उस दिन प्रभु अपनी मजबूत, कठोर और विशाल तलवार से वेगवान, वक्र सर्पासुर लिव्यातान को दण्ड देगा, वह समुद्र में रहने वाले जल-पशु का वध करेगा।
प्रकाशितवाक्य 21:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब मैंने एक नया आकाश और एक नयी पृथ्वी देखी। पुराना आकाश तथा पुरानी पृथ्वी, दोनो लुप्त हो गये थे और समुद्र भी नहीं रह गया था। पवित्र बाइबल फिर मैंने एक नया स्वर्ग और नयी धरती देखी। क्योंकि पहला स्वर्ग और पहली धरती लुप्त हो चुके थे। और वह सागर भी अब नहीं रहा था। Hindi Holy Bible फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहिला आकाश और पहिली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहला आकाश और पहली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा। नवीन हिंदी बाइबल तब मैंने एक नए आकाश और एक नई पृथ्वी को देखा; क्योंकि पहला आकाश और पहली पृथ्वी लुप्त हो गई और समुद्र भी नहीं रहा। सरल हिन्दी बाइबल तब मैंने एक नया स्वर्ग और एक नई पृथ्वी देखी, अब पहले का स्वर्ग और पहले की पृथ्वी का अस्तित्व न रहा था. समुद्र का अस्तित्व भी न रहा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर मैंने नये आकाश और नई पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहला आकाश और पहली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा। (यशा. 66:22) |
उस दिन प्रभु अपनी मजबूत, कठोर और विशाल तलवार से वेगवान, वक्र सर्पासुर लिव्यातान को दण्ड देगा, वह समुद्र में रहने वाले जल-पशु का वध करेगा।
प्रभु के द्वारा मुक्त किए गए लोग हर्ष के गीत गाते हुए सियोन में आएंगे। शाश्वत आनन्द से उनके मुख चमकते होंगे। उन्हें हर्ष और सुख प्राप्त होगा। उनके दु:ख और आहों का अन्त हो जाएगा।
परन्तु दुर्जन व्यक्ति उमड़ते हुए समुद्र के समान है, जो कभी शान्त नहीं होता, जिसका जल कीचड़ और कचरा उछालता रहता है।’
प्रभु यह कहता है; ‘जिस प्रकार नया आकाश और नई पृथ्वी, जो मैं बनानेवाला हूं, मेरे सम्मुख स्थिर रहेंगे, उसी प्रकार तुम्हारे वंशज और तुम्हारा नाम स्थिर रहेंगे।
कि वह विकृति की दासता से मुक्त हो जायेगी और परमेश्वर की सन्तान की महिमामय स्वतन्त्रता की सहभागी बनेगी।
प्रभु का दिन चोर की तरह आ जायेगा। उस दिन आकाश गरजता हुआ विलीन हो जायेगा, मूलतत्व जल कर पिघल जायेंगे और पृथ्वी तथा उस पर किए गए मनुष्यों के कर्म प्रत्यक्ष हो जाएंगे।
परन्तु हम परमेश्वर की प्रतिज्ञा के आधार पर एक नये आकाश तथा एक नयी पृथ्वी की प्रतीक्षा करते हैं, जहाँ धार्मिकता निवास करेगी।
तब मैंने एक पशु को समुद्र में से ऊपर आते देखा। उसके दस सींग और सात सिर थे। उसके सींगों पर दस मुकुट थे और उसके प्रत्येक सिर पर एक ईशनिन्दक नाम अंकित था।
इसके बाद मैंने एक विशाल श्वेत सिंहासन और उस पर विराजमान व्यक्ति को देखा। पृथ्वी और आकाश उसके सामने लुप्त हो गये और उनका कहीं भी पता नहीं चला।
तब सिंहासन पर विराजमान व्यक्ति ने कहा, “देखो, मैं सब कुछ नया कर रहा हूँ।” इसके बाद उसने कहा, “ये बातें लिखो, क्योंकि ये विश्वसनीय और सत्य हैं।”
आकाश विलीन हो गया, मानो किसी ने कागज के पुलिन्दे को लपेट लिया हो। सभी पर्वत और द्वीप अपने-अपने स्थान से हटा दिये गये।