यहूदा प्रदेश में भी परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट किया और निवासियों को एकमत किया कि वे राजा हिजकियाह और उसके उच्चाधिकारियों की राजाज्ञा को मानें, जो उन्होंने प्रभु की वाणी के अनुसार दी थी।
प्रेरितों के काम 11:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु का हाथ उन पर था। अत: बहुत-से लोग विश्वास कर प्रभु की ओर अभिमुख हो गये। पवित्र बाइबल प्रभु की शक्ति उनके साथ थी। सो एक विशाल जन समुदाय विश्वास धारण करके प्रभु की ओर मुड़ गया। Hindi Holy Bible और प्रभु का हाथ उन पर था, और बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) प्रभु का हाथ उन पर था, और बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। नवीन हिंदी बाइबल प्रभु का हाथ उन पर था, और बड़ी संख्या में लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। सरल हिन्दी बाइबल उन पर प्रभु की कृपादृष्टि थी. बड़ी संख्या में लोगों ने विश्वास कर प्रभु को ग्रहण किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और प्रभु का हाथ उन पर था, और बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। |
यहूदा प्रदेश में भी परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट किया और निवासियों को एकमत किया कि वे राजा हिजकियाह और उसके उच्चाधिकारियों की राजाज्ञा को मानें, जो उन्होंने प्रभु की वाणी के अनुसार दी थी।
उसने उस वर्ष के पहले महीने की पहली तारीख को बेबीलोन से प्रस्थान किया था, और वह पांचवें महीने की पहली तारीख को यरूशलेम नगर पहुंचा था; क्योंकि प्रभु परमेश्वर की कृपा-दृष्टि उस पर थी।
परमेश्वर की कृपा-दृष्टि हम पर थी। अत: वे हमारे पास शेरेब्याह, हशब्याह और यशायाह को ले आए। शेरेब्याह एक बुद्धिमान पुरुष था। वह इस्राएल के परपोते और लेवी के पोते महली के वंश में से था। उसके साथ उसके पुत्र और जाति-भाई थे। ये सब अठारह पुरुष थे। यशायाह मरारी के वंश में से था। उसके साथ उसके पुत्र और जाति-भाई थे। ये सब बीस पुरुष थे।
तत्पश्चात् मैंने उनको बताया कि परमेश्वर ने मुझ पर अपना हाथ रखा तो मुझे सम्राट की कृपा-दृष्टि प्राप्त हुई। मैंने सम्राट की वे बातें भी उन्हें बताईं, जो उसने मुझसे कही थीं। लोगों ने उत्तर दिया, ‘हम तैयार हैं, हम बनाएंगे।’ अत: उन्होंने यह सत्कर्म करने को कमर बांध ली।
इनके अतिरिक्त मुझे राजकीय वन के अधीक्षक आसाफ के नाम भी एक पत्र दिया जाए। इसमें मेरे लिए इमारती लकड़ी की व्यवस्था करने का आदेश लिखा हो, जिससे मैं यरूशलेम में मंदिर के निकटवर्ती गढ़ के प्रवेश-द्वार, शहरपनाह और अपने रहने के लिए मकान बनवा सकूँ।’ सम्राट ने मेरे निवेदन को स्वीकार कर लिया; क्योंकि परमेश्वर की कृपा-दृष्टि मुझ पर थी।
देखो, प्रभु का हाथ इतना छोटा नहीं है कि वह बचा न सके। प्रभु के कान बहरे नहीं हैं, कि वह सुन न सके।
सब सुनने वालों ने उन पर मन-ही-मन विचार कर कहा, “पता नहीं, यह बालक क्या बनेगा?” क्योंकि सचमुच बालक पर प्रभु का हाथ था।
क्योंकि वह भले मनुष्य थे और पवित्र आत्मा तथा विश्वास से परिपूर्ण थे। इस प्रकार बहुत-से लोग प्रभु में सम्मिलित हो गये।
“इसलिए भाइयो! मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि जो गैर-यहूदी परमेश्वर की ओर अभिमुख होते हैं, उन पर व्यवस्था का अनावश्यक भार न डाला जाये,
वे परमेश्वर की स्तुति किया करते थे और सारी जनता उन्हें बहुत मानती थी। प्रभु प्रतिदिन उनके समुदाय में उन लोगों को मिला देता था, जो मुक्ति प्राप्त करते थे।
जिन्होंने प्रेरितों का प्रवचन सुना था, उन में बहुतों ने विश्वास किया। विश्वास करनेवाले पुरुषों की संख्या अब लगभग पाँच हजार तक पहुँच गयी।
प्रभु में विश्वास करने वालों की संख्या बढ़ती गई : स्त्री-पुरुषों का एक विशाल समुदाय बन गया।
परमेश्वर का वचन फैलता गया। यरूशलेम में शिष्यों की संख्या बहुत अधिक बढ़ गई; और बहुत-से पुरोहितों ने इस विश्वास को स्वीकार कर लिया।
क्योंकि हमने निरे शब्दों द्वारा नहीं, बल्कि सामर्थ्य, पवित्र आत्मा तथा दृढ़ विश्वास के साथ आप लोगों के बीच शुभ समाचार का प्रचार किया। आप जानते हैं कि आपके कल्याण के लिए आप के बीच हमारा आचरण कैसा था।