दानिएल अब तू जा। अपने जीवन के अन्त-समय तक अपने मार्ग पर चलता रह और तुझे विश्राम प्राप्त होगा। युगांत में तुझे तेरा निर्धारित स्थान प्राप्त होगा।” ’
प्रकाशितवाक्य 6:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन में प्रत्येक को एक उजला वस्त्र दिया गया और उन से थोड़ा समय और धैर्य रखने को कहा गया, जब तक उनके साथी-सेवकों एवं भाई-बहिनों की संख्या पूरी न हो जाए, जो उनके समान मारे जानेवाले थे। पवित्र बाइबल उनमें से हर एक को सफेद चोगा प्रदान किया गया तथा उनसे कहा गया कि वे थोड़ी देर उस समय तक, प्रतीक्षा और करें जब तक कि उनके उन साथी सेवकों और बंधुओं की संख्या पूरी नहीं हो जाती जिनकी वैसे ही हत्या की जाने वाली है, जैसे तुम्हारी की गयी थी। Hindi Holy Bible और उन में से हर एक को श्वेत वस्त्र दिया गया, और उन से कहा गया, कि और थोड़ी देर तक विश्राम करो, जब तक कि तुम्हारे संगी दास, और भाई, जो तुम्हारी नाईं वध होने वाले हैं, उन की भी गिनती पूरी न हो ले॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनमें से हर एक को श्वेत वस्त्र दिया गया, और उनसे कहा गया कि और थोड़ी देर तक विश्राम करो, जब तक कि तुम्हारे संगी दास और भाई जो तुम्हारे समान वध होनेवाले हैं उनकी भी गिनती पूरी न हो ले। नवीन हिंदी बाइबल उनमें से प्रत्येक को श्वेत वस्त्र दिया गया, और उनसे थोड़ी देर और विश्राम करने के लिए कहा गया, जब तक कि उनके संगी दासों और भाइयों की, जो उन्हीं के समान वध होने वाले हैं, गिनती पूरी न हो जाए। सरल हिन्दी बाइबल उनमें से प्रत्येक को सफ़ेद वस्त्र देकर उनसे कहा गया कि वे कुछ और प्रतीक्षा करें, जब तक उनके उन सहकर्मियों और भाई बहनों की तय की गई संख्या पूरी न हो जाए, जिनकी हत्या उन्हीं की तरह की जाएगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उनमें से हर एक को श्वेत वस्त्र दिया गया, और उनसे कहा गया, कि और थोड़ी देर तक विश्राम करो, जब तक कि तुम्हारे संगी दास और भाई जो तुम्हारे समान वध होनेवाले हैं, उनकी भी गिनती पूरी न हो ले। |
दानिएल अब तू जा। अपने जीवन के अन्त-समय तक अपने मार्ग पर चलता रह और तुझे विश्राम प्राप्त होगा। युगांत में तुझे तेरा निर्धारित स्थान प्राप्त होगा।” ’
भाई अपने भाई को मृत्यु के लिए सौंप देगा और पिता अपनी सन्तान को। सन्तान अपने माता-पिता के विरुद्ध उठ खड़ी होगी और उन्हें मरवा डालेगी।
परन्तु पिता ने अपने सेवकों से कहा, ‘शीघ्र अच्छे-से-अच्छे वस्त्र ला कर इस को पहनाओ और इसकी उँगली में अँगूठी और इसके पैरों में जूते पहना दो।
वे तुम्हें सभागृहों से निकाल देंगे। इतना ही नहीं, वह समय आ रहा है, जब तुम्हारी हत्या करने वाला यह समझेगा कि वह परमेश्वर की सेवा कर रहा है।
किन्तु मेरी दृष्टि में मेरे जीवन का कोई मूल्य नहीं। मैं तो केवल अपनी दौड़ समाप्त करना और वह सेवाकार्य पूरा करना चाहता हूँ, जिसे प्रभु येशु ने मुझे सौंपा है − अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के शुभ समाचार की साक्षी देता रहूँ।
और आप को, जो कष्ट सह रहे हैं, और हम को, उस समय विश्राम दे, जब प्रभु येशु प्रकट होंगे और अपने शक्तिशाली दूतों के साथ प्रज्वलित अग्नि में आकाश से उतरेंगे। तब वह उन लोगों को दण्डित करेंगे, जो परमेश्वर को स्वीकार नहीं करते और हमारे प्रभु येशु का शुभ समाचार सुनने से इन्कार करते हैं।
मैं अच्छी लड़ाई लड़ चुका हूँ, अपनी दौड़ पूरी कर चुका हूँ और मैंने अब तक विश्वास को सुरक्षित रखा है।
क्योंकि परमेश्वर ने हम को दृष्टि में रख कर एक श्रेष्ठतर योजना बनायी थी। वह चाहता था कि वे हमारे साथ ही पूर्णता तक पहुँचें।
और स्वर्ग के प्रथम जन्म सिद्ध नागरिकों की सभा† एकत्र होती है; जहां सब का न्यायकर्ता परमेश्वर, पूर्णता-प्राप्त धर्मियों की आत्माएँ
जिस व्यक्ति ने परमेश्वर के विश्रामस्थान में प्रवेश किया है, उसने, अर्थात् “येशु”† ने अपना कार्य समाप्त कर उसी प्रकार विश्राम किया है, जिस प्रकार परमेश्वर ने अपना कार्य समाप्त कर विश्राम किया।
जो युग-युगों तक जीता रहता है, जिसने स्वर्ग और उस में जो कुछ है, पृथ्वी और उस पर जो कुछ है एवं समुद्र और उस में जो कुछ है, उसकी सृष्टि की, उसकी शपथ खा कर स्वर्गदूत ने यह कहा, “अब और देर नहीं होगी।
उसे पशु की प्रतिमा में प्राण डालने की अनुमति मिली, जिसके फलस्वरूप वह प्रतिमा बोल सकी और उन सब को मरवा देती थी, जो पशु की प्रतिमा की आराधना नहीं करते थे।
मैंने स्वर्ग में किसी को मुझ से यह कहते सुना, “लिखो : धन्य हैं वे मृतक, जो अब से प्रभु में विश्वास करते हुए मरते हैं!” आत्मा कहता है, “ऐसा ही हो, ताकि वे अपने परिश्रम के बाद विश्राम करें, क्योंकि उनके सत्कर्म उनके साथ जाते हैं।”
मैंने देखा कि वह स्त्री सन्तों का रक्त और येशु के सािक्षयों का रक्त पी कर मतवाली है। मैं उसे देख कर बड़े अचम्भे में पड़ गया।
मैंने उत्तर दिया, “महोदय, आप ही जानते हैं”, और उसने मुझसे कहा, “ये वे लोग हैं, जो महासंकट में से निकल कर आये हैं। इन्होंने मेमने के रक्त में अपने वस्त्र धो कर उजले कर लिये हैं।
इसके बाद मैंने सभी राष्ट्रों, कुलों, प्रजातियों और भाषाओं का एक ऐसा विशाल जनसमूह देखा, जिसकी गिनती कोई भी नहीं कर सकता था। वे उजले वस्त्र पहने तथा हाथ में खजूर की डालियाँ लिये सिंहासन तथा मेमने के सामने खड़े थे