परमेश्वर ने मिस्र की नदियों को रक्त में बदल दिया था, और मिस्र-निवासी उसका जल पी न सके।
प्रकाशितवाक्य 16:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तीसरे स्वर्गदूत ने नदियों और जलस्रोतों पर अपना प्याला उँडेला। वे रक्त बन गये। पवित्र बाइबल फिर तीसरे दूत ने नदियों और जल झरनों पर अपना कटोरा उँड़ेल दिया। और वे लहू में बदल गए Hindi Holy Bible और तीसरे ने अपना कटोरा नदियों, और पानी के सोतों पर उंडेल दिया, और वे लोहू बन गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तीसरे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा नदियों और पानी के सोतों पर उंडेल दिया, और वे लहू बन गए। नवीन हिंदी बाइबल तीसरे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा नदियों और जल के सोतों पर उंडेल दिया, और वे भी लहू बन गए। सरल हिन्दी बाइबल तीसरे स्वर्गदूत ने जब अपना कटोरा नदियों और पानी के सोतों पर उंडेला तो वे लहू बन गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तीसरे स्वर्गदूत ने अपना कटोरा नदियों, और पानी के सोतों पर उण्डेल दिया, और वे लहू बन गए। |
परमेश्वर ने मिस्र की नदियों को रक्त में बदल दिया था, और मिस्र-निवासी उसका जल पी न सके।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘हारून से कहना, “हाथ में लाठी लेकर नदियों, नहरों और जलकुण्डों की ओर अपना हाथ फैला कि मेंढक समस्त मिस्र देश पर आक्रमण करें।” ’
क्या कारण है कि जब मैं आया तब वहां कोई मनुष्य नहीं था? जब मैं ने पुकारा तब क्यों मुझे उत्तर देनेवाला वहाँ नहीं था? क्या मेरा हाथ इतना छोटा हो गया कि वह छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं रही? देखो, मैं अपनी डांट से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं नदियों को मरुस्थल बना देता हूं। उनकी मछलियाँ जल के अभाव में प्यास से तड़प कर मर जाती हैं, और बसाती हैं।
ओ एदोम राष्ट्र, मैं तेरे पहाड़ों को लोथों से पाट दूंगा। तेरे टीलों, घाटियों और गड्ढों में तलवार से वध हुए लोगों के शव पड़े होंगे।
एफ्रइम अपने भाई-बन्धुओं के मध्य फले- फूलेगा, पर पूरवी वायु, प्रभु का पवन उस पर बहेगा, वह निर्जन प्रदेश से उठेगा। एफ्रइम का जल-कुण्ड सूख जाएगा; उसका झरना निर्जल हो जाएगा। वह उसके बहुमूल्य वस्तुओं का भण्डार खाली कर देगा।
इन्हें आकाश का द्वार बन्द करने का अधिकार है, ताकि इनकी नबूवत के समय पानी नहीं बरसे। इन्हें पानी को रक्त में बदलने का और जब-जब ये चाहें, तब-तब पृथ्वी पर हर प्रकार की महामारी भेजने का अधिकार है।
वह ऊंचे स्वर से यह कह रहा था, “परमेश्वर पर श्रद्धा रखो! उसकी स्तुति करो! क्योंकि उसके न्याय का दिन आ गया है। जिसने स्वर्ग और पृथ्वी, समुद्र और जलस्रोतों की रचना की, उसकी आराधना करो।”
तब मैंने जल के स्वर्गदूत को यह कहते सुना, “हे परमपावन! जो है और जो था, तेरे ये निर्णय न्यायसंगत हैं;