरा समय देने लगे और यहूदियों को यह साक्षी देते रहे कि येशु ही मसीह हैं।
यह क्रम दो वर्षों तक चलता रहा और इस तरह आसिया प्रदेश के निवासियों ने − चाहे वे यहूदी हों या यूनानी, सब ने प्रभु का वचन सुना।
इन घटनाओं के पश्चात् पौलुस ने मकिदुनिया तथा यूनान का दौरा करते हुए यरूशलेम जाने का निश्चय किया। उन्होंने कहा, “वहाँ पहुँचने के पश्चात् मैं रोम भी अवश्य देखूंगा।”
समस्त नगर में खलबली मच गयी। वे गायुस और अरिस्तर्खुस को, जो मकिदुनिया के निवासी और पौलुस के सहयात्री थे, घसीट कर ले गये और सब मिल कर नाट्यशाला की ओर दौड़ पड़े।
दंगा शान्त होने पर पौलुस ने शिष्यों को बुला भेजा और उन को प्रोत्साहित किया। तब वह उन से विदा ले कर मकिदूनिया चल दिये।
आप लोग स्वयं जानते हैं कि मैंने अपनी और अपने साथियों की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए अपने इन हाथों से काम किया।
मेरा और समस्त कलीसिया का आतिथ्य-सत्कार करने वाला गायुस, इस नगर का कोषाध्यक्ष एरास्तुस और भाई क्वार्तुस आप लोगों को नमस्कार कहते हैं। [
मैं आप के यहां हो कर मकिदुनिया जाना और वहां से आप के पास लौटना चाहता था, जिससे आप मेरी यहूदा प्रदेश की यात्रा का प्रबन्ध करें।
आप लोगों के यहाँ रहते समय मैं आर्थिक संकट पड़ने पर भी किसी के लिए भी भार नहीं बनता था। मकिदुनिया से आने वाले भाइयों ने मेरी आवश्यकताओं को पूरा किया। मैं आप पर बोझ नहीं बना और कभी नहीं बनूँगा।
फिर भी मेरे मन को शान्ति नहीं मिली, क्योंकि मैंने वहां अपने भाई तीतुस को नहीं पाया। इसलिए मैंने वहां के लोगों से विदा ले कर मकिदुनिया के लिए प्रस्थान किया।
भाइयो और बहनो! मैं आप लोगों को उस अनुग्रह के विषय में बताना चाहता हूँ, जिसे परमेश्वर ने मकिदुनिया की कलीसियाओं को प्रदान किया है।
इसके अतिरिक्त, प्रभु की महिमा के लिए और अपनी सद्भावना प्रकट करने के लिए हम परोपकार का जो सेवा-कार्य कर रहे हैं, उसके लिए कलीसियाओं ने उसे हमारी यात्रा का साथी नियुक्त किया है।
आप के यहाँ से प्रभु का संदेश न केवल मकिदुनिया तथा यूनान में फैला, बल्कि परमेश्वर में आप के विश्वास कि चर्चा सर्वत्र हो रही है। हमें कुछ नहीं कहना है।
एरस्तुस कुरिंथुस में रह गया और मैंने त्रोफिमुस को, जो बीमार था, मिलेतुस बन्दरगाह में छोड़ दिया।