सब नष्ट हो जाएंगे, परन्तु तू अटल है; वे वस्त्र के सदृश जीर्ण हो जाएंगे। तू उनको वस्त्र की भाँति बदल देता है,
प्रकाशितवाक्य 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आकाश विलीन हो गया, मानो किसी ने कागज के पुलिन्दे को लपेट लिया हो। सभी पर्वत और द्वीप अपने-अपने स्थान से हटा दिये गये। पवित्र बाइबल आकाश फट पड़ा था और एक पुस्तक के समान सिकुड़ कर लिपट गया था। सभी पर्वत और द्वीप अपने-अपने स्थानों से डिग गये थे। Hindi Holy Bible और आकाश ऐसा सरक गया, जैसा पत्र लपेटने से सरक जाता है; और हर एक पहाड़, और टापू, अपने अपने स्थान से टल गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आकाश ऐसा सरक गया जैसा पत्र लपेटने से सरक जाता है; और हर एक पहाड़, और टापू,अपने अपने स्थान से टल गया। नवीन हिंदी बाइबल और आकाश फटकर ऐसे लिपट गया, जैसे चर्म-पत्र लिपट जाता है, और प्रत्येक पहाड़ और द्वीप अपने-अपने स्थान से हट गए। सरल हिन्दी बाइबल आकाश फटकर ऐसा हो गया जैसे चमड़े का पत्र लिपट जाता है. हर एक पहाड़ और द्वीप अपने स्थान से हटा दिये गये. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आकाश ऐसा सरक गया, जैसा पत्र लपेटने से सरक जाता है; और हर एक पहाड़, और टापू, अपने-अपने स्थान से टल गया। (प्रका. 16:20, यशा. 34:4) |
सब नष्ट हो जाएंगे, परन्तु तू अटल है; वे वस्त्र के सदृश जीर्ण हो जाएंगे। तू उनको वस्त्र की भाँति बदल देता है,
आकाश के तारा-गण बुझ जाएंगे! विस्तृत आकाश खर्रे के कागज की तरह लपेटा जाएगा। जैसे अंजीर वृक्ष से पत्ते झड़ते हैं, जैसे अंगूर की लता से पत्तियां गिरती हैं वैसे आकाश के तारे गिरेंगे!
चाहे पहाड़ अपने स्थान से टल जाएं, चाहे पहाड़ियाँ अपने स्थान से हिल जाएं, किन्तु तुझ पर से मेरी करुणा नहीं हटेगी, मेरा शान्ति-विधान नहीं टलेगा।’ तुझ पर दया करनेवाला प्रभु यह कहता है।
पहाड़ी-शिखर के मन्दिर और मूर्तियां निस्सन्देह निस्सार हैं; पूजा-पाठ का शोर व्यर्थ है। सचमुच इस्राएली कौम का उद्धार केवल प्रभु परमेश्वर ही करता है।
‘ओ विनाशकारी पर्वत, मैं अब तेरे विरुद्ध हूं। तूने समस्त पृथ्वी का नाश किया है। प्रभु कहता है : मैं तुझ पर अपना हाथ उठाऊंगा, और तुझको चट्टान से नीचे लुढ़का दूंगा, मैं तुझ को जला हुआ पहाड़ बना दूंगा।
मेरी उपस्थिति के कारण सागर की मछलियां, आकाश के पक्षी, और जंगल के पशु, भूमि पर रेंगनेवाले जीव-जन्तु, तथा पृथ्वी की सतह पर रहने वाले सब मनुष्य कांप उठेंगे। पहाड़ फटकर नीचे गिर पड़ेंगे। खड़ी चट्टानें ढह जाएंगी, तथा मकानों और नगरों की सब दीवारें भूमि पर गिर पड़ेंगी।
प्रभु के सम्मुख पहाड़ कांपते हैं, पहाड़ियाँ हिलने लगती हैं। उसकी उपस्थिति से, पृथ्वी और उस पर रहनेवाले प्राणी, उजड़ जाते हैं।
पहाड़ों ने तुझे देखा, वे कांप उठे। जल-प्रलय की धाराएँ फूट पड़ीं। अथाह सागर चिल्ला पड़ा, उसने अपने हाथ ऊपर उठा लिए।
वह रुका, उसने पृथ्वी को नापा। उसने देखा, राष्ट्र हिल गए। युग-युग से खड़े पहाड़ बिखर गए। शाश्वत पहाड़ियाँ डूब गईं। उसकी गति आदि काल से एक-सी है।
प्रभु का दिन चोर की तरह आ जायेगा। उस दिन आकाश गरजता हुआ विलीन हो जायेगा, मूलतत्व जल कर पिघल जायेंगे और पृथ्वी तथा उस पर किए गए मनुष्यों के कर्म प्रत्यक्ष हो जाएंगे।
इसके बाद मैंने एक विशाल श्वेत सिंहासन और उस पर विराजमान व्यक्ति को देखा। पृथ्वी और आकाश उसके सामने लुप्त हो गये और उनका कहीं भी पता नहीं चला।
तब मैंने एक नया आकाश और एक नयी पृथ्वी देखी। पुराना आकाश तथा पुरानी पृथ्वी, दोनो लुप्त हो गये थे और समुद्र भी नहीं रह गया था।