“जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो तुम दूसरे नगर में भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम इस्राएल देश के सब नगरों का भ्रमण समाप्त भी नहीं कर पाओगे कि मानव पुत्र आ जाएगा।
प्रेरितों के काम 17:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए भाई-बहिनों ने पौलुस को तुरन्त विदा कर दिया कि वह समुद्र के तट पर चले जायें। सीलास और तिमोथी वहीं रह गये। पवित्र बाइबल इसलिए तभी भाइयों ने तुरन्त पौलुस को सागर तट पर जाने को भेज दिया। किन्तु सिलास और तिमुथियुस वहीं ठहरे रहे। Hindi Holy Bible तब भाइयों ने तुरन्त पौलुस को विदा किया, कि समुद्र के किनारे चला जाए; परन्तु सीलास और तीमुथियुस वहीं रह गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब भाइयों ने तुरन्त पौलुस को विदा किया कि समुद्र के किनारे चला जाए; परन्तु सीलास और तीमुथियुस वहीं रह गए। नवीन हिंदी बाइबल तब भाइयों ने तुरंत पौलुस को समुद्र तट पर जाने के लिए भेज दिया; परंतु सीलास और तीमुथियुस वहीं रहे। सरल हिन्दी बाइबल तुरंत ही मसीह के विश्वासियों ने पौलॉस को समुद्र के किनारे पर भेज दिया किंतु सीलास और तिमोथियॉस वहीं रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब भाइयों ने तुरन्त पौलुस को विदा किया कि समुद्र के किनारे चला जाए; परन्तु सीलास और तीमुथियुस वहीं रह गए। |
“जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो तुम दूसरे नगर में भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम इस्राएल देश के सब नगरों का भ्रमण समाप्त भी नहीं कर पाओगे कि मानव पुत्र आ जाएगा।
उन्हीं दिनों पतरस विश्वासी भाई-बहिनों के बीच खड़े हुए, जो लगभग एक सौ बीस व्यक्तियों का समुदाय था। पतरस ने कहा,
तब समस्त कलीसिया की सहमति से प्रेरितों तथा धर्मवृद्धों ने निश्चय किया कि उन में से कुछ लोगों को चुन कर पौलुस तथा बरनबास के साथ महानगर अन्ताकिया भेजा जाये। उन्होंने दो व्यक्तियों को चुना, जो भाई-बहिनों में प्रमुख थे, अर्थात् यहूदा को, जो बरसब्बास कहलाता था, तथा सीलास को,
पौलुस दिरबे और लुस्त्रा नगर भी पहुँचे। वहां तिमोथी नामक एक शिष्य था, जो विश्वासी यहूदी माता तथा यूनानी पिता का पुत्र था।
भाई-बहिनों ने शीघ्र ही रातों-रात पौलुस और सीलास को बिरीया नगर भेज दिया। वहाँ पहुँच कर वे यहूदियों के सभागृह में गये।
पौलुस के साथी उन्हें अथेने नगर तक ले गये और पौलुस का यह आदेश ले कर लौटे कि जितनी जल्दी हो सके, सीलास और तिमोथी उनके पास चले आयें।
उन में कुछ लोगों ने विश्वास किया और वे पौलुस तथा सीलास के साथ सम्मिलित हो गये। बहुत-से ईश्वर-भक्त यूनानियों और अनेक प्रतिष्ठित महिलाओं ने भी यही किया।
उन्हें न पा कर वे यासोन और कई भाइयों को यह चिल्लाते हुए नगर-अधिकारियों के पास खींच ले गये, “ये लोग, जो सारी दुनिया को उलट-पुलट कर रहे हैं, अब यहाँ आ पहुँचे हैं।
जब सीलास और तिमोथी मकिदुनिया से आये तो पौलुस वचन सुनाने में अपना पूरा समय देने लगे और यहूदियों को यह साक्षी देते रहे कि येशु ही मसीह हैं।
उन्होंने अपने सहयोगियों में से दो, अर्थात् तिमोथी और एरस्तुस को मकिदुनिया भेजा; किन्तु वह स्वयं कुछ दिन तक आसिया में ठहरे रहे।
वहाँ तीन महीने बिताने के बाद वह जलमार्ग से सीरिया देश जाने वाले थे, तो उन्हें पता चला कि यहूदी उनके विरुद्ध षड्यन्त्र रच रहे हैं। इसलिए उन्होंने मकिदूनिया हो कर लौटने का निश्चय किया।
परन्तु शाऊल के शिष्य उन्हें एक रात को ले गये और उन्होंने शाऊल को टोकरे में बैठा कर नगर की चारदीवारी के छेद से नीचे उतार दिया।
जब विश्वासी भाई-बहिनों को इसका पता चला, तो वे शाऊल को कैसरिया बन्दरगाह ले गये और वहां से तरसुस नगर को भेज दिया।
मैंने मकिदुनिया प्रदेश के लिए प्रस्थान करते समय तुम से इफिसुस नगर में रह जाने का अनुरोध किया था, जिससे तुम कुछ लोगों को यह आदेश दे सको कि वे भ्रान्त धारणाओं की शिक्षा नहीं दें
मैंने तुम्हें इसलिए क्रेते द्वीप में रहने दिया कि जो कार्य वहां अधूरा रह गया है, तुम उसकी उचित व्यवस्था करो और मेरे अनुदेश के अनुसार प्रत्येक नगर में धर्मवृद्धों को नियुक्त करो।
उसने उनसे कहा, ‘तुम पहाड़ी की ओर चले जाओ। अन्यथा तुम्हें खोजनेवाले, राजा के दूत तुमको पकड़ लेंगे। जब तक वे लौट कर न आएं, तब तक, तीन दिन तक, तुम वहां छिपे रहना। उसके बाद तुम अपने मार्ग पर निर्विघ्न जा सकते हो’।