प्रेरितों के काम 14:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “मित्रो! आप यह क्या कर रहे हैं? हम भी तो आप लोगों के समान सुख-दु:ख भोगने वाले मनुष्य हैं। हम यह शुभ-समाचार देने आये हैं कि आप इन नि: सार वस्तुओं को छोड़ कर उस जीवन्त परमेश्वर की ओर अभिमुख हों, जिसने आकाश, पृथ्वी, समुद्र और उन में जो कुछ है, वह सब बनाया है। पवित्र बाइबल “हे लोगो, तुम यह क्यों कर रहे हो? हम भी वैसे ही मनुष्य हैं, जैसे तुम हो। यहाँ हम तुम्हें सुसमाचार सुनाने आये हैं ताकि तुम इन व्यर्थ की बातों से मुड़ कर उस सजीव परमेश्वर की ओर लौटो जिसने आकाश, धरती, सागर और इनमें जो कुछ है, उसकी रचना की। Hindi Holy Bible हम भी तो तुम्हारे समान दु:ख-सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं, कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीवते परमेश्वर की ओर फिरो, जिस ने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उन में है बनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे लोगो, तुम क्या करते हो? हम भी तो तुम्हारे समान दु:ख–सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीवते परमेश्वर की ओर फिरो, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है बनाया। नवीन हिंदी बाइबल और कहा, “हे लोगो, तुम ये क्यों कर रहे हो? हम भी तुम्हारे समान मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं को छोड़कर उस जीवित परमेश्वर की ओर फिरो जिसने आकाश और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है सब को बनाया। सरल हिन्दी बाइबल “प्रियजन, तुम यह सब क्यों कर रहे हो! हम भी तुम्हारे समान मनुष्य हैं. हम तुम्हारे लिए यह ईश्वरीय सुसमाचार लाए हैं कि तुम इन व्यर्थ की परंपराओं को त्याग कर जीवित परमेश्वर की ओर मन फिराओ, जिन्होंने स्वर्ग, पृथ्वी, समुद्र और इनमें निवास कर रहे प्राणियों की सृष्टि की है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे लोगों, तुम क्या करते हो? हम भी तो तुम्हारे समान दुःख-सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं, कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीविते परमेश्वर की ओर फिरो, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है बनाया। (निर्ग. 20:11, भज. 146:6) |
यूसुफ ने फरओ को उत्तर दिया, ‘नहीं, मैं नहीं जानता। परन्तु परमेश्वर फरओ को कल्याणकारी उत्तर देगा।’
बाशा और उसके पुत्र एलाह के पाप के कारण उनका यह सर्वनाश हुआ। न केवल उन्होंने स्वयं पाप किया था, वरन् इस्राएल प्रदेश की जनता से भी पाप कराया था और निष्प्राण मूर्तियों की पूजा कर इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर को चिढ़ाया था।
वह यारोबआम बेन-नबाट के मार्ग पर चला। उसने स्वयं पाप किया, और इस्राएल प्रदेश की जनता से भी पाप कराया, और निष्प्राण मूर्तियों की पूजा कर इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर को चिढ़ाया।
मेरी ओर अपना कान दे, हे प्रभु, मेरी प्रार्थना को सुन; अपनी आंखों को खोल। हे प्रभु, मेरी विपत्ति पर ध्यान दे। सनहेरिब के सन्देश को सुन, जो उसने तुझ, जीवित परमेश्वर का मजाक उड़ाने के लिए भेजा है।
सम्भवत: आपके प्रभु परमेश्वर ने मुख्य साकी के शब्द सुने हैं, जिसको असीरिया के राजा ने जीवित परमेश्वर का मजाक उड़ाने के लिए भेजा था। अब आपका प्रभु परमेश्वर उन शब्दों को झूठा सिद्ध करे। कृपया, जो व्यक्ति शेष रह गए हैं, उनके लिए प्रार्थना कीजिए।’
तू निस्सार मूर्तियों की पूजा करने वालों से घृणा करता है; किन्तु प्रभु, मैं तुझ पर ही भरोसा करता हूँ।
आकाश-मण्डल प्रभु के वचन से और उसकी समस्त स्वर्गिक सेना, उसके मुंह की सांस से निर्मित हुई।
क्योंकि प्रभु ने छ: दिन में आकाश, पृथ्वी, समुद्र एवं उन सबको बनाया, जो उनमें हैं, तथा सातवें दिन विश्राम किया। अत: प्रभु ने विश्राम दिवस को आशीष दी, और उसे पवित्र घोषित किया।
आकाश का स्रष्टा (वह परमेश्वर है!), पृथ्वी को आकार देनेवाला और बनानेवाला प्रभु यों कहता है: (उसने ही पृथ्वी को स्थिर किया है, उसने उसको इसलिए नहीं रचा कि वह निर्जन रहे, उसने उसे आबाद करने के लिए बनाया है।) ‘मैं ही प्रभु हूं, मुझे छोड़ दूसरा कोई प्रभु नहीं है।
विजित कौमों में से बचे हुए लोगो, एकत्र हो। तुम-सब पास आओ। लकड़ी की मूर्ति ढोनेवालो, तुम मुझे नहीं जानते। तुम ऐसे देवता से प्रार्थना करते हो, जो तुम्हें नहीं बचा सकता।
वे उसको कंधों पर उठा कर ले जाते और उसको उसके स्थान पर प्रतिष्ठित कर देते हैं; मूर्ति वहाँ खड़ी रहती है। जब उसके उपासक सहायता के लिए उसे पुकारते हैं, तब वह उनको उत्तर नहीं देती है, वह अपने उपासकों को संकट से नहीं बचाती है।
मूर्तियों की आशा करनेवाले मूर्ख और अज्ञानी हैं; मूर्तियाँ क्या शिक्षा दे सकती हैं? उनकी शिक्षा लकड़ी के समान बेजान है।
अन्य जातियां निस्सार मूर्तियों की आशा करती हैं। क्या उन में सामर्थ्य है कि वे आकाश से वर्षा कर दें? क्या स्वयं आकाश वर्षा कर सकता है? हे हमारे प्रभु परमेश्वर, क्या तू पहले-जैसा ‘वह’ नहीं रहा? प्रभु, हम तेरी ही आस लगाए बैठे हैं; क्योंकि तू ही इन सब कामों को करता है।
आह! मेरे स्वामी, मेरे प्रभु! तूने ही अपने महान सामर्थ्य से, अपने भुजबल से आकाश और पृथ्वी की रचना की है। तेरे लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
प्रभु परमेश्वर ने ही पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया है; उसने ही संसार को अपनी बुद्धि से स्थित किया है। प्रभु परमेश्वर ने आकाश को अपनी समझ से फैलाया है।
मेरे नगर के निवासियों की, यरूशलेम के नागरिकों की करुण चीख- पुकार सुनाई दे रही है। सारे देश में एक छोर से दूसरे छोर तक, लोग कह रहे हैं, ‘क्या सियोन में प्रभु नहीं है? क्या सियोन का राजा सियोन को त्याग चुका है?’ प्रभु ने कहा, ‘इन लोगों ने अपनी मूर्ति-पूजा से, विदेशियों की निस्सार मूर्तियों की प्रतिष्ठा से मेरी क्रोधाग्नि क्यों भड़कायी?’
मैं यह राजाज्ञा प्रसारित कर रहा हूं कि मेरे साम्राज्य के समस्त स्त्री-पुरुष दानिएल के परमेश्वर के सम्मुख कांपते और डरते रहेंगे, क्योंकि केवल वही जीवित परमेश्वर है; वह युगानुयुग विद्यमान है। उसका राज्य कभी नष्ट न होगा, उसके शासन का कभी अन्त न होगा।
प्रभु यों कहता है: ‘मैं यहूदा प्रदेश के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसको दण्ड दूंगा; मैं उसको नहीं छोड़ूंगा। उसके निवासियों ने प्रभु की व्यवस्था को ठुकरा दिया। उन्होंने प्रभु की संविधियों का पालन नहीं किया। जैसा उनके पुर्वजों ने झूठे देवताओं का अनुसरण किया था, वैसा ही उन्होंने भी किया, और उनके झूठे देवताओं ने उन्हें भटका दिया!
प्रभु की ओर से यह एक गंभीर चेतावनी है। जिस प्रभु ने आकाश को ताना है, जिसने पृथ्वी की नींव डाली है और जिसने मानव के भीतर की आत्मा को निर्मित किया है, उस प्रभु की इस्राएल के सम्बन्ध में यह वाणी है। प्रभु यों कहता है:
क्योंकि जिस तरह पिता स्वयं में जीवन धारण किए हुए है, उसी तरह उसने पुत्र को भी स्वयं में जीवन धारण करने का अधिकार दिया है;
जो अपनी ओर से बोलता है वह अपने लिए सम्मान चाहता है; किन्तु जो उसके लिए सम्मान चाहता है, जिसने उसे भेजा, वह सच्चा है और उस में कोई कपट नहीं है।
“हम आप लोगों को यह शुभ समाचार सुनाते हैं कि परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों से जो प्रतिज्ञा की थी,
उन्होंने उस नगर में शुभ समाचार का प्रचार किया और बहुत शिष्य बनाये। इसके बाद वे लुस्त्रा और इकोनियुम हो कर अन्ताकिया लौटे।
उसने उन्हें बाहर ले जा कर कहा, “सज्जनो, मुक्ति प्राप्त करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?”
“सज्जनो! मुझे लग रहा है कि यह यात्रा संकटमय होगी। हमें न केवल माल और जलयान की हानि उठानी पड़ेगी, बल्कि अपने प्राणों की भी।”
वे बहुत समय से कुछ भी नहीं खा रहे थे, इसलिए पौलुस ने उनके बीच खड़ा हो कर कहा, “सज्जनो! उचित तो यह था कि आप लोग मेरी बात पर ध्यान देते और क्रेते से प्रस्थान नहीं करते। तब आप को न तो यह संकट सहना पड़ता और न यह हानि उठानी पड़ती।
इसलिए सज्जनो! धैर्य रखिए। मुझे परमेश्वर पर विश्वास है कि जैसा मुझ से कहा गया है, वैसा ही होगा :
वे उनकी बातें सुन कर एक स्वर से परमेश्वर को सम्बोधित करते हुए बोले, “हे स्वामी! तूने ही आकाश और पृथ्वी तथा समुद्र और जो कुछ उन में है सबको बनाया है।
दूसरे दिन मूसा ने दो इस्राएलियों को लड़ते देखा। उन्होंने यह कह कर उन में मेल कराने का प्रयास किया, ‘मित्रो! आप लोग भाई-भाई हैं। आप क्यों एक दूसरे का अनिष्ट करना चाहते हैं?’
मूर्तियों को अर्पित मांस खाने के विषय में हम जानते हैं कि संसार में मूर्ति की कोई वास्तविकता नहीं है-एकमात्र परमेश्वर के अतिरिक्त कोई और परमेश्वर नहीं है।
मैं आप लोगों से यह कहता हूँ और प्रभु के नाम पर यह अनुरोध करता हूँ कि आप अब से विधर्मियों-जैसा आचरण नहीं करें, जो निस्सार बातों की चिन्ता करते हैं।
जो ईश्वर नहीं है, उसके प्रति निष्ठा प्रदर्शित कर उन्होंने मुझमें ईष्र्या उत्पन्न की। उन्होंने अपने देवताओं की मूर्तियों से मुझे चिढ़ाया। मैं ऐसे लोगों द्वारा उनमें जलन उत्पन्न करूंगा, जो चुने हुए लोग नहीं हैं! मैं मूर्ख राष्ट्र के द्वारा उन्हें चिढ़ाऊंगा।
समस्त प्राणियों में वह कौन प्राणी है, जिसने अग्नि के मध्य से जीवन्त परमेश्वर का स्वर सुना, उसको वार्तालाप करते हुए सुना, जैसे हमने सुना, और वह फिर भी जीवित रहा?
लोग स्वयं हमें बताते हैं कि आप के यहाँ हमारा कैसा स्वागत हुआ और आप किस प्रकार देवमूर्तियाँ छोड़ कर परमेश्वर की ओर अभिमुख हुए, जिससे आप सच्चे तथा जीवन्त परमेश्वर के सेवक बनें
यदि मेरे आने में देर हो जाये, तो तुम्हें इस बात की जानकारी रहे कि परमेश्वर के परिवार में लोगों का आचरण कैसा होना चाहिए। परमेश्वर का परिवार जीवन्त परमेश्वर की कलीसिया है; वह सत्य का स्तम्भ और मूलाधार है।
भाइयो और बहिनो! आप सावधान रहें। आप लोगों में से किसी के मन में इतनी बुराई और अविश्वास न हो कि वह जीवन्त परमेश्वर से विमुख हो जाये।
नबी एलियाह हमारी ही तरह सामान्य मनुष्य थे। उन्होंने आग्रह के साथ इसलिए प्रार्थना की कि पानी न बरसे और साढ़े तीन वर्ष तक पृथ्वी पर पानी नहीं बरसा।
उसने आगे कहा, ‘तुम्हें आज ज्ञात होगा कि तुम्हारे मध्य जीवित परमेश्वर है, और वह तुम्हारे सामने से कनानी, हित्ती, हिव्वी, परिज्जी, गिर्गाशी, एमोरी और यबूसी जातियों को निश्चय ही खदेड़ देगा।
वह ऊंचे स्वर से यह कह रहा था, “परमेश्वर पर श्रद्धा रखो! उसकी स्तुति करो! क्योंकि उसके न्याय का दिन आ गया है। जिसने स्वर्ग और पृथ्वी, समुद्र और जलस्रोतों की रचना की, उसकी आराधना करो।”
तब मैं उसकी आराधना करने के लिए उसके चरणों पर गिर पड़ा, लेकिन उस ने मुझ से यह कहा, “आप ऐसा नहीं करें। मैं भी आपका और आपके उन भाई-बहिनों का, जो येशु की दी हुई साक्षी सुरक्षित रखते हैं, साथी सेवक हूँ। आप परमेश्वर की ही आराधना करें, क्योंकि येशु की साक्षी नबूवत की आत्मा है।”
तब मैंने पशु और पृथ्वी के राजाओं को देखा और उन सेनाओं को भी, जो सफेद घोड़े पर सवार व्यक्ति और उसकी सेना से युद्ध करने के लिए एकत्र की गयी थीं।
लेकिन उसने मुझ से यह कहा, “आप ऐसा नहीं करें। मैं भी आपका, आपके भाई-बहिन नबियों का और उन लोगों का, जो इस पुस्तक की बातों का पालन करते हैं, साथी सेवक मात्र हूँ। आप परमेश्वर की ही आराधना करें।”
“हमारे प्रभु परमेश्वर! तू महिमा, सम्मान और सामर्थ्य का अधिकारी है; क्योंकि तूने समस्त विश्व की सृष्टि की। तेरी ही इच्छा से वह अस्तित्व में आया और उसकी सृष्टि हुई है।”
निस्सार देवी-देवताओं की मूर्तियों का अनुसरण मत करना। वे किसी को लाभ नहीं पहुँचा सकतीं और न बचा सकती हैं; क्योंकि वे निस्सार मूर्तियाँ हैं!
दाऊद ने अपने पास खड़े सैनिकों से पूछा, ‘जो व्यक्ति इस पलिश्ती योद्धा को मार डालेगा, और इस्राएल के इस अपमान को दूर करेगा, उसके साथ कैसा व्यवहार किया जाएगा? यह बेखतना पलिश्ती कौन है, जो जीवन्त परमेश्वर के सैन्यदलों को चुनौती दे रहा है?’
मैंने, आपके सेवक ने, सिंह और भालू दोनों को मारा है। यह बेखतना पलिश्ती भी उनके समान मारा जाएगा; क्योंकि इसने जीवन्त परमेश्वर के सैन्यदलों को चुनौती दी है।’