तत्पश्चात् उस पर अपने हाथ रखे और उसे अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया, जैसी प्रभु ने उनको आज्ञा दी थी।
प्रेरितों के काम 13:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब उन्होंने उपवास तथा प्रार्थना कर बरनबास तथा शाऊल पर हाथ रखे और उन्हें विदा किया। पवित्र बाइबल सो जब शिक्षक और नबी अपना उपवास और प्रार्थना पूरी कर चुके तो उन्होंने बरनाबास और शाऊल पर अपने हाथ रखे और उन्हें विदा कर दिया। Hindi Holy Bible तब उन्होंने उपवास और प्रार्थना कर के और उन पर हाथ रखकर उन्हें विदा किया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उन्होंने उपवास और प्रार्थना करके और उन पर हाथ रखकर उन्हें विदा किया। नवीन हिंदी बाइबल तब उन्होंने उपवास तथा प्रार्थना करके उन पर हाथ रखे और उन्हें विदा किया। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये जब वे उपवास और प्रार्थना कर चुके, उन्होंने बारनबास तथा शाऊल पर हाथ रखे और उन्हें इस सेवा के लिए भेज दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उन्होंने उपवास और प्रार्थना करके और उन पर हाथ रखकर उन्हें विदा किया। |
तत्पश्चात् उस पर अपने हाथ रखे और उसे अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया, जैसी प्रभु ने उनको आज्ञा दी थी।
और फिर विधवा हो गयी थी। अब वह चौरासी वर्ष की थी। वह मन्दिर से बाहर नहीं जाती थी और उपवास तथा प्रार्थना करते हुए दिन-रात परमेश्वर की सेवा में लगी रहती थी।
तब उन्होंने इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु! तू सब का हृदय जानता है। यह प्रकट कर कि तूने इन दोनों में से किस को चुना है,
जब वे प्रभु की उपासना में लगे हुये थे और उपवास कर रहे थे तो पवित्र आत्मा ने कहा, “मैंने बरनबास तथा शाऊल को एक विशेष कार्य के लिए बुलाया है। उन्हें मेरे लिए अलग करो।”
इस प्रकार पवित्र आत्मा द्वारा प्रेषित बरनबास और शाऊल सिलूकिया बन्दरगाह गये और वहां से वे जलयान पर कुप्रुस† द्वीप चले।
उन्होंने प्रत्येक कलीसिया में उनके लिए धर्मवृद्धों को नियुक्त किया और प्रार्थना तथा उपवास करने के बाद उन्हें प्रभु के हाथों सौंप दिया, जिन पर वे विश्वास कर चुके थे।
वहाँ से उन्होंने जलयान पर महानगर अन्ताकिया को प्रस्थान किया, जहाँ उन्हें उस कार्य के लिए परमेश्वर के अनुग्रह को अर्पित किया गया था, जो उन्होंने अब पूरा कर लिया था।
पौलुस ने सीलास को चुना। भाई-बहिनों ने उन्हें प्रभु के अनुग्रह को अर्पित किया और पौलुस चल पड़े।
और उन्हें प्रेरितों के सामने उपस्थित किया। प्रेरितों ने प्रार्थना करने के बाद उन पर अपने हाथ रखे।
तब हनन्याह चला गया और उसने घर में प्रवेश किया। उसने शाऊल पर हाथ रख कर कहा, “भाई शाऊल! जिस प्रभु येशु ने आप को यहां आते समय मार्ग में दर्शन दिये थे, उन्होंने मुझे भेजा है, ताकि आप को दृष्टि पुन: प्राप्त हो और आप पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जायें।”
और यदि वह भेजा नहीं जाये, तो कोई प्रचारक कैसे बन सकता है? धर्मग्रन्थ में लिखा है, “कल्याण का शुभ समाचार सुनाने वालों के चरण कितने सुन्दर लगते हैं!”
उस आध्यात्मिक वरदान की उपेक्षा मत करो, जो तुम में विद्यमान है और तुम्हें नबूवत द्वारा धर्मवृद्धों के हाथ रखते समय प्राप्त हुआ था।
तुम उचित विचार किये बिना किसी पर हस्तारोपण मत करो और दूसरों के पापों के सहभागी मत बनो। अपने को शुद्ध बनाये रखो।
इसी कारण मैं तुम्हें स्मरण दिलाता हूँ कि तुम परमेश्वर के वरदान की वह ज्वाला प्रज्वलित बनाये रखो, जो मेरे हाथों के आरोपण से तुम में विद्यमान है।
तुम्हें अनेक सािक्षयों के सामने मुझ से जो शिक्षा मिली, उसे तुम ऐसे विश्वस्त व्यक्तियों को सौंप दो, जो स्वयं दूसरों को शिक्षा देने योग्य हों।
उन्होंने यहाँ की कलीसिया के सामने आपके प्रेम की साक्षी दी है। यदि आप उनकी अगली यात्रा का ऐसा प्रबन्ध करेंगे, जो परमेश्वर के योग्य हो, तो अच्छा काम करेंगे;
इसलिए ऐसे लोगों का सेवा-सत्कार करना हमारा कर्त्तव्य है, जिससे हम सत्य की सेवा में उनके सहकर्मी बनें।